भूख न लगने का कारण और उपाय | Bhukh Kaise Badhaye

हमारा शरीर एक मशीन की तरह हैं, जिसे चलने के लिए एनर्जी की जरुरत हैं और यह एनर्जी हमें खाने-पिने से मिलती हैं। अगर शरीर को सही से एनर्जी न मिले तो कई बीमारिया हो सकती हैं। इसलिए सही समाया में, सही मात्रा में आहार लेना बहुत जरुरी हैं। लेकिन कई लोगो को भूख नहीं लगने की समस्या होती हैं, जिससे शरीर को सही एनर्जी नहीं मिलती हैं। अगर आपके साथ भी यह समस्या हैं तो इस पोस्ट भूख बढ़ाने के घरेलु उपाय (how to increase appetite in hindi) आपको बताते हैं।

भूख न लगने का कारण और घरेलु रामबाण उपाय | Bhukh Na Lagna In Hindi

भूख न लगने का कारण – Bhukh Kyu Nahi Lagti Iske Kya Karan Hai

आमाशय की खराब या पाचनतंत्र में गड़बड़ी उत्पन्न होने के कारण भूख लगनी कम हो जाती है। अनियमित खान-पान से वायु, पित्त और कफ दूषित हो जाते हैं, जिसकी वजह से मंदाग्नि रोग पैदा हो जाता है। इससे अजीर्ण, अपच, वायु विकार तथा पिट अदि की शिकायत होने लगती है। भूख लगने बंद हो जाती है। शरीर टूटने लगता है। मुंह में साबु-सा घुलने लगता है। स्वाद बिगड़ जाता है। पेट में भारीपन महसूस होने लगता है। पेट के खराब हो जाने से पूरा शरीर तंत्र ही बिगड़ जाता है। इसलिए मंदाग्नि जैसे रोग से सदैव बचना चाहिए।

इसके आलावा जब किसी व्यक्ति को कब्ज की शिकायत होती है और लम्बे समय तक कब्ज बनी रहती है तो आंतों में जमा मल सूख जाता है जिससे पाचनतंत्र में गड़बड़ी उत्पन्न होती है और पाचनतंत्र खराब होने से भूख लगनी बंद हो जाती है। ज्यादा चिंता, डर, गुस्सा और घबराहट के कारण भी भूख समाप्त हो जाती है। इस रोग में रोगी को भोजन अच्छा नहीं लगता। रोगी को अगर जबरदस्ती खाने को कहा जाए तो उसे भोजन अरुचिकर लगता है।

भूख न लगने का घरेलु रामबाण उपाय – Bhukh Kaise Badhaye Gharelu Upay

  • भूख न लगने की स्थिति में आधा माशा फूला हुआ (शोधित) सुहागा एक कप गुनगुने पानी में दिन में दो-तीन बार लेने से भूख खुल जाती है।
  • काला नमक चाटने से गैस खारिज होती है और भूख बढ़ती है। यह नमक पेट को भी साफ करता है।
  • एक लौंग का चूर्ण और 5 कालीमिर्च का चूर्ण नींबू की शिकंजी में मिलाकर दिन में 2 बार पीने से अरुचि खत्म होकर भूख लगने लगती है और भोजन पचाने की क्रिया तेज हो जाती है।
  • हरड़ का चूर्ण सोंठ और गुड के साथ अथवा सेंधे नमक के साथ सेवन करने से मंदाग्नि ठीक हो जाती है।
  • नींबू को काटकर इसमें सेंधानमक डालकर भोजन करने से पहले चूसने से कब्ज दूर होकर पाचनक्रिया तेज होती है।
  • सेंधा नमक, हींग, अजवायन और त्रिफला (हरड़, बहेड़ा एवं आंवला) का संभाग लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण के बराबर पुराना गुड लेकर सारे चूर्ण- गुड को मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना ले। प्रतिदिन ताजे पानी से 1-2 गोली खाना-खाने के बाद खाएं। इससे खाना पचेगा और मंदाग्नि की शिकायत दूर हो जाएगी।
  • पीपल के पके फलों के सेवन करने से कफ, पित्त, रक्तदोष, विषदोष, जलन, उल्टी तथा अरूचि दूर होकर भूख बढ़ती है।
  • हरड़ को नीम की निबोलीयों के साथ सेवन करने से अग्नि में वृद्धि होती है। पेट के रोगों के साथ ही इससे चर्म रोगों का भी नाश होता है।
  • 100 मिलीलीटर संतरे के रस में थोड़ा सा सेंधानमक और 5 कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर खाने से अरुचि खत्म होती है और भूख लगने लगती है। जामुन, फालसा और संतरा खाने से भी भूख लगने लगती है।
  • हरड़, गुड़ और सोंठ का चूर्ण बनाकर उसे थोड़ा-थोड़ा मट्ठे के साथ प्रतिदिन ले। इससे मंदाग्नि का नाश होता हैं और भूख खुलकर लगती है।
  • 10 ग्राम अमलतास और 5 ग्राम अजवायन को लगभग 400 मिलीलीटर पानी में मिलाकर काढ़ा बनाएं। इस काढ़े को सुबह-शाम पीने से अरुचि रोग खत्म हो जाता है और भूख खुलकर लगती है।
  • छाछ के प्रतिदिन सेवन से मंदाग्नि खत्म हो जाती है। छाछ में अग्नि की शक्ति बढ़ाने की जबरदस्त क्षमता होती है।
  • प्रतिदिन सुबह खाली पेट आंवला के 5-6 ग्राम पत्ते को सेंककर खूब चबा-चबाकर खाने से भूख खुलकर लगती है।
  • सोंठ का चूर्ण घी में मिलाकर चाटने और गर्म जल पीने से खूब भूख लगती है।
  • कालीमिर्च आधा चम्मच, सेंका हुआ जीरा एक चम्मच, सेंकी हुई हींग चने की दाल के बराबर, सेंधानमक स्वादानुसार और अनारदाना 70 ग्राम। इन सभी को पीसकर चूर्ण बनाकर सेवन से अरुचि नष्ट होती है तथा मन प्रसन्न रहता है।
  • रोज भोजन करने से पहले, छिली हुई अदरक को सेंधा नमक लगाकर खाने से भूख बढ़ती है। साथ ही जीभ और गाला साफ होता है।
  • कप टमाटर और गाजर के रस में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर दिन में 2 बार पीने से भूख खुलकर लगती है और यकृत (जिगर) ठीक होता है।
  • लाल मिर्च को नींबू के रस में 40 दिन तक खरल करके 2 -2 रत्ती की गोलियां बना ले। रोज एक गोली पान में रख कर खाने से खूब भूख लगेगी।
  • गेहूं के चोकर में सेंधा नमक और अजवाइन मिलाकर रोटी बनाकर खाए। निश्चय ही भूख बढ़ेगी।
  • ताजे मूली पत्ते समेत काटकर इसमें अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े और नींबू का रस तथा सेंधानमक मिलाकर भोजन से पूर्व और भोजन के साथ खाने से अरूचि की शिकायत दूर होती है।
  • चने के प्रयोग से पाचन शक्ति बढ़ती है इसके लिए उबले चने चने की रोटी, भुने चने आदि खाए जा सकते हैं।
  • पोदीना, हरा धनिया, कालीमिर्च की चटनी बनाकर इसमें नींबू का रस मिलाकर खाने से अरूचि (भूख का न लगना) समाप्त होती है और पाचनशक्ति बढ़ती है।
  • दो छुहारों का गुदा निकालकर डेढ़ पाव दूध में पका ले। छुहारे का सत निकल आने पर गूदे को अलग करके दूध पी जाएं। ऐसा करने से भूख बढ़ती और खाना भी ठीक पचता है।
  • हर घर में खाने के साथ सलाद को लिया जाता है इसके पीछे 2 ही मुख्य कारण होते है। पहला तो यही की सलाद से शरीर को अधिक पौषक तत्व मिल सके और दूसरा ये कि सलाद भूख को बढ़ाते हुए आपकी खुराक को बढायें।
  • जूस का सेवन करके भी आप भूख बढ़ा सकते हैं। आप ताजे अनार के जूस में शहद मिलाकर, रोजाना एक गिलास पिए, असर तुरंत दिखने लगेगा।
  • इलायची में छोटा सा अदरक, दो से तीन लौंग और एक चौथाई चम्मच धनिये के बीज को पीस कर एक गिलास गुनगुना पानी में मिलाकर खालीपेट पिने से भूख बढ़ेगा।

भूख बढ़ाने के लिए व्यायाम करे – Bhukh Badhane ki Exercise

भूख बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी है रोज व्यायाम और अनुशासित जीवनशैली। व्यायाम करने वालों को कभी भूख की कमी नहीं होती। भूख बढ़ाने के लिए तीन तरह के व्यायाम बहुत लाभदायक हैं। जिसमे – शशकासन, चिन्मय मुद्रा, बंध कोणासन शामिल हैं। इन व्यायाम को कैसे करते हैं, इसके लिए यूट्यूब में बहुत साड़ी वीडियो आपको मिल जाएगी।

इसके आलावा पाचन क्रिया को मजबूत बनाने और भूख बढ़ाने के लिए आप योगासन करे। सूर्य नमस्कार, कपालभाति प्राणायाम, पश्चिमोत्तान व पवनमुक्तासन आदि का रोजाना अभ्यास करने का प्रयास करे।


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