श्रीनगर का इतिहास और दर्शनीय स्थल की जानकारी | Srinagar Tourist Place

Srinagar Tourist Place in Hindi / श्रीनगर, जम्मू कश्‍मीर राज्‍य की ग्रीष्‍मकालीन राजधानी है। कश्मीर घाटी के मध्य में बसा श्रीनगर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं। श्रीनगर एक ओर जहाँ डल झील के लिए प्रसिद्ध है वहीं दूसरी ओर विभिन्न मंदिरों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। स्वच्छ झील और ऊँचे पर्वतों के बीच बसे श्रीनगर की अर्थव्यवस्था का आधार लम्बे समय से मुख्यतः पर्यटन है। झेलम नदी के तट पर स्थित श्रीनगर भारतवासी धरती का स्‍वर्ग और पूरब का वेनिस कहते हैं। श्रीनगर एक बेहद सुन्दर शहर है।

श्रीनगर का इतिहास और दर्शनीय स्थल की जानकारी | Srinagar Tourist Place

श्रीनगर का संक्षिप्त परिचय – Srinagar, Jammu and Kashmir in Hindi 

नाम श्रीनगर (Srinagar)
राज्य जम्मू और कश्मीर
ज़िला श्रीनगर
भौगोलिक स्थित उत्तर- 34°5′24″; पूर्व- 74°47′24″
जनसँख्या 12,38,530 (2001)
प्रसिद्धि के कारण कश्मीर घाटी के मध्य में बसा श्रीनगर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं।
कब जाएँ कभी भी जा सकते हैं
कहाँ ठहरें होटल, गेस्ट हाउस
भाषा कश्मीरी, उर्दू, हिन्दी और अंग्रेज़ी

श्रीनगर की जानकारी – Srinagar Information in Hindi

खूबसूरत झीलों, महान ऐतिहासिक, धार्मिक और पुरातात्विक महत्‍व रखने वाला शहर, श्रीनगर हर प्रकार के पर्यटन की धुरी पर खरा उतरता है और पर्यटकों का मन-पसंदीदा गंतव्‍य हैं। इससे लगे विभिन्न नहरों एवं जलमार्गों में शिकारे भरे पड़े हैं। श्रीनगर अपने मन्दिरों और मस्जिदों के लिए प्रसिद्ध है। श्रीनगर मुख्‍य रूप से दो शब्‍दों से मिलकर बना है श्री और नगर। श्री का अर्थ होता है धन और नगर यानि शहर। धन का शहर से तात्‍पर्य है कि हर प्रकार से सम्‍पन्‍न, किसी भी प्रकार की कोई कमी न हों।

उत्तरी भारत, झेलम नदी के तट पर बसा यह शहर कश्मीर घाटी में 1,600 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। श्रीनगर को झीलों का नगर भी कहा जाता है। श्रीनगर चीड़, फ़र और देवदार के वृक्षों से ढके पर्वतों के बीच स्थित है। शहर के पास ही गुलमर्ग, फुलों की घाटी 2,590 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं। जहाँ से हिमालय के उच्चतम शिखरों में से एक, नंगा पर्वत (ऊँचाई 8,126 मीटर) और कश्मीर घाटी का नयनाभिराम दृश्य दिखाई देता है।

श्रीनगर का इतिहास – Srinagar History in Hindi

श्रीनगर की नींव, कल्हणरचित राजतरंगिणी, के अनुसार मौर्य सम्राट अशोक ने डाली थी। उसने कश्मीर की यात्रा 245 ई. पू. में की थी। इस तथ्य को देखते हुए श्रीनगर लगभग 2200 वर्ष प्राचीन नगर ठहरता है। अशोक का बसाया हुआ नगर वर्तमान श्रीनगर से प्रायः 3 मील उत्तर में बसा हुआ था। प्राचीन नगर की स्थिति को आजकल पांडरेथान अथवा प्राचीन स्थान कहा जाता है।

महाराज ललितादित्य यहाँ का प्रख्यात हिन्दू राजा था। इसका शासनकाल 700 ई. के लगभग था। इसने श्रीनगर की श्रीवृद्धि की तथा कश्मीर के राज्य का दूर-दूर तक विस्तार भी किया। इसने झेलम पर कई पुल बंधवाए तथा नहरें बनवाईं। श्रीनगर में हिन्दू नरेशों के समय के अनेक प्राचीन मन्दिर थे। झेलम के तीसरे पुल पर महाराज नरेन्द्र द्वितीय का 180 ई. के लगभग बनवाया हुआ नरेन्द्र स्वामी का मन्दिर था।

मुग़ल शासकों में अकबर ही था जिसने सबसे पहले इस्लाम का परिचय श्रीनगर में करवाया और मुग़ल साम्राज्य में अब श्रीनगर में शामिल हो गया। हालाँकि इसके बाद 1707 में औरंगजेब की मौत के बाद मुग़ल साम्राज्य का विघटन होने लगा और श्रीनगर का नियंत्रण दुर्रानी के हाथों में चला गया जिन्होंने घाटी में अगले कुछ दशकों तक राज किया और 1814 में महाराजा रणजीत सिंह ने इलाके को घाटी के अधिकतर इलाके के साथ अपने नियंत्रण में ले लिया। तीन दशक से अधिक समय तक यंहा महाराजा रणजीत सिंह का ही राज रहा जिसका अंत “लाहौर संधि” के साथ हुआ जो कि सिख शासकों और ब्रिटिश के बीच हुई थी जिसके अनुसार महाराजा गुलाब सिंह को पूरी घाटी का राजा बना दिया गया और इसके अनुसार भारत की ब्रिटिश रियासतों का यह हिस्सा बन गया।

अब आधुनिक भारत का गड़बड़झाला शुरू होता है जो 1947 में पाकिस्तान के भारत से अलग होने के साथ ही शुरू होता है। जब पार्टीशन हुआ तो उसके बाद पाकिस्तान ने कश्मीर के कुछ हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया और उस समय घाटी के राजा थे महाराजा हरी सिंह जो कि गुलाब सिंह के ही वंशज थे उन्होने हो सकने वाले नुकसान का अंदाजा लगा लिया और एक संधि के तहत उन्होंने खुद की रियासत को भारत में शामिल करवाने के लिए हस्ताक्षर कर दिए और इसी वजह से भारत और पाकिस्तान का 1947 का युद्ध हुआ जिसमे भारत ने अधिकतर इलाके को पाकिस्तान से वापिस पा लिया था।

श्रीनगर के दर्शनीय स्थल – Srinagar Tourist Place List in Hindi

1). डल झील – Dal Lake

डल झील अपने हाउसबोट और शिकारे के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय है। 17 किमी क्षेत्र में फैली हुई यह झील जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है। यह पानी सर्फिंग , हाउसबोट और शिकारा सवारी ,कायाकिंग का आनंद ले रहे तैराकी , मछली पकड़ना, कैनोइंग के लिए एक आदर्श स्थल प्रदान करता है।

2). नागिन झील – Nagin Lake

श्रीनगर की नागिन झील क्षेत्र में ज्‍वैल इन द रिंग के नाम से काफी विख्‍यात है जो चारों तरफ से पेड़ों से घिरी हुई है। यह झील, डल झील से एक पतले सेतु द्वारा अलग है। झील में कई शिकारा और हाउसबोट तैरते हुए दिखते हैं जो यहां आने वाले सभी पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। यहां आने वाले लोग इस झील में अन्‍य झीलों की अपेक्षा स्‍वीमिंग करना काफी पसंद करते हैं क्‍योकि इस झील में गहराई है और पानी भी कम प्रदूषित है। साहसिक पर्यटकों के लिए यहां कई वॉटर स्‍पोर्टस जैसे – स्‍कीइंग और फाइबरग्‍लास सेलिंग का भी इंतजाम है। झील के किनारे पर एक बार और एक चाय पावेलियन भी स्थित है जिसे नागिन क्‍लब के नाम से जाना जाता है। यह जगह पर्यटकों को आराम प्रदान करवाती है।

3). अंचार झील – Anchar Lake

अंचार झील, श्रीनगर में एक झील है जो वर्तमान समय में बुरी दुर्दशा में है क्‍योकि यहां अवैध निर्माण, अतिक्रमण और आसपास के क्षेत्र में भयंकर प्रदुषण फैलाया जाता है। इन्‍ही कारणों से अंचार झील का अस्तित्‍व खत्‍म होने की कगार पर आ गया है। झील में भयानक प्रदुषण के चलते इसके पानी की क्षरीयता काफी बढ़ गई है जिसके चलते यहां की जमीन में जंगली पौधे और फूल भी पैदा नहीं होते हैं। अंचार झील को बर्ड – वाचिंग यानि चिडि़यों को निहारने के लिए भी अच्‍छा स्‍थान माना जाता है। पर्यटक यहां आकर झील के किनारे पर लगी शिकारा यानि लकड़ी की नाव पर भी सवार होकर झील में सैर कर सकते हैं। सर्दियों के दौरान कई बर्डस् जैसे – पोर्चाड, जंगली बत्‍तख, गॉडवाल स्‍पाइन और चैती आदि यहां देखने को मिलती हैं।

4). बुर्जहोम – Burzahom

बुर्जहोम, श्रीनगर का पुरातात्विक महत्‍व वाला कश्‍मीर का प्रमुख ऐतिहासिक स्‍थल है जो शालीमार गार्डन के उत्‍तर पश्चिम दिशा में स्थित है। इस क्षेत्र में 3000 से 1500 साल ईसा पूर्व निओलिथिक निपटान के द्वारा कब्जा कर लिया था। यहां पर कई प्राचीन घर और भूमिगत गड्डे पाएं जाते हैं। यहां के घरों का निर्माण जमीनी स्‍तर से ऊपर ईट और गारे से किया जाता है।

5). इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन – Indira Gandhi Tulip Garden

श्रीनगर में स्थित इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन अपने वार्षिक ट्यूलिप महोत्सव के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यह ज़ाबारवन पर्वत की तलहटी में स्थित है। यहां देखने के लिए निशात गार्डन , शालीमार गार्डन, अचाबल बाग, चश्मा शाही गार्डन विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।

6). शालिमार बाग़ – Shalimar Bagh

शालिमार बाग़ के चार मुख्य गलियारे हैं। शालिमार बाग़ को जहाँगीर ने अपनी मलिका नूरजहाँ के लिये सन् 1616 में बनवाया था। मखमली हरी-भरी क्यारियों, गलियारों, सुन्दर द‍ृश्यों के लिये प्रसिद्ध यह एक अत्यन्त रमणीक स्थान है।

7). निशात बाग – Nishat Bagh

निशात बाग डल झील के किनारे पर स्थित है। इसका निर्माण 1633 में अब्दुल हसन आसफ खान ने किया था और यह सबसे बड़ा मुगल गार्डन है। यह पर्यटकों को अपने सौंदर्य की वजह से अपनी अोर अाकर्षित करते हैं। यह बगीचा डल झील के किनारे स्थित है।

8). परी महल – Pari Mahal

चश्‍मे-ए-शाही गार्डन के ऊपर स्थित परी महल को 17 वीं सदी में प्रसिद्ध मुगल बादशाह शाहजहां के ज्येष्ठ पुत्र दारा शिकोह द्वारा बनवाया गया था। परी महल को परियों का घर या क्‍वानटिलॉन के नाम से भी जाना जाता है। दारा शिकोह ने अपने सूफी ट्यूटर, मुल्ला शाह बदाख्शी के सम्मान में यहां एक बौद्ध मठ का भी निर्माण करवाया था जो वर्तमान में खंडहर में बदल चुका है।

9). शंकराचार्य मंदिर – Shankaracharya Temple Srinagar

शंकराचार्य मंदिर समुद्र तल से 1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। शंकराचार्य मंदिर को तख्त-ए-सुलेमन के नाम से भी जाना जाता है। शंकराचार्य मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। यह श्रीनगर का एक अन्य पर्यटन स्थल है। यह मंदिर कई पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह माना जाता है कि इसे 200 ईसा में सर्माट अशोक के बेटे जलुका द्वारा निर्माणित किया गया था। पहाड़ी से शीर्ष आगंतुकों पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला की बर्फ से ढकी पहाड़ों की एक शानदार दृश्य प्राप्त कर सकते है।

10). जामा मस्जिद – Jama Masjid

मस्जिद की वास्तुकला काफ़ी अदभूत है। 15वीं शताब्दी में निर्मित जामा मस्जिद के बारे में कहा जाता है कि यह कश्मीर की सबसे बड़ी मस्जिद है। माना जाता है कि जामा मस्जिद की नींव सुल्लान सिकंदर ने 1398 ई. में रखी थी।

11). हजरतबल मस्जिद – Hazratbal Masjid Srinagar

यह मस्जिद डल झील के किनारे पर स्थित है। यह मस्जिद सफेद मार्बल से बनाया गया है। मस्जिद को दरगाह शरीफ असर -ए- शरीफ और मदीना -अमेरिका – शनि भी कहा जाता है। इस्लामी पैगंबर मुहम्मद की चीज़ – एक बाल को रोकने के लिए माना जाता है कि मस्जिद में एक मंदिर है। हज़रतबल मस्जिद श्रीनगर में स्थित प्रसिद्ध डल झील के किनारे स्थित है।

12). सोनमर्ग – Sonmarg

सोनमर्ग का अर्थ सोने से बना घास का मैदान होता है। सोनमर्ग समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

13). दाचीगम वन्यजीव अभयारण्य – Dachigam National Park

दाचीगम वन्यजीव अभयारण्य, श्रीनगर का विख्‍यात पर्यटन स्‍थल है जो समुद्र स्‍तर से अधिकतम 14000 फीट और न्‍यूनतम 5500 फीट की ऊंचाई वाली क्षेत्र में बना हुआ है। दाचीगम वन्यजीव अभयारण्य को 1951 में एक राष्‍ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह सेंचुरी, 141 वर्ग किलोमीटर के व्‍यापक क्षेत्र में फैली हुई है। यह अभयारण्‍य मुख्‍य रूप से लाल हिरण जिसे हंगुल भी कहा जाता है के लिए काफी प्रसिद्ध है। पर्यटक यहां आकर काले और भूरे भालू, तेंदुए, कस्तूरी मृग, और प्रवासी पक्षियों को भी देख सकते हैं।

कैसे जाएँ – Srinagar Tour & Travels Guide in Hindi

वायु मार्ग – श्रीनगर में श्रीनगर हवाई-अड्डा स्थित है। इंडियन एयरलाइन्स दिल्ली, अमृतसर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, अहमदाबाद और मुम्बई से श्रीनगर के लिए उड़ान भरती है।

रेल मार्ग – श्रीनगर से निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है। रेलवे स्टेशन से जम्मू तवी 293 किमी की दूरी पर स्थित है। जम्मू तवी रेलवे स्टेशन से दिल्ली, कोलकाता, पूना, मुंबई, कन्याकुमारी, अहमदाबाद आदि प्रमुख नगरों से नियमित रेल सेवा उपलब्ध है।

सड़क मार्ग – श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा कई प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।


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