दालचीनी के फायदे, लाभ और नुकसान | Cinnamon Benefits and Side Effects Hindi

Cinnamon Benefits in Hindi – दालचीनी खाने में इस्तेमाल होने वाला बहुत ही गुणकारी मसाला है। यह खाने का जायका तो बढ़ाती ही है. साथ ही बिमारियों को ठीक करने में भी मदद करती है। अधिकतर घरों में मसालों के रूप में ही इसे उपयोग किया जाता है। लेकिन यह एक फायदेमंद औषधि भी है। आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी के इस्तेमाल से कई रोगों का इलाज किया जा सकता है। आइये जाने दालचीनी के फायदे (Dalchini ke fayde) और नुक्सान..

Cinnamon

Contents

दालचीनी क्या हैं? (What is Cinnamon in Hindi?)

दालचीनी का पेड़ हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भूरे लाल रंग का होता है। दालचीनी की छाल तेजपात की वृक्ष छाल से अधिक पतली, पीली, और अधिक सुगन्धित होती है। यह भूरे रंग की मुलायम, और चिकनी होती है। फलों को तोड़ने पर भीतर से तारपीन जैसी गन्ध आती है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। इसके फूल छोटे, हरे या सफेद रंग के होते हैं। अगर आप दालचीनी की पत्तियों को मलेंगे तो इससे तीखी गंध आती है।

दालचीनी में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Cinnamon Nutritional Value in Hindi

(पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम – cinnamon nutritional value per 100g)

पानी – 10.58 g
ऊर्जा – 247 kcal
प्रोटीन – 3.99 g
फैट – 1.24 g
कार्बोहाइड्रेट – 80.59 g
शुगर – 2.17 g

मिनरल
कैल्शियम – 1002 mg
आयरन – 8.32 mg
मैग्नीशियम – 60 mg
फास्फोरस – 64 mg
पोटेशियम – 431 mg
सोडियम – 10 mg
जिंक – 1.83 mg
मैंगनीज – 17.466 mg
कॉपर – 0.339 mg
सिलेनियम – 3.1 µg

विटामिन
विटामिन-सी – 3.8 mg
थियामिन – 0.022 mg
राइबोफ्लेविन – 0.041 mg
नियासिन – 1.332 mg
पैंटोथैनिक एसिड – 0.358 mg
विटामिन-बी 6 – 0.158 mg
फोलेट – 6 µg
विटामिन-ए – 15 µg
कैरोटीन, बीटा – 112 µg
कैरोटीन, अल्फा – 1 µg
लाइकोपीन – 15 µg
ल्यूटिन + जेक्सैंथिन – 222 µg
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) – 2.32 mg

दालचीनी के प्रकार – Types of Cinnamon in Hindi

आमतौर पर हम दालचीनी के एक ही प्रकार के बारे में जानते हैं, जिसका उपयोग ड्रिंक्स, दाल और सब्जी तैयार करने में किया जाता है। लेकिन दालचीनी मुख्य रूप से दो तरह की होती है। इन दोनों तरह की दालचीनी के बीच मुख्य अंतर स्वाद का होता है।

-आमतौर पर जो लकड़ी के रंग जैसी दालचीनी हमारे घरों में यूज होती है, उसका टेस्ट अधिक तीखा होता है। इसे रेग्युलर सिनमन या कैशीअ (Cassia) नाम से जाना जाता है। यह दालचीनी सुपरमार्केट और किराना शॉप्स पर आराम से मिल जाती है।

-दूसरी तरह की दालचीनी को सीलोन (Ceylon)नाम से जाना जाता है। इसका स्वाद कैशीआ से लाइट होता है। इस दालचीनी को ट्रयू सिनमन नाम से भी जाना जाता है। सीलोन का उपयोग कुछ खास चीजों और दवाओं में ही किया जाता है। यह कैशीअ की तुलना में महंगी होती है।

दालचीनी के फायदे – (Cinnamon Benefits and Uses in Hindi)

(Dalchini ke Fayde)

1). पेट की समस्याओं से राहत दिलाता है – Dalchini ke Fayde

दालचीनी पेट की ज्यादातर समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करती हैपेट की समस्याओं से राहत दिलाता है दालचीनी पेट की ज्यादातर समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करती है। इसका उपयोग सूजन, कब्ज और मतली से राहत के लिए किया जाता है। दालचीनी पेट के अल्सर को रोकने और भूख बढ़ाने में भी मददगार है।। इसका उपयोग सूजन, कब्ज और मतली से राहत के लिए किया जाता है। दालचीनी पेट के अल्सर को रोकने और भूख बढ़ाने में भी मददगार है।

2).मासिक धर्म की समस्याओं से राहत देता है

अध्ययनों से यह संकेत मिला है कि दालचीनी का सेवन न केवल मासिक धर्म में ऐंठन और दर्द को कम करता है बल्कि मासिक धर्म के दौरान होने वाली मतली को रोकने में भी सहायक है।

3). डायबिटीज और ब्लड शुगर –

दालचीनी खाने के फायदे में डायबिटीज को नियंत्रित करना भी शामिल हो सकता है। मधुमेह के मरीज अगर दालचीनी को आहार में शामिल करें, तो मधुमेह को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। दरअसल, इसमें एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं इसके अलावा, एक अन्य शोध में बताया गया है कि दालचीनी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स सीरम ग्लूकोज और इंसुलिन को कम करके डायबिटीज के खतरे से बचाव कर सकते हैं।

4). कैंसर – Cinnamon Benefits for Cancer

दालचीनी, कैंसर की कोशिकाओं के विकास को कम करने और उसे फैलने से रोक सकती है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन में बताया गया है कि इसमें कीमोप्रेंटिव गुण होते हैं। शोध के अनुसार दालचीनी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एपोप्टोसिस-इंडयूसिंग (कोशिकाओं को खत्म करने वाली) गतिविधि, एंटी-प्रोलिफेरेटिव (कोशिकाओं को बढ़ने से रोकना वाला) प्रभाव मिलकर कीमोप्रेंटिव एजेंट की तरह काम करते हैं। यह सभी मिलकर कैंसर सेल्स के बनने की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करके उन्हें बढ़ने और बनने से रोक सकते हैं।

5). पेट और पाचन –

दालचीनी खाने के फायदे में पाचन और पेट स्वास्थ्य भी शामिल है। प्राचीन काल से ही दालचीनी का इस्तेमाल पाचन संबंधी परेशानी को दूर करने के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र व पेट में संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से लड़ने का काम कर सकते हैं। यह गुण खाद्य पदार्थों में लिस्टेरिया और एस्चेरिचिया कोली (Escherichia Coli) जैसे बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। ये बैक्टीरिया खाने के माध्यम से पेट में पहुंच कर समस्या पैदा कर सकते हैं। साथ ही दालचीनी का तेल कैंडीडा इंफेक्शन से भी बचाव कर सकता है।

6). मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए दालचीनी के फायदे –

दालचीनी के घरेलू उपाय को मस्तिष्क के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके मस्तिष्क को स्वस्थ बनाने का काम कर सकती है। न्यूरोइम्यून फार्माकोलॉजी जर्नल में 24 जून 2016 को ऑनलाइन प्रकाशित चूहों पर किए गए शोध के मुताबिक दालचीनी का सेवन याददाश्त को बढ़ा सकता है। साथ ही इससे जल्दी सीखने की क्षमता में भी वृद्धि भी हो सकती है। रिसर्च की मानें तो यह दालचीनी का सेवन करने से उत्पादित होने वाले सोडिम बेंजोएट की वजह से हो सकता है।

7). ओरल हेल्थ –

एक अध्ययन में कहा गया है कि दालचीनी से निकाले जाने वाला तेल, स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स नामक बैक्टीरिया की गतिविधि को रोकने का काम कर सकता है। यह बैक्टीरिया कैविटी के लिए जिम्मेदार होते हैं। वहीं, इसका इस्तेमाल दांतों पर बुरा प्रभाव भी डाल सकता है, इसलिए इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाना चाहिए।

8). मोटापा दूर होता है –

शरीर से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में यह काफ़ी सहायक है जिसकी वजह से मोटापे को कम करने में मदद मिलती है।आपको बता दें कि दालचीनी के अंदर पॉलीफेनॉल्स होता है। जो एक तरह एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह आपके शरीर में इंसुलिन को बढ़ाता है। इंसुलिन के जरिए ही खून में ग्लूकोज नियंत्रित करने में मदद करता है।

9). एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर –

इसमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है। अन्य मसालों की तुलना में सबसे ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट दालचीनी में होता है।

10). गंजेपन या हेयर फॉल की समस्या में –

दालचीनी ही नहीं बल्कि इसके पेड़ की पत्तियां भी आपका ध्यान रख सकती है। अगर आप गंजेपन या हेयर फॉल की समस्या से परेशान हैं। तो दालचीनी के पेड़ की पत्तियों का पेस्ट आपके लिए एक रामबाण इलाज हो सकता है। हालांकि अब तक इस पर शोध नहीं हुआ है। लेकिन जानकारों का मानना है कि इसके जरिए बालों को स्वस्थ रखा जा सकता है।

दालचीनी के नुकसान – (Side Effects of Dalchini in Hindi)

(Dalchini ke Nuksaan)

दालचीनी के अंदर पाए जाने वाले तत्व यूं तो फायदेमंद हैं, लेकिन इसके अधिक सेवन से आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

जैसे –

  1. अगर आप दालचीनी का सेवन अधिक करते हैं तो इससे आपके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम हो सकती है। जिससे आप ऊर्जा हीन महसूस कर सकते हैं।
  2. लिवर संबंधित समस्याओं से जूझने वाले लोगों को डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
  3. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दालचीनी का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे शिशु की जान भी जा सकती है।
  4. ऐसे लोग जो खून पतला होने की दवाई का सेवन करते हैं उन्हें दालचीनी के सेवन से बचना चाहिए।

दालचीनी का सेवन कैसे करे – (How to Use Dalchini in Hindi?)

अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो ध्यान रहे कि यह भले ही कोई दवाई नहीं है। लेकिन यह एक औषधी और मसाले के रूप में ही प्रयोग की जाती है। ऐसे में अगर आप दालचीनी का सेवन करते हैं तो केवल 0.1एमजी से ज्यादा ना करें। अन्यथा यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है।

दालचीनी की तासीर क्या है? Dalchini ki Taseer

दालचीनी की तासीर गर्म होती हैं।

दालचीनी के बारे में पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

(dalchini ke fayde in hindi)

Q. दालचीनी और शहद मिलाकर खाने से क्या फायदा हो सकता है?

Ans – दालचीनी और शहद के फायदे में अर्थराइटिस का दर्द कम करना, ब्लैडर इंफेक्शन से बचाव, पेट दर्द, सर्दी और कोलेस्ट्रॉल को कम करना शामिल है। इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी यह फायदेमंद हो सकता है।

Q. दूध में दालचीनी मिलाकर पीना सेहत के लिए कैसे फायदेमंद होता है?

Ans – दालचीनी वाला दूध पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही सर्दी और जुखाम को भी दूर करने में सहायक बताया जाता है, पर इसपर किसी तरह का शोध उपलब्ध नहीं है।

Q. दालचीनी का हिंदी नाम क्या है?

Ans – दालचीनी, दारुचीनी, दारचीनी

Q. दालचीनी का इंग्लिश नाम क्या है?

Ans – ट्रु सिनैमोन, सीलोन सिनामोन

Q. दालचीनी और दूध के नुकसान क्या हैं?

Ans – लेख में हम यह बता ही चुके हैं कि दालचीनी एलर्जी का कारण बन सकती है। दरअसल, गाय के दूध में एक तरह का प्रोटीन होता है, जो एलर्जी का कारण बन सकता है .ऐसे में अगर किसी को दूध या दालचीनी से एलर्जी है, तो उन्हें दालचीनी और दूध के नुकसान हो सकते हैं।

Q. क्या दालचीनी पेट की चर्बी कम कर सकती है?

Ans – यह वजन कम करने में मदद कर सकती है, जिसके बारे में हम ऊपर बता चुके हैं। इसी आधार पर कहा जा सकता है कि यह पेट के फैट को भी कम करने में सहायक हो सकती है।

Dalchini ke Fayde in Video

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1 thought on “दालचीनी के फायदे, लाभ और नुकसान | Cinnamon Benefits and Side Effects Hindi”

  1. नवेदिता कुमारी

    आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है | धन्यवाद

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