Napunsakta Ka Ilaj In Hindi नपुंसकता घरेलु इलाज 100% Work

Napunsakta Ka Ilaj In Hindi / जो व्यक्ति यौन सम्बन्ध नहीं बना पाता हैं या जल्द ही शिथिल हो जाता हैं उसे नपुंसकता कहते हैं। तो चलिए आज जानते हैं नपुंसकता होने कारण और इसके घरेलु इलाज…

Napunsakta Ka Ilaj In Hindi नपुंसकता घरेलु इलाज 100% Work नपुंसकता होने का कारण –

  • बचपन की गलतियों के कारण भी नपुंसकता हो जाती हैं।
  • नपुंसकता के एक कारण धूम्रपान भी हैं. जैसे सिगरेट, गुटखा, खैनी, शराब आदि।
  • मानसिक दबाव या अवसाद।
  • हॉर्मोंस डिसऑर्डर्स, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन अथवा नपुंसकता की बड़ी वजह हो सकती है।

नपुंसकता का घरेलु और रामबाण आयुर्वेदिक इलाज – Impotence Ayurvedic Treatment 

  • छुहारे को दूध में देर तक उबालकर खाने से और उसी दूध को पिने से नपुंसकता समाप्त हो जाती हैं।
  • तुलसी के बीजों का चूर्ण तथा पुराना गुड़ को बराबर मात्रा में लेकर बेर के समान गोलियां बना ले। एक गोली सुबह और एक शाम को दूध के साथ लेने से पांच-छह: सप्ताह में नपुंसकता जाती रहती है। पर्याप्त उत्तेजना एवं स्तम्भन प्राप्त होता है।
  • बादाम की गिरी, मिश्री, सौंठ, और काली मिर्च कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर कुछ हफ्ते सेवन करने और ऊपर से दूध पिने से वीर्य का ख़त्म होना बंद हो जाता हैं।
  • सुबह सवेरे छोटी पिप्पली दूध और शहद के साथ लेने पर शरीर की पौष्टिकता बढ़ती है। छोटी पिप्पली को पीसकर शीशी में रख लेना चाहिए और एक चम्मच चूर्ण एक बार ले लेना चाहिए।
  • संभोग के उपरांत जरा-सी सोंठ डालकर औटाया हुआ दूध पीने से खोई शक्ति पुन: लौट आती है।
  • भीगे चने सुबह शाम चबाकर खाने से ऊपर से बादाम की गिरी खाने से मैथुन शक्ति बढ़ती हैं।
  • बेल के पत्तो का रस लेकर उसमे शहद मिलकर शिश्नि में लेप लगाने से नपुंसकता ख़त्म हो जाता हैं।
  • चालीस लाल प्याज को साफ करके कांटे से गोंद लें और सहद में डुबोकर 40 दिन के लिए रख दे। उसके बाद एक प्याज रोज 40 दिन तक खाए। आपका चेहरा लाल-सुर्ख हो जाएगा और मर्दाना ताकत सौ गुना बढ़ जाएगी।
  • 1 किलो गाजर को कद्दूकस में घिसकर 4 किलो दूध में पकाएं। जब दूध सूख जाए तो उसमें एक पाव देसी घी और 10 अंडे डालकर भूने। 60 ग्राम इस योग को प्रतिदिन दूध के साथ लेने से मर्दाना ताकत कई गुना बढ़ जाती है।
  • एक कच्चे अंडे में पच्चीस ग्राम शुद्ध शहद मिलाकर सर्दियों में सुबह के वक्त सेवन करें। इसके बाद गर्म दूध पी ले। यह मर्दाना ताकत की बेहतरीन खुराक है। इसका सेवन कम से कम 1 महीने तक करें। खट्टा एवं चावल का परहेज रखें।
  • देशी घी में सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाएं। 60 ग्राम हलवे में 10 ग्राम शुद्ध सहद मिलाकर रोज एक महीने तक खाए। यह मर्दाना ताकत की एक रामबाण औषधि है।
  • त्रिफला का चूर्ण, शहद, घी और कांतिसार – इन सब को बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। रात को सोने से पहले इसका सेवन करने से पुरुष की स्तंभन शक्ति में अपार वृद्धि होती है।
  • बिदारीकंद और गोखरू चूर्ण के बराबर भाग में मिश्री मिलाकर रख लें। रोज दूध या पानी के साथ एक तोला चूर्ण लेने से वीर्य शुद्ध और गाढ़ा होता है।
  • असगंध और विधारा का बराबर भाग में कूट-पीसकर छान लें। रोज एक तोला चूर्ण गाय के गरम दूध के साथ लेने से बूढ़ा व्यक्ति भी युवाओं से आगे निकल जाता है।
  • चार से छह: ग्राम सुखी गिलोय घी के साथ सेवन करने से बल बढ़ता है, नंपुसकता दूर होती है तथा स्वप्नदोष आदि से मुक्ति मिलती है। सूखी गिलोय के स्थान पर प्रत्येक खुराक में 2 ग्राम गिलोय का सत शुद्ध देसी घी के साथ लिया जा सकता है यदि हरि गिलोय उपलब्ध हो तो उसकी मात्रा 10 से 25 ग्राम तक ले।
  • 10 -10 ग्राम शहद और मुलहटी को 5 ग्राम घी के साथ खाने तथा ऊपर से दूध पीने से मैथुन शक्ति बहुत बढ़ जाती है। यह परीक्षित रामबाण दवा है।
  • अकरकरा तीन माशे, रिहा के बीज 24 माशे और सफेद कन्द सत्ताईस माशे – तीनों को कूट-पीसकर छान लें। इसे मैथुन से 2 घंटे पहले फांक ले। यदि आपका वीर्य पतला नहीं है तो जब तक आप नींबू नहीं चाटेंगे तब तक स्खलित नहीं होंगे।
  • एक टोला इमली के चिए लेकर, 4 दिन तक पानी में भीगा रहने दे। उसके बाद उन्हें छीलकर तोल लें। जितना वजन हो, उससे दोगुना पुराना गुड मिला-पीसकर लुगदी बना ले। फिर चने के समान गोलिया बनाएं। मैथुन से 1-2 घंटे पहले दो गोली खा ले। स्तंभन शक्ति तब तक बनी रहेगी जब तक निंबू का रस नहीं पिएंगे।
  • असगंध के चूर्ण में घी, शहद और मिश्री मिलाकर सुबह चार तोले रोज एक महीना तक सेवन करने से बूढ़ा भी जवान हो जाता है यह एक परीक्षित नुस्खा है।
  • सफेद प्याज का रस आठ माशे, अदरक का रस छह: माशे, शुद्ध शहद चार मासे और घी तीन मासे – इन चारों को मिलाकर 2 महीने तक सेवन करने से, नामर्द भी मर्द हो जाता है।
  • आधा सेर दूध में एक तोला सतावर पीसकर डाले दें। जब पकाने से दूध डेढ़ पाव रह जाए, तो उसमें मिश्री मिला दे। इस दूध को पीने से कामेच्छा बढ़ती है और लिंग ढीला नहीं पड़ता। यह दूध कम से कम 40 दिन पीए और स्त्री से दूर रहें।
  • विदारीकंद के चूर्ण को घी, दूध और गूलर के रस के साथ पीने से बूढ़ा भी जवान हो जाता है। विदारीकंद को कूट-पीसकर छान लें। उसमें से दो तोले चूर्ण को गूलर के स्वरस में मिलाकर चाट लें और ऊपर से दूध पिए। दूध में घी डाल सकते हैं। यह एक अद्भुत नुस्खा है।
  • जो व्यक्ति देशी घी में भुनी हुई मछलियां खाते हैं, वह स्त्री प्रसंग में कभी पीछे नहीं हो पाता।
  • गोखुरू, तालमखाना, शतावर, कौंच के बीजों की गिरी, बड़ी खिरेंटी गंगेरन – इन सभी जड़ी बूटियों को आधा आधा पाव लेकर कूट-पीसकर छान लें। छह: माशे से एक तोले तक यह चूर्ण प्रतिदिन फांककर दूध पीने से बेइंतेहा शक्ति बढ़ती है।
  • तरबूज के बीजो की गिरी और मिश्री छह:-छह: माशे मिलाकर खाने से दो-तीन महीने में ही शरीर पुष्ट हो जाता है।
  • पीपल और मिश्री का बराबर भाग पीसकर रख लें। छह: माशे चूर्ण रोज दूध के साथ फाँकने पर बल-वीर्य बढ़ता है।
  • सुखी शकरकंदी कूट-छानकर घी और चीनी के साथ हलवा बनाकर खाने से वीर्य जल्दी ही पुष्ट होता है।
  • कौंच के बीजो की गिरी और तालमखाने के बीज – दोनों को बराबर-बराबर लेकर पीस-छान लें। फिर उस चूर्ण में बराबर की मिश्री मिला दे। दो तोला चूर्ण रोज दूध के साथ लेने से खूब बल-वीर्य बढ़ता है। यह बहुत खास नुस्खा है।
  • लौंग और शहद के साथ अभ्रक भस्म खाने से धातु बढ़ती है।
  • दूध या जायफल के साथ एक-दो रत्ती-बंग भस्म खाने से खूब ताकत आती है। इसे तुलसी के रास के साथ भी ले सकते हैं।
  • छोटी हरड़ और मिश्री के साथ लौह भस्म खाने से, शरीर फौलाद जैसा हो जाता है।
  • पैन के साथ दो-चार चावल भर चांदी या स्वर्ण भस्म खाने से, शरीर में कामवेग प्रबल हो जाता है।
  • सतावर, गोखरू, कौंच के बीजों की गिरी, तालमखाने के बीज, सेमर की मूसली, बरियारा के बीज और गुल सकरी – सभी को सात-सात तोले लेकर कूट-पीसकर छान लें। इसमें पूरे चूर्ण के बराबर मिश्री मिला दे और चौड़े मुह की शीशी में भरकर रख दें। इस चूर्ण का सेवन कम-से-कम दो-तीन माह तक करें। यह आजमाया हुआ नुस्ख़ा है, जो बल-वीर्य बढ़ाता है।
  • जमीकंद और तुलसी की जड़ – दोनों को पान में रखकर खाने से, स्त्री-प्रसंग के समय विर्य स्खलित नहीं होता।
  • जरा-सी कौंच की जड़ मुंह में रखकर चूसते रहने और संभोग करने से तब तक वीर्य स्खलित नहीं होगा, जब तक जड़ मुंह में रहेगी।
  • धनिया पीसकर, उसमें बराबर की खांड और घी मिलाएं। रोज छह: पैसे भर खाने से वीर्य बल बढ़ता है।
  • रोज गाजर का रस 200 मिलीलीटर पिने से मैथुन शक्ति बढती हैं। गाजर का हलवा रोज खाने से भी यौन शक्ति बढती हैं।
  • ग्वारपाठा के 3-4 छीलकर गुर्दा खाने और ऊपर से नीम-गिलोय का पानी पीने से बूढ़े भी जवान हो जाते हैं।
  • जामुन की घुठली को रोज गर्म दूध के साथ खाने से वीर्य का ख़त्म हो बंद हो जाता हैं।

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