Azadirachta Indica Benefits – कई वर्षो से नीम का इस्तेमाल कई बीमारियों के ईलाज के लिए किया जा रहा है। मेडिकल साइंस में भी नीम का इस्तेमाल कई दवाइयों को बनाने में किया जाता है। नीम में anti-oxidants, antiseptic गुण होते हैं, जो सेहत के लिए तो लाभकारी साबित होते ही हैं साथ ही स्किन को भी बहुत फायदा पहुंचाते हैं। नीम खून को भी साफ करता है। और चेहरे को चमकदार और बेदाग बनाता है। इसके अलावा भी नीम के फायदे हैं। तो चलिए जाने ..
Benefits of Azadirachta indica (Neem) in Hindi
Contents
- 1 Benefits of Azadirachta indica (Neem) in Hindi
- 1.1 1). स्किन के लिए फायदेमंद – Skin Benefits of Neem
- 1.2 2). पाचन संबंधी समस्याओं का निदान –
- 1.3 3). मलेरिया के उपचार में –
- 1.4 4). दर्द में रहत –
- 1.5 5). दांतों के लिए –
- 1.6 6). बालों के लिए –
- 1.7 7). इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए –
- 1.8 8). डाइजेशन बेहतर करता है –
- 1.9 9). मधुमेह की रोकथाम में –
- 1.10 10). कैंसर के इलाज के लिए –
- 1.11 11). आँखों की समस्याओं से छुटकारा –
- 1.12 12). रक्त का शुद्धिकरण करना –
1). स्किन के लिए फायदेमंद – Skin Benefits of Neem
नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ये स्किन इंफेक्शन, मुंहासें और कई प्रकाऱ की स्किन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाता है। कीड़े के काटने, खुजली होने, दाद आदि स्किन संबंधी समस्याओं पर नीम के पत्तों का पेस्ट हल्दी के साथ मिलाकर लगाने से फायदा होता है। नीम चेहरे के दाने और धब्बे भी दूर करता है।
2). पाचन संबंधी समस्याओं का निदान –
नीम का प्रयोग पाचन संबंधी समस्याओं के निदान में किया जाता है। नीम का पाउडर या तेल दोनों ही पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाने में प्रयोग किए जाते हैं। नीम की पत्तियों का अर्क एसिडिटी से राहत देता है। यह पेट में अम्लों के स्तर को संतुलित करता है तथा गैस व कब्ज से छुटकारा दिलाता है।
3). मलेरिया के उपचार में –
मलेरिया बुखार होने की स्थिति में नीम की छाल को पानी में उबालकर, उसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े को दिन में तीन बार, दो बड़े चम्मच भरकर पीने से बुखार ठीक होता है और कमजोरी भी ठीक होती है।
4). दर्द में रहत –
सिरदर्द, दांत दर्द, हाथ-पैर दर्द और सीने में दर्द की समस्या होने पर नीम के तेल की मालिश से काफी लाभ मिलता है। इसके फल का उपयोग कफ और कृमिनाशक के रूप में किया जाता है।
5). दांतों के लिए –
कुछ वक्त पहले तक नीम की दातुन, ब्रश की तुलना में ज्यादा इस्तेमाल की जाती थी। एक ओर जहां दांतों और मसूड़ों की देखभाल के लिए नीम की दातुन अपने आप में पर्याप्त होती है। नीम की दातुन पायरिया की रोकथाम में भी कारगर होती है।
6). बालों के लिए –
नीम बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। नीम एक बहुत अच्छा कंडीशनर है। इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर उसके पानी से बाल धोने से रूसी और फंगस जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
7). इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए –
नीम में एंटीऑक्सीडेंट के साथ एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरल गुण भी पाए जाते हैं. नीम के पत्ते चबाने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। दरअसल, नीम के पत्ते चबाने से शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं, जिससे शरीर कई बीमारियों से सुरक्षित रहता है।
8). डाइजेशन बेहतर करता है –
नीम लिवर के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, जिससे नेचुरली तरीके से डाइजेशन बेहतर होता है।
9). मधुमेह की रोकथाम में –
नीम प्राकृतिक रूप से कड़वा होता है। एक अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि नीम में हाईपोग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं। ये रक्त में पाए जाने वाले शुगर के कणों को घटाकर मधुमेह की सम्भावनाओं को कम करते हैं। इसके अतिरिक्त नीम मधुमेह के कारण होने वाले तनाव को भी कम करने की क्षमता रखता है। एक अध्ययन में नीम के एंटीडायबिटिक प्रभावों को देखा गया जोकि मधुमेह की रोकथाम व उपचार में सहायक होते हैं।
10). कैंसर के इलाज के लिए –
नीम की पत्तियों का उपयोग कैंसर को रोकने में किया जाता है। नीम की पत्तियाँ प्रोस्टेट कैंसर की संभावनाओं को कम करती हैं। नीम की पत्तियों में कैंसर बनाने वाली कोशिकाओं के विरुद्ध कार्य करने की क्षमता पायी जाती है। नीम में पाए जाने वाले तत्व चिकित्सा एजेंट कहलाते हैं। ये कोशिकाओं के विभाजन के समय चेक प्वाइंटस को खराब होने से बचाते हैं। इस प्रकार कोशिकाएँ अनियंत्रित होकर बटने नहीं पाती हैं और शरीर कैंसर से बच जाता है।
11). आँखों की समस्याओं से छुटकारा –
नीम आँखों में होने वाली अनेक प्रकार की समस्याओं से राहत प्रदान करता है। यद्यपि शोध में इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि नीम का आँखों की रोशनी पर प्रभाव पड़ता है अथवा नहीं, किन्तु नीम की पत्तियाँ आँखों में होने वाली जलन और अन्य समस्याओं से राहत प्रदान करती हैं। पानी में नीम की कुछ पंक्तियाँ उबाल लें और इसे ठंडा कर लें। अब इस पानी से आँखों को अच्छे से धोयें। ऐसा करने से आँखों में होने वाली जलन और लालिमा से राहत मिलती है।
12). रक्त का शुद्धिकरण करना –
नीम में मौजूद तत्व रक्त को शुद्ध करने का भी कार्य करते हैं। नीम का तेल रक्त में पाए जाने वाले शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। यह रक्त में अनावश्यक रूप से पाए जाने वाले शुगर के कणों को ख़त्म कर देता है और इस प्रकार रक्त को शुद्ध करता है। एक गिलास पानी में दो से तीन नीम की पत्तियाँ और कुछ मात्रा में शहद मिलाएँ। इस मिश्रण का सेवन प्रतिदिन सुबह ख़ाली पेट करें। इससे हार्मोन स्तर की गड़बड़ी में सुधार आता है।
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