दांत, हमारे बॉडी का महत्वपूर्ण पार्ट हैं, साथ ही यह फेस ब्यूटी के लिए भी अहम् हैं। ऐसे में अगर दांत सड़ा नजर आइये तो बहुत शर्मिंदगी महसूस होती हैं। दांत कैल्शियम ,फॉस्फोरस और अन्य मिनरल के कॉम्बिनेशन से बने होते है। दांतों में सड़न की समस्या बेहद आम बात हैं। ज्यादातर यह बच्चो में होता हैं पर कई केस में यह वयस्कों में भी देखने के लिए मिलता हैं। दांत में सड़न की समस्या तब होती है जब हम कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ जिसमें मीठे चीज, चीनी और स्टार्च वाली चीजें जैसे- ब्रेड, अनाज, दूध, सोडा, फल, केक, या कैंडी जैसी चीजें खाने के बाद ब्रश नहीं करते और इन खाद्य पदार्थों का कुछ हिस्सा दांतों पर ही चिपक कर रह जाता है। धीरे धीरे यह सड़न का रूप लेने लगता हैं और कीटाणु हो जाते हैं। जिसकी वजह से दांतों में छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं, जिसे कैविटी (Cavity) के नाम से जाना जाता है। दांतों पर कीटाणुओं द्वारा निर्मित सफेद पापड़ी अर्थात प्लॉक ही दांतो में सड़न का कारण है। यह दांतो के बीच में या मसूड़ों के नीचे बनता है।
अगर दातों की सड़न बहुत पुराना हो गया है, तो डॉक्टर सड़ चुके दांतो को निकाल देते हैं, लेकिन अगर परेशानी अभी शुरू ही हुई है, तो इसे रोका भी जा सकता है। तो चलिए, इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि दांतों में सड़न की समस्या को होने से कैसे रोकें और दांतों में सड़न की समस्या के कुछ घरेलू उपाय क्या है (danto ki sadan ka ilaj)।
दांत सड़ने के मुख्य कारण – Tooth Decay /Cavity Causes in Hindi
सबसे पहले जानते हैं दांतो में सड़न क्यों होता हैं (Danto me Sadan Kyun Hota Hain)?
दांतो में सड़न की मुख्य वजह खान-पान हैं, जैसे –
- कार्बोहायड्रेट और शक्कर की मात्रा अधिक सेवन करने से.
- टॉफ़ी, मिठाई, पोटैटो चिप्स का सेवन से.
इसके आलावा दांतो में सड़न की वजह –
- दांतों की ठीक तरह से सफाई ना करना.
- मुँह में मौजूद बैक्टीरिया के वजह से.
- तीखे और मसालेदार चीजों का सेवन करने से.
- कई केस में यह पारिवारिक इतिहास के कारण भी होता हैं.
दांतो में सड़न का लक्षण – Tooth Decay Symptoms in Hindi
दांतो में सड़न जब शुरू होता हैं तो शुरुवाती समय में कोई फरक नहीं पड़ता हैं। लेकिन जैसे-जैसे यह डेंटिन और पल्प में पहुंचता है, वैसे-वैसे आपको लक्षणों का अनुभव होने की संभावना बढ़ जाती है। दांतो में सड़न के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं-
- सांसों की दुर्गंध या आपके मुंह में खराब स्वाद।
- मसूड़ों से खून आना या मसूड़ों की बीमारी के अन्य लक्षण।
- दांत दर्द या मुंह दर्द होना।
- गर्म या ठंडा भोजन करने से दांतो में sensitivity होना।
दांतो में सड़न का इलाज क्या हैं? – Tooth Decay or Cavity Treatment in Hindi
शुरवाती स्टेज में दांतो का सड़न इलाज आप घर पर रोक सकते हैं। पर यह समस्या बढ़ने से, सबसे बेहतर उपाय हैं की कोई अच्छे डेन्टिस से मिले। डेन्टिस दांतो के सड़न का इलाज, इसके गंभीरता को देखते हुवे करते है। मुख्य रूप से इन चार तरीको से किया जाता हैं-
- रूट कैनाल थेरेपी – अधिक गंभीर मामलों में रूट कैनाल किया जाता है। रूट कैनाल के दौरान सड़े हुए दांत को हटा दिया जाता है और क्राउन को उस जगह पर लगा दिया जाता है।
- दांत उखाड़ना – यह अधिक गंभीर स्थिति में डेन्टिस व्यक्ति के सड़े हुए दांत को निकालकर, नए दांत इम्लांट कर सकते हैं।
- फ्लोराइड – फ्लोराइड एक नेचुरल मिनिरल है जो दांतों के इनेमल की सुरक्षा और मरम्मत करता है।
- Fillings – यदि दांतों की सड़न का कारण कैविटी है, मतलब दांतो में छेद हो गया हैं तो चिकित्सक एक छोटी सी ड्रिल से सड़े हुए दांत को हटा देंगे और इसे फिलिंग से भर देते हैं।
लेकिन अगर दांत में सड़न अभी शुरू हुआ हैं तो, आप घर पर भी कुछ उपचार करके इसे रोक सकते हैं। जैसे –
दांतो की सड़न दूर करने के घरेलु उपचार – Danto ki Sadan ka Ilaj
⇒ एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच अदरक का रस और थोड़ा-सा नमक मिलाकर घूंट भरे। 15 मिनट मुंह में रखने के बाद उसे पि जाएं। दांतों की सड़न, मसूड़े की सूजन और बदबू समाप्त हो जाएगी।
⇒ बिस बून्द लहसुन का रस एक चम्मच शहद में मिलाकर चाटने से दांतों की सड़न, दर्द एवं बदबू दूर होती है।
⇒ अपामार्ग की जड़ और खदिर की छाल पीसकर थोड़े से पानी में उबालें। इस पानी को ठंडा करके नियमित रूप से कुल्ले करने से दांतों की सड़न दूर होती है।
⇒ नीम कैविटी के इलाज के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया के कारण होने वाली कैविटी को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा यह दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में भी मदद करता है। दांतों और मसूड़ों पर नीम के पत्तों के रस रगड़ें, कुछ मिनट के लिए छोड़ दें और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
⇒ हल्दी को कैविटी और दर्द से राहत प्रदान करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुणों के साथ एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण मसूढ़ों को स्वस्थ रखने के साथ बैक्टीरियल संक्रमण के कारण दांतों के गिरने की समस्या को भी रोकता है। प्रभावित दांत पर थोड़ा सा हल्दी पाउडर लगाकर इसे कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से अच्छे से कुल्ला कर लें।
ये तो रहे कुछ घरेलु उपचार (Cavity Treatment at Home), लेकिन दांत सड़ने से रोकने के लिए हमें अपने दांतो का केयर करना चाहिए। जैसे –
दांतो के सड़न से बचाव – Prevention from Tooth Decay Cavity in Hindi
- दांतों को साफ़ रखने के लिए आपको सहीं तरीके से ब्रश करना, फ्लॉस करना और माउथवाश का प्रयोग करना चाहिए।
- दांतो की सफाई करते समय आईने के सामने खड़े हो कर ब्रश करें ताकि आप देख सके दांतों की सफाई सही से हो रही है या नहीं।
- रोजाना 2 बार दांतों को साफ़ करें, एक बार सुबह और एक बार रात्रि को।
- ब्रश ज्यादा जोर-जोर से ना रगडे और 2 मिनट से ज्यादा ना करें। ब्रश करने का सहीं तरीका सीखे।
- माउथवाश का प्रयोग करें।
- रात को सोने से पहले एक बार दांतों के बीच में फ्लॉस (floss) से सफाई करें।
- मीठा और चिपचिपा प्रदार्थ कम खाएं।
- केक, पेस्ट्री, टाफी, चिप्स कम खाएं और अपने भोजन में साबुत अनाज का भी प्रयोग करें।
- सोडा युक्त कोल्ड ड्रिंक्स से परहेज करें।
- बीडी, सिगरेट और तंबाकू का नशा छोड़ें।
- खाना खाने के बाद कुल्ला करना न भूले, इससे दांतो पर कीड़े नहीं होंगे।
- अगर 6 महीनों तक ब्रश करने के बाद भी आपका ब्रश खराब नहीं हुआ है, तब भी नया ब्रश खरीदने में देरी ना करें। टूथब्रश अलग-अलग आकार, लम्बाई और गुणवत्ता के आते हैं। लेकिन डेंटिस्ट्स का ऐसा मानना है कि सही टूथब्रश की लम्बाई 25.5 से 31.9 मिलीमीटर होनी चाहिए और चौडा़ई 7.8 से 9.5 मिलीमीटर होनी चाहिए।
- पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ को अपने आहार में शामिल करें, क्योंकि यह आपके दांतों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने में सहायता करता है। खासकर अपने आहार में, हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा नारियल तेल, एवोकैडो, वसा युक्त खाद्य पदार्थ, नट और बीज का भी सेवन करें। यह दांतों के कैविटी से लड़ने में आपकी करता है।
FAQ
मैं दांतों की सड़न को कैसे रोक सकता हूं?
दांतो का सड़न रोकने के लिए अपने खान-पान में ध्यान रखे और दांतो की साफ सफाई रेगुलर करे।
क्या आप सड़े हुए दांत को ठीक कर सकते हैं?
अगर दांत में सड़ के कैविटी हो गया हैं तो इसे उखड के नए दांत लगा सकते हैं।
बहुत बढ़िया जानकारी दी आपने, क्योंकि आज-कल दांतों के साथ बहुत सारी समस्याएं हो रही हैं। धन्यबाद