आधासीसी ‘माइग्रेन’ के कारण, घरेलु इलाज | Migraine Headache in Hindi

Migraine Kya Hain? – जब मनुष्य के सिर के आधे भाग में दर्द हो और आधे भाग में दर्द न हो तो उसे अधकपारी या आधासीसी या इंग्लिश में माइग्रेन (Migraine) कहते हैं। आधा सिर दर्द सिर के किसी भी भाग में हो सकती हैं ये दर्द कोई आम दर्द नहीं होता हैं, इसमें बहुत पीड़ा झेलना पड़ता हैं। मरीज को अधकपारी में चैन नहीं होता हैं। अधकपारी के इलाज में कभी भी लापरवाही नहीं बरतना चाहिए, नहीं तो ये बड़े बीमारी का कारण बन सकता हैं। जैसे ब्रेन हैमरेज, लकवा आदि। माना जाता है कि माइग्रेन पर्यावरणीय और आनुवांशिकीय कारकों के मिश्रण से होते हैं। लगभग दो तिहाई मामले पारिवारिक ही होते हैं। तो चलिए जाने आधासीसी दर्द का घरेलु इलाज..  (Adha Sir Dard ka Ilaj)

आधासीसी (माइग्रेन) के कारण, घरेलु इलाज | Migraine Headache in Hindiकारण – Migraine Hone ke Karan

  • हाई ब्लड प्रेशर,
  • मानसिक व शारीरिक थकावट,
  • दर्द निवारक दवाओं का अधिक सेवन करना
  • अधिक गुस्सा करना,
  • चिन्ता करना,
  • नींद पूरा न करना,
  • मौसम में बदलाव,
  • स्त्रियों में आधे सर का दर्द होने की शिकायत मासिक धर्म में गड़बड़ी हो जाने के कारण भी होती है,
  • असामान्य भोजन करने से भी माइग्रेन होने का खतरा रहता हैं।

 लक्षण  – Migraine ke Lakshan

माइग्रेन (Migraine) रोग से पीड़ित रोगी को सुबह उठते ही चक्कर आने लगते हैं, आंखों के सामने अंधरा-सा छा जाता है। भूख कम लगना, पसीना आना, कमजोरी महसूस होना। सर्दी का लगना, जी मिचलना, उल्टी होना आदि अनेक लक्षण आधासीसी रोग के हैं। इस रोग से पीड़ित रोगी का चेहरा फीका पड़ जाता है और वह उदास रहता है। इसके अलावा इसमें अधिकांश लोगों को सिरदर्द के साथ-साथ अन्य लक्षण जैसे उल्टी होना, चक्कर आना, दिखने में परेशानी का होना इत्यादि भी इसके लक्षण हैं।

र्दन में अकड़न होना, प्यास लगना एवं बार-बार पेशाब का आना, इसके आलावा कब्ज की समस्या भी माइग्रेन के कारण हैं।

माइग्रेन के प्रकार – Types of Migraine in Hindi

माइग्रेन मुख्य रूप से 5 तरह के होते हैं। जिनमे – ऑप्टिकल माइग्रेन, क्रोनिक माइग्रेन, मासिक धर्म माइग्रेन, दृष्टि संबंधी माइग्रेन, दृष्टि रहित माइग्रेन शामिल हैं।

आधासीसी दर्द का घरेलु इलाज – Migraine Treatment in Hindi at Home

⇒ छोटी पीपली का थोड़ा-सा चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से आधासीसी दर्द जल्दी दूर हो जाता है।

⇒ लगभग 12 ग्राम गुड़ को लगभग 6 ग्राम देशी घी के साथ मिलाकर खाने से आधासीसी ठीक हो जाता है।

⇒ गाजर के पत्तों का पानी गर्म करके नाक और कान में डालने से आधासीसी दर्द में आराम मिलता है।

⇒ 4 इंच चौड़ा और 4 इंच लंबा कोरा कागज लेकर उस पर देसी घी चुपड़ दे। फिर उस पर पीसी हल्दी बुरककर बीड़ी की तरह लपेट कर धागा बांधे दे। घी हल्दी लगा हिसा भीतर की ओर रहे। इसके एक सिरे को जलाकर आग बुझा दे। फिर सिर के जिस तरफ दर्द हो उस तरफ के नथुने में वह बीड़ी लगाए और दूसरी तरफ का नथुना हाथ के अंगूठे से दबाकर जोर से सांस खींचे ताकि बीड़ी का धुआं अंदर पहुंचे। इस प्रयोग से आधा सर दर्द तुरंत गायब हो जाता है।

⇒ नौसादर एक तोला और कपूर 3 ग्राम- दोनों को पीस कर माथे पर लेप करने तथा सूंघने से आधासीसी दर्द खत्म हो जाता है।

⇒ आधा सर के दर्द में नारंगी के छिलके का रस नाक से उस नथुने में डालें जिस ओर दर्द नहीं है। यदि दर्द बाएं ओर है तो दाई नथुने मैं और दाई ओर दर्द हो तो बाई नथुने में रास टपकाई आधा सर दर्द दूर हो जाएगा।

⇒ मेहंदी की पत्तियों को पीसकर माथे पर लेप करें आधा सर दर्द में तत्काल राहत मिलेगी।

⇒ नित्य भोजन के समय दो चम्मच शुद्ध शहद लेने से आधा सर दर्द समाप्त हो जाता है।

⇒ आधा सीसी का दर्द हो जाने पर आप अंगूर के रस का सेवन करें  इससे बहुत फायदा पहुंचता है

⇒ 30 ग्राम लहसुन को पीसकर रस निकाल लें और इसमें लगभग आधा ग्राम हींग मिलाकर 1-1 बूंद नाक में डालें। इससे आधासीसी का दर्द खत्म होता है और रोगी को चक्कर आना आदि में आराम मिलता है।

⇒ आधा सर दर्द के समय नाक के नथुने में एक-एक बूंद सहद डालकर ऊपर को सूंतने से आराम मिलता है।

⇒ 10 ग्राम काली मिर्च चबाकर ऊपर से बीस-पच्चीस ग्राम देसी घी पीने से आधा सर का दर्द दूर हो जाता है।

⇒ लगभग 10 दाने कागजी बादाम, लगभग 10 ग्राम पोस्त (खस-खस) और लगभग 5 दाने छुहारे को पानी में डालकर रख दें। सुबह इस मिश्रण को घी में डालकर हलवे की तरह पकाएं और इसमें मिश्री 100 ग्राम, 10 लौंग और 5 इलायची का चूर्ण बनाकर मिलाकर सुबह-शाम देने से आधासीसी का दर्द खत्म हो जाता है।

⇒ चकवड़ के बीज कांजी में पीसकर सिर पर लेप करने से आधा सर दर्द में आराम मिलता है।

⇒ छोटी तुलसी की मंजरी छांव में सुखा पीसकर रख लें। आधा सर दर्द उठने पर दो ग्राम चूर्ण शहद के साथ चाटने पर दर्द ठीक हो जाएगा।

⇒ आधा सर दर्द में बिस्तर पर लेट कर अपनी गर्दन पाटी से बाहर करके लटका ले। अब जिस भाग में दर्द होता हो, नाक के उस भाग की तरफ वाले नथुनों में सरसों के तेल की दो बूंदों टपकाकर, दूसरी तरफ की नाक को दबाकर जोर से सांस खींचे, ताकि तेल ऊपर चढ़ जाए। यह प्रयोग दो-तीन दिन करने से आधा सर दर्द हमेशा के लिए चला जाएगा। यह प्रयोग सर्दी जुकाम में भी लाभदायक है।

⇒ एक चम्मच शुद्ध घी, एक गिलास गुनगुने दूध में डालकर सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले, घुट घुट कर के पीने से आधा सर दर्द दूर हो जाता है।

⇒ यदि सिर दर्द सूर्य निकलने के साथ शुरू हो और सूर्य डूबने के साथ कम हो जाए तो ऐसे सिर दर्द में सूर्य निकलते समय सूर्य के सामने खड़े होकर लगभग 150 मिलीलीटर पानी में 60 ग्राम चीनी मिलाकर धीरे-धीरे पीएं। इससे आधे सिर का दर्द समाप्त होता है।

⇒ आधासीसी का कष्ट यदि अपच के कारण उत्पन्न हुआ हो तो सोंठ को पानी के साथ पीसकर लुगदी बनाकर हल्का-सा गर्म करके पीड़ित स्थान पर लेप करें। इस प्रयोग के आरम्भ में हल्की-सी जलन प्रतीत होती है जो बाद में शीघ्र ही ठीक हो जाती है। यदि जुकाम से सिरदर्द हो तो सोंठ को गर्म पानी में पीसकर सर पर लेप करें और पिसी हुई सोंठ का चूर्ण सूंघें।

माइग्रेन होने पर इन चीजों का ध्यान दे – Migraine ka Ilaj in Hindi

  • माइग्रेन की समस्या से जूझ रहे लोगो को 8-10 नींद लेना जरुरी हैं। इसलिए समय पर सोये और समय पर जगे।
  • नियमित रूप से व्यायाम करे, व्यायाम करने से आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा और सभी प्रकार की बीमारिया दूर होगी।
  • अपने खाने पिने में ध्यान दे। ऐसे आहार से बचे जिससे आपको नुक्सान हो। हरी सब्जियों का सेवन करे।
  • धूम्रपान से बचे। धूम्रपान बहुत सी बीमारियों का जड़ हैं, और इससे आपका माइग्रेन भी ठीक नहीं होगा। इसलिए धूम्रपान से दुरी बनायें।
  • शरीर में पानी की कमी कई सारी बीमारी का कारण बन न बने।
    इसी कारण हर शख्स को पर्याप्ता मात्रा में पानी (8-10 गिलास प्रतिदिन) पीना चाहिए।
  • ज्यादा दर्द हो तो हाथ पर कुछ बूंद तेल की लें और इससे अपने माथे और गर्दन के हिस्से पर मसाज करें। इससे आपकी नर्व्स रिलैक्स होंगी जिससे आपको आधे घंटे में ही दर्द में राहत महूसस होगी।

चेतावनी : उपरोक्त उपाय विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए हैं लेकिन इनका प्रयोग शरीर की प्रकृति के अनुसार अथवा चिकित्सक से सलाह के पश्चात करें।


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