अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर्यटन स्थल Andaman And Nicobar Islands Tourism

Andaman And Nicobar Islands Tourism / अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक पर्यावरण अनुकूल सुरक्षित पर्यटक स्‍थल के रूप में प्रसिद्ध है। इसे प्यार से “एमरल्ड आइलैंड्स” (पन्ने जैसे द्वीप) कहा जाता है। इसकी खासियत है इसकी अनुपम सुंदरता और चकित कर देने वाली वनस्पति और जीव-जंतु। यहां कई आकर्षक स्थान, सूरज को चूमते समुद्री तट, मोहक पिकनिक स्पॉट्स और कई अन्य आश्चर्य हैं। पर्यटक यहाँ सेल्‍यूलर जेल, रॉस द्वीप तथा हैवलॉक द्वीप जैसे विशिष्‍ट स्‍थानों को देखना पसंद करते हैं।

अंडमान निकोबार द्वीप समूह प्रसिद्ध पर्यटन - Andaman And Nicobar Islands Tourism in Hindi

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह – Andaman And Nicobar Islands Tourist Places in Hindi  

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत की सबसे बड़ी अपतटीय यूनियन टेरेटरी है, जो भारत के दक्षिण में और बंगाल की खाड़ी के बीच है। 8000 वर्ग कि.मी में फैला यह द्वीप अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण कई सैलानियों को अपनी छुट्टियाँ बिताने के लिए मजबूर करता है। अंड़मान और निकोबार दो अलग द्वीप है जो एक दूसरे से केवल 10 डिग्री नोर्थ लेटिटूड़ की दूरी पर है।

पोर्ट ब्लेयर यहाँ कि राजधानी है। यह सब से ज्यादा आबादी वाला शहर भी है। पोर्ट ब्लेयर के हवाई अड्डे से आप किसी अन्य परिवहन साधन द्वारा इन दोनों द्वीपों की सैर कर सकते हैं, इस सैर में सैलानी उत्तर से दक्षिण तक 800 कि.मी पानी के नीचे फैली पर्वत श्रंखला देखेंगे। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के द्वीप राज्य के पर्यटन को मजबूती देते हैं। खूबसूरत द्वीपों में जॉली बॉय, हैवलॉक, क्लिन्क, चंथम, वाइपर, रोज, बारेन और रेड स्किन शामिल हैं। जहां प्राचीन काल में बनी जेलें, एक सक्रिय ज्वालामुखी, मध्ययुगीन आरा मिल, बहुरंगी मूंगे और कई अन्य पर्यटन स्थल हैं।

इन द्वीपों की यात्रा करने वाले पर्यटकों के रूकने की आरामदायक व्‍यवस्‍था के लिए पर्यटन विभाग की ओर से द्वीपों के विभिन्‍न भागों में विश्राम गृहों की व्यवस्था है। यहाँ के प्रमुख पर्यटक स्‍थलों में नेतृत्‍व संग्रहालय, समुद्री संग्रहालय, जलक्रीड़ा परिसर, गांधी पार्क उत्तरी खाड़ी (नार्थ बे), वाइपर द्वीप, रॉस आईलैंड, चि‍ड़िया टापू (बर्ड वाचिंग), रेडस्किन आईलैंड, कोर्बिन्‍स कोव बीच तथा नील आईलैंड, हैवलॉक आईलैंड, सिंक्‍बे, लघु अंडमान, डिगलीपुर (रॉस एवं स्मिथ) इत्‍यादि हैं।

अंड़मान और निकोबार केवल अपने सुन्दर समुंद्री तटों और स्कूबा डाइविंग के लिए ही नहीं प्रसिद्ध, बल्कि यहाँ के घने जंगलों में पाए जाने वाले कई प्रजाती के पक्षी और सुन्दर फूल इसे एक उत्तम हनीमून स्थान बनाते हैं। अब तक यहाँ के घने जंगलों में लग-भग 2200 प्रजाती के पेड़-पौधे पाए गएँ हैं, जिन में से 1300 प्रजातियाँ भारत में भी मौजूद नहीं हैं , जिसके कारण अंड़मान-निकोबार द्वीप को एक अलग दर्जा प्राप्त है।

यहाँ सैलानियों को स्कूबा डाइविंग का मौका मिलता है, जिसमें वे पानी के नीचे बसे कई जीव और अन्य प्रकार के पौधे देखते हैं। इस के साथ यहाँ और भी कई सुन्दर पर्यटक स्थल है जिसे देख मनुष्य का मन मंत्रमुग्ध हो जाता है। इसकि इन्ही खूबियों के कारन इसे “इको-फ्रेंडली” स्थान का दर्जा दिया गया है।

अंडमान निकोबार द्वीप समूह प्रसिद्ध पर्यटन – Andaman And Nicobar Islands Tourism in Hindi

1). सेल्‍यूलर जेल

इस जेल की अंदरूनी बनावट सेल (कोठरी) जैसी है, इसलिए इसे सेल्यूलर जेल कहा गया है। ब्रिटिश शासन द्वारा भारत के स्वतंत्रता सैनानियों पर होने वाले अत्याचारों की मूक गवाह इस जेल की नींव 1897 में रखी गई थी। सेल्यूलर जेल के अंदर 694 कोठरियां हैं। इन कोठरियों को बनाने का उद्देश्य बंदियों को आपसी मेलजोल से रोकना था। ऑक्टोपस की भांति सात शाखाओं में फैली इस विशाल कारागार के अब केवल तीन अंश बचे हैं।

2). कार्बिन कोव्स बीच

हरे-भरे वृक्षों से घिरा यह समुद्र तट अंडमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का एक मनोरम स्थान है। यहाँ समुद्र में पानी के नीचे की दुनिया को देखा जा सकता है। यहाँ से सूर्यास्त का आकर्षक रूप देखा जा सकता है। यह समुद्र तट अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है।

3). रॉस द्वीप

रॉस द्वीप 200 एकड़ में फैला हुआ है। फीनिक्स उपसागर से नाव के द्वारा रॉस द्वीप पहुंचा जा सकता है। कभी यह ग्रेट अंडमानी आदिवासियों का अधिवास था। अंग्रेजी शासनकाल के दौरान अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह का मुख्यालय रॉस द्वीप में था। अंग्रेजी शासनकाल के दौरान इसे ‘पूरब का पेरिस’ कहते थे, लेकिन 1941 में आए भूकंप ने इसे बुरी तरह उजाड़ दिया। अब यहाँ कुछ अवशेष ही बचे हैं, लेकिन पर्यटकों की दिलचस्पी इनमें भी रहती है।

4). पिपोघाट फार्म

80 एकड में फैला पिपोघाट फार्म दुर्लभ प्रजातियों के पेड़-पौधों और जीव- जन्तुओं के लिए जाना जाता है। यहाँ एशिया का सबसे प्राचीन लकड़ी को चीरने की मशीन ‘छातास सा मिल’ है।

5). बैरन द्वीप

बैरन द्वीपबंगाल की खाड़ी में स्थित है। इसका निर्माण लावा शंकु तथा राख के ढेर से हुआ है। यह अण्डमान एवं निकोबार द्वीप समूह में स्थित है।

6). डिगलीपुर

डिगलीपुर में स्टीमर से मायाबन्दर जाते समय मैंग्रोव खाड़ी के बीचों-बीच से यात्रा करने का अवसर उपलब्ध होता है।
डिगलीपुर प्रकृति प्रेमियों को बहुत पसंद आता है। यह स्थान अपने संतरों, चावलों और समुद्री जीवन के लिए प्रसिद्ध है।
डिगलीपुर पर अण्डमान की एकमात्र कल्पांग नदी बहती है।

7). वाइपर द्वीप

वाइपर द्वीप अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में स्थित है। ब्रिटिश शासन में ग़ुलाम भारत से लाए गए बंदियों को पोर्ट ब्लेयर के पास वाइपर द्वीप में उतारा जाता था। अब यह पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो गया है।

8). सिंक व रडिस्किन द्वीप

यहाँ के स्वच्छ और निर्मल पानी का सौंदर्य पर्यटकों का मन मोह लेता है। इन द्वीपों में तैरती हुई डाल्फिन मछलियों के झुंड दिखायी देते हैं। शीशे की तरह साफ़ पानी के नीचे जलीय पेड़-पौधे व रंगीन मछलियों को तैरते देखना पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव है।

9). माउण्ट हैरियट

माउण्ट हैरियट निकोबार द्वीपसमूह की सबसे ऊँची चोटी है। माउण्ट हैरियट पोर्ट ब्लेयर से सड़क द्वारा 55 व नाव द्वारा 15 किमी की दूरी पर स्थित है। यह चोटी सदाबहार वनों से आच्छादित है। वर्तमान में माउण्ट हैरियट 46.62 वर्ग किमी क्षेत्र में नेशनल पार्क के रूप में विस्तृत है और नवम्बर 1996 में इसे आरक्षित वन के रूप में चिह्नित किया गया।

10). महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क

अंडमान के मनोरम दृश्यों में शामिल है- महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क। यह नेशनल पार्क वांडूर में है। यह खुले समुद्र और संकरी खाड़ी के साथ ही 15 द्वीपों से मिलकर बना है। पर्यटक इस जगह आते हैं दुर्लभ मूंगों की खूबसूरती देखने और अंडमान के समुद्री जीवों की आकर्षक जिंदगी देखने। स्कूबा डाइविंग और स्नोर्कलिंग भी यहां की जा सकती है। इससे यह नेशनल पार्क अंडमान के मनोरम दृश्यों का स्थायी भाव बन चुका है।

11). कटचाल

कटचाल को पहले तिहन्यू के तौर पर जाना जाता था। यह 174.4 वर्ग किलोमीटर में फैला है। निकोबार का कटचाल द्वीप केंद्रशासित प्रदेश के 572 द्वीपों में से एक है। बेमिसाल खूबसूरती की वजह से, यह द्वीप दुनियाभर के पर्यटकों में खासा लोकप्रिय है।

कैसे पहुंचे

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में स्थित है। इस वजह से कोई भी जहाज पर सवार होकर अंडमान और निकोबार द्वीप पहुंच सकता है। पानी जहाज से पोर्ट ब्लेयर पहुंचने में करीब तीन दिन लगते हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पहुंचने के लिए राजधानी पोर्ट ब्लेयर का एयरपोर्ट सबसे अच्छा रास्ता साबित होगा। चेन्नई, कोलकाता और पोर्ट ब्लेयर के बीच नियमित उड़ानें हैं। जेट एयरवेज, इंडियन एयरलाइंस और एयर डेक्कन की नियमित उड़ानें यहां पहुंचती हैं।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह जाने का श्रेष्ठ समय

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की यात्रा का सबसे अच्छा वक्त दिसंबर और अप्रैल के बीच के महीने हैं।


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