भारत के पूर्वी भाग में स्थित पश्चिम बंगाल राज्य संस्कृति और समृद्ध परंपरा की धरती है। अपने गौरवशाली अतीत के अलावा आज पश्चिम बंगाल को वामपंथी प्रभुत्व के गढ़ के तौर पर देखा जाता है। किसी समय यह ब्रिटिश औपनिवेशिक गतिविधियों का केंद्र था तथा यहाँ की वास्तुकला और प्राचीन इमारतों में इसके प्रमाण आज भी मिलते हैं। यह दुनिया भर में मशहूर रहे असंख्य कवियों, चित्रकारों, फिल्मकारों और विद्वानों की धरती है।
पश्चिम बंगाल – West Bengal Tourism Place in Hindi
पश्चिम बंगाल भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है जो उत्तर में हिमालय से दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। पश्चिम बंगाल का क्षेत्रफल 88,752 वर्ग किमी. है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता है। यहां कुल 18 जिलों के बंटा हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल पर्यटन में वृद्धि हुई है जो पारंपरिक और आधुनिक संस्कृति का मिश्रण दर्शाता है तथा बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
प्रौगोतिहासिक काल से ही बंगाल का उल्लेख मिलता है। सिकंदर के आक्रमण के समय बंगाल पर गंगारिदयी का शासन था। सातवीं शताब्दी के पूर्वाद्रे में राजा शशांक ने उत्तर-पूर्वी भारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उसके बाद गोपाल ने पाल वंश की स्थापना की। पालों ने यहां चार शताब्दियों तक शासन किया। इसके बाद सेन राजवंश का अधिकार हुआ। सोलहवीं शताब्दी में मुगल काल से पहले तक बंगाल पर अनेक मुस्लिम सुल्तानों के शासन का उल्लेख मिलता है। पश्चिम बंगाल में मुगलों के पतन के बाद आधुनिक बंगाल का इतिहास शुरू हुआ है। पश्चिम बंगाल के इतिहास यूरोपीय तथा अंग्रेजी व्यापारिक कंपनियों के आगमन से आरंभ हुआ। पश्चिम बंगाल में 1757 ई. की ऐतिहासिक प्लासी की लड़ाई ने उस समय इतिहास की धारा को मोड़ दिया तब अंग्रेजों ने पहले बंगाल में ओर तत्पश्चात् भारत में अपने पाँव जमा लिये।
पश्चिम बंगाल की यात्रा आपको एक ऐसे राज्य में ले जाएगी जहां देश में सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार विजेताओं का जन्म हुआ है। पश्चिम बंगाल की भौगोलिक स्थिति विविध प्रकृति की है। इस राज्य के उत्तरी भाग में हिमालय की श्रेणियां हैं जो उच्चतम बिंदु को दर्शाती है तथा यह आसाम और सिक्किम की सीमाओं के साथ जुड़ा हुआ है। पश्चिम बंगाल के बहुत बड़े क्षेत्र में गंगा के तटीय मैदान फैले हुए हैं तथा दक्षिण में सुंदरबन के डेल्टा क्षेत्र में विस्तृत वन्य जीवन है जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है तथा बंगाल की सीमा बंगाल की खाड़ी में समाप्त होती है। पश्चिम बंगाल उत्तर में नेपाल और भूटान से घिरा हुआ है तथा इसके पूर्वी ओर बांग्लादेश है।
पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र हैं कोलकाता, दीघा (मिदनापुरे), बाक्ख़ाली सी रिजॉर्ट, सागर द्वीप और सुंदरबन्स (साउथ 24 परगना), बंदेल, ताराकेश्वर, कमरापुकार (हुगली), गधियारा (हावड़ा), शांति निकेतन और बकरेश्वर (बिरभूम), दुर्गापुर (बर्दवान), मुकुटमणिपुर और विष्णुपुर (बाकुरा), अयोध्या पर्वत (पुरुलिया), मुर्शिदाबाद, गौर, पडुवा (मालदा), दार्जिलिंग, मिरिक, कलिंपोंग, संदाकफू और फलूत तथा कुर्सेयॉग (दार्जिलिंग) जलदापारा और डूअर्स (जलपाईगुड़ी)।
पश्चिम बंगाल की यात्रा ज्यादातर सितंबर और अक्टूबर के बीच की जाती है, क्योंकि तब यहां पूरे राज्य में बहुत उत्साह से दुर्गा पूजा मनाई जाती है। पश्चिम बंगाल में विशाल पहाड़, घने जंगल और जंगली जानवर, हरे भरे मैदान, खूबसूरत समुद्र तट और ऐतिहासिक स्मारकों के साथ साथ बहुत समृद्ध संस्कृति है।
पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल – West Bengal Tourist Place in Hindi
1). कोलकाता
कालिकाता, गोबिंदपुर और सुतानुती तीन गाँवों से मिलकर कलकत्ता या कोलकाता बना जिसकी स्थापना ब्रिटिश प्रशासक जॉब चर्नौक ने की थी। राजधानी शहर कोलकाता हुगली नदी के किनारे स्थित है तथा इसे भारत की सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है तथा अब इसे “आनंद का शहर” कहा जाता है। नोबल पुरस्कार विजेताओं के इस शहर में पर्यटन के अनेक आकर्षण हैं जिसमें विक्टोरिया मेमोरियल, हावड़ा ब्रिज, इंडियन म्यूज़ियम, मार्बल पैलेस, कालीघाट मंदिर, बिरला प्लेनेटेरियम (ताराघर), फोर्ट विलियम तथा अन्य शामिल हैं। प्राचीन इमारतें और स्मारक ब्रिटिश वास्तुकला को प्रदर्शित करते हैं जबकि पुरानी ज़मीनदार बारी और हवेलियाँ पश्चिम बंगाल की वास्तुकला शैली को प्रदर्शित करती हैं।
2). दार्जीलिंग
यह नगर शिवालिक हिल्स मै लोवर हिमालय मै अवस्थित है। यहां की औशत उंचाई 2,134 मिटर (6, 982 फ़िट) है। दार्जीलिंग शब्द की उत्त्पत्ति दो तिब्बती शब्दौं, दोर्जे (बज्र) और लिंग (स्थान) से हुवा है। इस का अर्थ “बज्रका स्थान है।”भारत मै बेलायती शासन के दौरान दार्जीलिंग की टेम्परेट मौसम के कारण से इस जगह को हिल स्टेशन बनाया गया। बेलायती रेसिडेन्ट्स यहां ग्रीष्म मौसम के गर्मी से छुट्कारा पाने के लिए आते थे।
दार्जीलिंग अन्तराष्ट्रिय स्तर पर यहां के दार्जीलिंग चाय के लिए प्रसिद्ध है। दार्जीलिंग की दार्जीलिंग हिमालयन् रेल्वे एक युनेस्को विश्व सम्पदा स्थल तथा प्रसिद्ध स्थल है। यहां की चाय खेती 1800 की मध्य से सुरु हुवा था। यहां की चाय उत्पादकौं ने काली चाय और फ़र्मेन्टिंग प्रविधि का एक समिश्रण तयार किया है जो विश्व के सर्वोत्कृष्ट मै एक है। दार्जीलिंग हिमालयन रेल्वे जो दार्जीलिंग नगर को समथर स्थल से जोड्ता है, को विश्व सम्पदा स्थल 1999 मै घोषित किया गया था। यह वाष्प से संचालित यन्त्र भारत मै ही बहुत कम देख्ने को मिलता है।
3). गंगासागर
गंगासागर बंगाल की खाड़ी के कॉण्टीनेण्टल शैल्फ में कोलकाता से 150 कि॰मी॰ दक्षिण में 300 वर्ग कि॰मी॰ का एक द्वीप है। यह भारत के अधिकार क्षेत्र में और पश्चिम बंगाल सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन है। इसमें 43 गांव हैं, जिनकी जनसंख्या 1,60,000 है। यहीं गंगा नदी का सागर से संगम माना जाता है।इस द्वीप में ही रॉयल बंगाल टाइगर का प्राकृतिक आवास है। यहां मैन्ग्रोव की दलदल, जलमार्ग तथा छोटी छोटी नदियां, नहरें हीं। इस द्वीप पर ही प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ है। प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर लाखों हिन्दू श्रद्धालुओं का तांता लगता है, जो गंगा नदी के सागर से संगम पर नदी में स्नान करने के इच्छुक होते हैं। यह मेला महाकुंभ के बाद मनुष्यों का दूसरा सबसे बड़ा मेला है। यहाँ एक मंदिर भी है जो कपिल मुनि के प्राचीन आश्रम स्थल पर बना है।
4). हावड़ा
पश्चिम बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। पर्यटक स्थलों में हावड़ा ब्रिज पर्यटकों को आकर्षित करता है। हावड़ा ब्रिज के अतिरिक्त पर्यटक यहाँ पर हावड़ा स्टेशन, महान् बरगद का पेड़, बेलूर मठ, गारचूमुक, पानीतरास-सम्ताबेर और विद्यासागर सेतु आदि देख सकते हैं, जो बहुत ख़ूबसूरत हैं। यह अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है।
5). जलपाईगुडी
नदियों और पहाड़ियों से घिरा जलपाईगुडी पश्चिम बंगाल में है। यहाँ पर चाय के बागानों और जंगल बहुत सुंदर हैं। यहाँ रहने वाले निवासी बड़े मिलनसार और हंसमुख हैं। वह जलपाईगुड़ी में आने वाले पर्यटकों का स्वागत बड़े आदर और उत्साह के साथ करते हैं।
6). पुरूलिया
पुरूलिया पश्चिम बंगाल का आभूषण नाम से जाना जाता है। यहाँ पर प्राकृतिक सुन्दरता के साथ-साथ अटचला और चारचला शैली में बने मंदिर भी प्रसिद्ध हैं। इन मन्दिरों के अतिरिक्त बगमुंडी, बिरंचीनाथ, बुद्धपुर, चार्रा और गनपुर पर्यटक स्थल हैं।
7). वर्द्धमान
वर्द्धमान पश्चिम बंगाल में स्थित है। धान के खेतों के अतिरिक्त यह विश्वप्रसिद्ध पर्यटक स्थलों कर्ज़न गेट, कंचननगर, एक सौ आठ शिव मन्दिर, मंकर और कल्याणोश्वरी मन्दिर के लिए जाना जाता हैं।
इनके अतिरिक्त पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र हैं – कोलकाता, दीघ, बाक्ख़ाली सी रिजॉर्ट, सागर द्वीप और सुंदरवन, बंदेल, ताराकेश्वर, हुगली, शांति निकेतन और कलिंपोंग आदि।