पसलियों में दर्द के कारण और घरेलु उपचार Ribs Pain Home Remedy in Hindi

पसलियों में दर्द अधिक ठंडे पदार्थों का सेवन करने से होता हैं। आजकल पसलियों में दर्द की समस्या अधिकतर लोगों में देखी जा रही है। पसलियों में दर्द होने पर कई तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। चलने फिरने में भी परेशानी होती हैं। आइये जाने पसलियों में दर्द के कारण और इसके घरेलु उपचार.. (Pasli me Dard ka Ilaj in Hindi)

पसलियों में दर्द के कारण और घरेलु उपचार Ribs Pain Home Remedy in Hindiपसलियों में दर्द होने के कारण – Ribs Pain Causes in Hindi

पसलियों में दर्द ठंडी चीजों का सेवन करने के कारण होता हैं। अत्यधिक ठंड पड़ना भी पसलियों में दर्द होने का एक कारण हैं। बच्चों की सेहत पर ठंड का प्रभाव अधिक पड़ता हैं। क्यूंकि उनका शरीर बड़ों के शरीर से नाजुक होता हैं। मौसम में लगातार परिवर्तन होने के कारण भी कई लोगों की पसलियों में दर्द हो जाता हैं। कुछ व्यक्ति धूप में से आते ही फ्रिज का ठंडा पानी पीते हैं। धूप में से आने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने से भी पसलियों में दर्द की शिकायत हो जाती हैं। पसलियों में दर्द कुछ फलों के खाने के कारण भी हो जाता हैं। जैसे – अनार, तरबूज, खीरा, संतरा, सेब और केला आदि फलों का अधिक मात्रा में सेवन करने से फेफड़ों में कफ जम जाता हैं. जिसके परिणाम के रूप में हमारी पसलियों में दर्द होने लगता हैं। इसके आलावा जोर से खांसी व छींक आने या शरीर में खून की कमी और विटामिन डी की कमी के कारण भी होता हैं।

पसलियां टूटना या चोटिल पसलियां से भी दर्द होता हैं। फेफड़ों की अन्य समस्याओं, जैसे ब्रोंकाइटिस, के कारण भी पसलियों में दर्द हो सकता है। फेकल इम्पेक्शन (एक विकार जिसमें मल का एक टुकड़ा आंत में फसा रह जाता है) के कारण भी दर्द होता हैं। छाती की मांसपेशियों पर अत्यधिक दबाव डालने वाली एक्सरसाइज करना जैसे वजन उठाना आदि।

पसलियों में दर्द होने के लक्षण – Ribs Pain Symptoms in Hindi

  • सांस लेने में बहुत दिक्कत होती हैं।
  • पसलियों में दर्द होने पर पीड़ित व्यक्ति की सांस की गति तीव्र हो जाती हैं।
  • पसलियों में दर्द होने पर शरीर की भूख – प्यास मिट जाती हैं।
  • पसलियों में दर्द होने पर पुरे शरीर में बेचैनी हो जाती हैं। सोने, बैठने या लेटने का या किसी एक अवस्था में रहने का मन नहीं करता. हाथ – पैर ढीले पड जाते हैं।
  • जोड़ों में दर्द और डिप्रेशन होना।
  • इसके आलावा पेशाब में दर्द होना व मटमैला और बदबूदार मूत्र आना शामिल हैं।

पसलियों में दर्द से छुटकारा पाने के घरेलु आयुर्वेदिक इलाज – Pasli me Dard ka Ilaj

सरसों के तेल में लहसुन गर्म करके मालिश करने या तारपीन के तेल में मालिश करने से पसलियों के दर्द में आराम मिलता है। मालिश के बाद कपड़े की पट्टी को सेंककर बांधने से अति शीघ्र लाभ होता है।

तुलसी, अदरक और कालीमिर्च को मिलाकर काढ़ा बना लें और उसमें एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर सेवन करें।

सांभर सींग को पानी से घिसकर उसका लेप पसलियों पर लगाना भी लाभदायक सिद्ध होता है।

सुद्ध हींग को गर्म जल में भली प्रकार घोल कर लेप बना कर उसे उन पसलियों पर लगाए जिनमे दर्द हो रहा हो। यह भी एक लाभदायक प्रयोग है।

मेथी भी पसलियों के दर्द में बेहद राहत देती है। 100 ग्राम मेथी दानों को हल्का भूनें और इसे कूट लें फिर इसमें बेहद थोड़ा काला नमक भी मिला लें।और इसका सेवन सुबह और शाम एक-एक चम्मच खाएं। एक महीने तक लगातार खाने से पसलियों का दर्द ठीक होने लगता है।

पच्चीस ग्राम सोंठ को कूटकर आधा किलो पानी में उबालें और उस पानी को छानकर रख लें। अब इस पानी की 4 मात्राएं कर के रोगी को दिन में चार बार पिलाए। पसलियों का दर्द ठीक हो जाएगा।

जीरा दो चम्मच,  को एक गिलास गर्म पानी में मिला लें। और किसी कपड़े में डालकर निचोड़ लें और इसकी सिकाई पसली वाली जगह पर करें। इससे काफी आराम मिलता है।

लहसुन की 7 कलियां छीलकर उन्हें दो चम्मच घी में डालकर भली प्रकार गरम कर ले। दोनों समय भोजन के साथ इसका सेवन करने से पसलियों के दर्द में लाभ पहुंचता है। इसका सेवन कम से कम 1 सप्ताह तक करें।

पसलियों के दर्द को ठीक करने के लिए आप चुना और शहद का भी उपयोग कर सकते हैं। पसलियों के दर्द को ठीक करने के लिए चुना और शहद की बराबर मात्रा लें और दोनों को अच्छी तरह से मिलाकर लेप तैयार कर लें. अब इस लेप को अपनी पसलियों पर लगा लें. आपकी पसलियों के दर्द से आराम मिलेगा।

राई का लेप करने से भी पसलियों का दर्द ठीक हो जाता हैं। पसलियों के दर्द को ठीक करने के लिए करीब 250 ग्राम राई के दाने लें और उन्हें अच्छी तरह से पीस लें। पिसने के बाद इसे थोडा गरम कर लें. अब इस लेप को पसलियों में जहां पर दर्द हैं उस स्थान पर लगाये। इससे पसलियों को दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।

इस रोग के रोगी को ठंड और ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस रोग में हल्के गर्म तेल की मालिश करें जिससे कि ठंडक दूर होकर रोग में लाभ हो।

अपने डाइट्स में इन चीजों को शामिल करे – Ribs Pain Treatment in Hindi 

  • अपने आहार में ओमेगा 3 फैटी एसिड से समृद्ध भोजन खाना चाहिए,जैसे मछली। इसके आलावा वो चीजें खाएं जो जल्दी से पचती हैं, जैसे फल, सब्जियां, और फाइबर से समृद्ध भोजन।
  • अगर आपकी पसलियों में दर्द हैं तो विटामिन डी की उचित मात्रा लेना बहुत जरूरी है।
  • उन उत्पादों से बचें जो आपके सिस्टम को अवरुद्ध करते हैं जैसे फास्ट फूड, फैटी मांस, फिजी ड्रिंक और मिठाइयां । इसके आलावा शराब और सगरेट से दूर रहे।

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