कुछ लोगों ऐसे होते हैं जो बेड पर जाते ही नींद आ जाती है। लेकिन कुछ लोगों को रोज रात को जल्दी सोने में परेशानी होती है। ऐसे लोग जो नींद के लिए पूरी रात करवटें बदलते रहते हैं, वही जानते हैं कि रात को नींद न आने की समस्या कितना तनाव और क्या-क्या परेशानी देती है। लेकिन जल्दी सोना आपको थकान और आलस से छुटकारा के साथ ही, सेहत के लिए भी अच्छा माना गया है। रिसर्च से ऐसा पता चलता है कि जब आपका सर्केडियन रिदम (circadian rhythm) यानी कि सोने-जागने का समय ठीक नहीं होता है तो आपको वेट गेन, डायबिटीज और डिप्रेशन की समस्या होने का खतरा कहीं ज्यादा होता है।
कई बार नींद न आने की समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि यह हमारी मानसिक सेहत को प्रभावित कर देती है। सुबह उठकर आप फ्रेश फील नहीं करते? छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है? तो यह भी लक्षण स्लीप सिंड्रोम के हैं। तो, दोस्तों इसलिए जल्दी और टाइम पर सोने का कोशिस कीजिये। आज मैं आपको कुछ टिप्स दे रहा जिसे अपना कर आप जल्दी सो सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं। (Jaldi Kaise Soye)
रात को नींद नहीं आने का कारण – Raat ko Neend Nahi Aane ka Karan
रात को नींद नहीं आने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें सबसे कॉमन रीज़न हैं, अनिद्रा मतलब के तनाव, टेंशन। मानसिक तनाव और चिंता आपके दिमाग को शांत नहीं होने देते, जिससे नींद में दिक्कत होती है। टेंशन किसी भी चीज़ की हो सकती हैं। इसके अलावे भी नींद नहीं आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे –
सोने का समय सीमा निर्धारित नहीं करना – दोस्तो अगर आपका सोने का समय फिक्स नहीं हैं तो, नींद आने में परेशानी हो सकती हैं। हर रोज अलग-अलग समय पर सोना और उठना शरीर की नींद की प्राकृतिक लय को बिगाड़ देता है।
दिन में झपकी लेना: दिन में लंबी या देर से झपकी लेने से रात में सोना मुश्किल हो सकता है।
कैफीन और शराब का सेवन: कॉफी, चाय, चॉकलेट और निकोटीन मतलब की सिगरेट का सेवन नींद में रुकावट डाल सकता है, खासकर सोने से पहले।
देर रात तक स्क्रीन के सामने बैठना – टीवी, कंप्यूटर, और मोबाइल फोन जैसी स्क्रीन का अधिक उपयोग करना, विशेषकर सोने से पहले, आपकी नींद के लिए हानिकारक हो सकता है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को बाधित करती है।
Life Style – असंतुलित आहार या सोने से पहले व्यायाम करना भी नींद में खलल डाल सकता है।
इन सबके आलावा, अगर आपको हेल्थ सम्बंधित बीमारी हैं तो, जैसे कि दर्द, अस्थमा, डिप्रेशन और हार्मोनल असंतुलन तो नींद आने में समस्या हो सकती हैं।
जल्दी कैसे सोये – Jaldi Sone ka Upay – Nind Aane ke Upay in Hindi
1). रोशनी बदले – बॉडी में मेलाटोनिन नाम का हार्मोन आपके सोने और जागने के चक्र को नियमित करता है। लेकिन रोशनी के संपर्क में आने पर हमारे इस हार्मोन का लेवल प्रभावित होता है। जब भी आप बिस्तर पर सोने के लिए जाएं तो, अंधेरा होना बहुत जरूरी है। अगर आपको भी ऐसा लगता है कि मोबाइल फोन और टीवी से हमारी सोने की क्षमता पर निगेटिव प्रभाव नहीं पड़ता होगा, लेकिन यकीन मानिए, इससे बहुत प्रभाव पड़ता है। आप सोने से 1 घंटे पहले तक यदि किसी चमकदार स्क्रीन को न देखें तो उम्मीद है कि आप जल्दी सो जाएंगे। इसके अलावा अगर बेडरूम के बल्ब को भी बंद कर दिया जाए तो भी आपको जल्दी सोने में मदद मिलेगी।
2). आरादायक बिस्तर चुने – नींद आने के लिए अच्छा बिस्तर भी होना चाहिए, इसलिए बिस्तर, गद्दे आदि आरामदायक होने चाहिए। जिससे रात में सोने में किसी भी तरह की तकलीफ महसूस न हो।
3). दिन में झपकी ना ले – थकान को उतारने के लिए झपकी बेहद मदद करती है, लेकिन पूरे दिन में कभी लम्बी झपकी (आधे घंटे से ज्यादा) न लें और रात को सोने से पहले भी झपकी नहीं लेनी चाहिए। वरना, आपको रात को जल्दी सोने में दिक्कत हो सकती है।
4). अपने बाएं नथुने से सांस ले – विशेषज्ञ का मानना है कि योग आपके ब्लड प्रेशर को कम करके आपको शांत करती है। इससे आपको नींद आने लगती है। इसलिए बाएं नथुने से साँस लेने से आपको फायदा मिलेगा।
5). रात को ज्यादा खाना नहीं खाए – आपका रात का खाना सोने से दो या तीन घंटे पहले ही पूरा हो जाना चाहिए। अगर आप सोने से कुछ देर पहले ही अधिक खाना खाते हैं तो आपको सोने में बहुत दिक्कत होगी और आप पूरी रात जगे रहेंगे।
6). कैफिन का सेवन ना करे – अगर आप रात को जल्दी सोने की कोशिश कर रहे हैं तो कॉफी और अन्य कैफीन वाले उत्पादों और निकोटीन से दूर रहें। उनका प्रभाव कई घंटों तक बना रहता है और अगर आप सोना भी चाहें तो भी इनकी वजह से आप सो नहीं पाते। जबकि आप शराब पीते हैं तो इससे नींद तो आती है, लेकिन यह नींद अच्छी और गहरी नहीं होती है। इसलिए शराब भी ना पियें।
7). रात में नहाए – इस बात के पुख्ता प्रमाण मौजूद हैं कि आप अगर दिन के अंत में खुद को अच्छे से साफ करते हैं तो ये आपको ज्यादा बेहतर नींद लेने में मदद करता है। लेकिन सोने 3-4 घंटा पहले फ्रेश हो। बिस्तर पर सोने जाने से पहले नहाना असल में अच्छी बात नहीं है क्योंकि गर्म पानी आपके शरीर का तापमान काफी बढ़ा देता है। ऐसे में बिस्तर पर सोने के लिए जाने से पहले अगर शरीर का तापमान सामान्य होने का मौका दिया जाए तो, ये कहीं बेहतर उपाय साबित हो सकता है।
8). मेडिटेशन करे – मेडिटेशन की मदद से कार्टिसोल लेवल्स को आसानी से कम किया जा सकता है, इससे आप खुद को कम चिंतित और पहले से ज्यादा खुश महसूस कर पाते हैं। इससे आपको नींद भी गहरी और बेहतर आती है। साल 2015 की एक स्टडी के अनुसार, बड़ी उम्र के लोगों द्वारा माइंडफुलनेस मेडिटेशन करने से नींद की क्वालिटी में सुधार आता है। इसके अलावा उनकी चिंता, दर्द और मूड में आने वाले व्यवधानों भी दूर किया जा सकता है।
9). सोने से पहले दूध पिये – दूध में अल्फा-लैक्टलब्यूमिन (α-lactalbumin) नाम का प्रोटीन पाया जाता है। इस प्रोटीन में काफी मात्रा में अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन (amino acid tryptophan) पाए जाते हैं, जो मेलाटोनिन का उत्पादन करते हैं, ये वही हार्मोन है जो हमें सोने में मदद करता है।
10). सोने कि जगह बनाए – हमेशा अपने बेड पर तभी जाएं जब आप सोने के लिए पूरी तरह से तैयार हों। कभी भी जब आप सोने की चाहत न रखते हों, तो ऐसे में बेड पर न जाएं। कुछ दिन तक ऐसा करने पर दिमाग ट्रेन होने लगेगा कि इस बेड पर लेटने का अर्थ सो जाना है। और आगे आपको बेड पर जाते ही नींद आएगी।
दोस्तों , ऊपर बताये तरीको को अपनाने के बाद भी नींद नहीं आ रही हैं, तो कोई अच्छे चिकित्सक से मिले। वे आपके लिए नींद की दवाईयां लिख सकते हैं, लेकिन नींद की दवाइयों पर निर्भर रहने से बचना चाहिए।
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