कमजोर दांत-मसूड़े का घरेलु उपचार Kamjor Dant ka Ilaj

दांत हमारे शरीर का अहम हिस्सा हैं, इसके बिना हम खाने का लुत्फ नहीं उठा सकते हैं। कमजोर दांत या मसूड़े रहने पर हमें और भी कई प्रकार की समस्या होती हैं। जरूरी है कि दूसरी सेहत संबंधित बातों की तरह दांतों में होने वाली परेशानियों के बारे में भी सोचा जाए और उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की जाए। कुछ लोगों के दांत बहुत कमजोर होते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे दांतो की साफ सफाई या खान पान में होने वाले बदलाव। लोग दांत दर्द से गुजर चुके हैं वो ये बखूबी जानते हैं कि ओरल हेल्थ की अनदेखी कितनी भारी पड़ती है। इससे पहले कि ढीले दांत कोई बड़ी समस्या पैदा करें, इनका जल्द से जल्द इलाज किया जाना चाहिए। आज हम आपको ओरल हेल्थ के बारे में जरूरी जानकारी दे रहे हैं। जिन्हें आजमाकर आप दांतों को मजबूती दे सकते हैं (kamjor dant ko majbut kaise karen)। साथ ही दांत में अगर कोई परेशानी हो गई है तो उसे भी ठीक कर सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं..

कमजोर दांत-मसूड़े का घरेलु उपचार Kamjor Dant ka Ilaj

दोस्तों अक्सर लोग दांतों की सड़न, झनझनाहट, दर्द आदि कई समस्याओं से परेशान रहते हैं। ऐसे में आपको लगता है कि दांतों की बीमारी के लिए बैक्टीरिया जिम्मेदार होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, शरीर में विटामिन्स की कमी के कारण भी दांतों से संबंधित बीमारियों से परेशान हो सकते हैं। इसलिए हमें जरुरी मात्रा में मिनिरल्स, विटामिन और कैल्शियम का सेवन करनी चाहिए।

अपने दांतो की कमजोरी दूर करने के लिए, ये आहार अपने डाइट प्लान में शामिल करे- Diets for Healthy Teeth and Gums

1). फास्फोरस: दांतों को स्वस्थ रखने के लिए फास्फोरस काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दांतों के इनेमल को सख्त करता है, जिससे आपके दांत और हड्डियां मजबूत होती हैं। शरीर में फास्फोरस की पूर्ति के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स, मीट, मछली, नट्स और फलियां खा सकते हैं।

2). कैल्शियम की कमी के कारण: कैल्शियम की कमी के कारण दांत कमजोर होते हैं। यह मसूड़ों की सेहत के लिए भी काफी जरूरी है। दांतों को स्वस्थ रखने के लिए आपको अपनी डाइट में कैल्शियम युक्त फूड्स शामिल करना चाहिए। इसके लिए दूध, पनीर, पत्तेदार साग, बादाम, दही, संतरे के जूस का सेवन करना काफी जरूरी है।

3). विटामिन: विटामिन की कमी के कारण कई तरह के दांतो सम्बंधित समस्या देखने को मिलती हैं। इसलिए अपने डाइट में फैटी फिश, अंडे की जर्दी, गाजर, दूध का सेवन जरूर करें। सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने से विटामिन-डी को प्राप्त कर सकते हैं। इसके आलावा खट्टे फल, शिमला मिर्च, ब्रोकली और टमाटर आदि को आहार का हिस्सा बना सकते हैं।

कमजोर दांत-मसूड़े का घरेलु उपचार – Loose Teeth Treatment Home Remedy 

ये तो रहे दांतो को मजबूत करने वाले आहार, लेकिन अगर आप अपने दांत या मसूड़ों के दर्द से परेशान हैं तो ये घरेलु उपचार को आजमा के, इन समस्याओं से बच सकते हैं।

मूली में भरपूर कैल्शियम होता है। इसलिए मूली के नियमित प्रयोग से कमजोर दांतो को खूब मजबूती मिलती है।

मेथी के दाने उबालकर, पानी को दांतो पर मले। कमजोर दांत मजबूत होंगे और दांतों में से बाय का पानी निकल जाएगा। दर्द शांत हो जाएगा।

मूंगफली भली प्रकार चबाकर खाने से दांतों व मसूड़ों को शक्ति मिलती है परंतु यह आवश्यक है कि मूंगफली खाने के बाद कुल्ला अवश्य किया जाए।

तेजपात के पत्तो का चूर्ण मसूड़ों पर मलने से कमजोर दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं। इससे दर्द भी दूर होता है।

यदि दांत-मसूड़े कमजोर हो और उनमें से रक्त बहता हो, तो मेहंदी के पत्तों को उबाल-ठंडा कर उसे कुल्ले करें। मसूड़े तथा दांत मजबूत होंगे।

जामुन की छाल को जलाकर अथवा पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में सेंधा नमक व काली मिर्च मिलाकर मंजन करें, दांत मजबूत हो जाएंगे।

आम के ताजा पत्ते खूब चबाएं चबाने के पश्चात पत्तों को थूकते जाएं। निरंतर प्रयोग करने से दांत हिलना बंद हो जाते हैं।

अनार के जो फूल टूटकर गिर जाते हैं उन्हें छांव में सुखाकर पीस-छानकर शीशी में भर लें। इस चूर्ण से नियमित मंजन करने से दांत वज्र के समान मजबूत हो जाएंगे।

नींबू विटामिन ‘सी’ और क्षार का स्रोत होने के कारण दंत चिकित्सा में काफी प्रयोग में लिया जाता है। दांतों की मजबूती के लिए नीबू रस में साधारण नमक व कुछ मात्रा में सरसों का तेल मिला लें फिर इसे दांतों पर मलें। इसके मलने से हिलते दांत भी दृढ़ता से जम जाएंगे।

How to Make Teeth Stronger Naturally in Hindi

दोस्तों, दांतो की समस्या से बचने के लिए डाइट और उपचार के आलावा, दांतो को ख्याल भी रखना जरुरी हैं। जैसे –

1). दांतों की सेहत की खातिर गुनगुने पानी में नमक मिलाकर गरारे करने की आदत डालिए। अगर दांत में कोई तकलीफ होती है और उसकी वजह से मसूड़ों में सूजन है तो नमक के पानी के गरारे राहत दे सकते हैं। ये एक नेचुरल डिसइंफेक्टेंट है साथ ही टिशूज को जल्दी रिपेयर भी करता है।

2). अपने दांतों को स्वस्थ्य रखने के लिए दिन में दो बार ब्रश करने की आदत डालें।

3). मुंह में बैक्टीरिया के विकास को रोकने के लिए माउथवॉश का प्रयोग करें।


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