Thyroid in Hindi – थायराइड तितली के आकार की ग्रंथि होती है। यह गर्दन के अंदर और कॉलरबोन के ठीक ऊपर स्थित होती है। थायराइड एक प्रकार की एंडोक्राइन ग्रंथि है, जो हार्मोन बनाती है। आजकल बहुत सारे लोग थायराइड की समस्या से पीड़ित हैं। इस बीमारी में वजन बढ़ने या घटने के साथ हार्मोन असंतुलन भी हो जाता है। इस संबंध में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड की समस्या 10 गुना ज्यादा होती है।
थायराइड ग्रंथि शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रित करती है। हम जो भी खाते हैं, यह ग्रंथि उस भोजन को उर्जा में बदलने का काम करती है। इसके साथ ही यह हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों व कोलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करती है।
थायराइड के प्रकार – Types of Thyroid in Hindi
प्रमुख तौर पर थायराइड दो प्रकार का होता है – हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड। हाइपरथायराइडिज्म में अत्यधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन बनने लगता है जबकि हाइपोथायराइडिजम में इस हार्मोन का उत्पादन कम होता है।
हाइपरथायराइडिज्म में थायराइड हार्मोन अधिक मात्रा में बनने लगता है। इसमें टी3 और टी4 का स्तर बढ़ने एवं टीएसएच का स्तर घटने लगता है। कभी-कभी थायराइड ग्रंथि की सूजन के कारण स्थायी तौर पर हाइपरथायराइडिजम हो सकता है।थायराइड का दूसरा प्रकार है हाइपोथाइराडिज्म जिसमें थायराइड हार्मोन कम बनने लगता है और टी3 एवं टी4 का सीरम लेवल घटने तथा टीएसएच का स्तर बढ़ने लगता है।
थायराइड होने के कारण – Thyroid Causes in Hindi
थायराइड की समस्याओं के कई कारण हैं, जैसे कि ऑटोइम्यून थायराइड प्रॉब्लम्स या लो टी3 सिंड्रोम और जब आपका शरीर निष्क्रिय टी4 हार्मोन को सक्रिय, प्रयोग करने योग्य T3 रूप में परिवर्तित नहीं कर रहा है।
- भोजन में आयोडीन की कमी से थायराइड ग्रंथि बढ़ जाती है। इसके आलावा दवा के रिएक्शन से भी इसमें वृद्धि हो जाती है।
- प्रिगनेंसी के दौरान महिलाओं में थायराइड ग्रंथि में वृद्धि हो जाती है क्योंकि इस दौरान महिला के शरीर में तेजी से परिवर्तन होता है। साथ ही मासिक धर्म भी थायराइड का कारण है।
- अगर आप बार-बार एक्सरे, अल्ट्रासाउंड आदि करवाते हैं तो इससे भी थायराइड ग्रंथि बढ़ जाती है।
- आनुवंशिक लक्षण भी थायराइड के लिए जिम्मेदार हैं।
- अगर व्यक्ति लगातार तनाव में रहता है तो उसे इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है।
थायराइड के लक्षण – Thyroid Symptoms in Hindi
1). हाइपरथायराइडिज्म –
हाइपरथायराइडिज्म के सबसे सामान्य लक्षण हैं: –
- वजन कम होना
- घबराहट, चिंता, परेशानी और मूड बदलना
- गलगंड (घेंघा रोग)
- थकान
- सांस फूलना
- दिल की धड़कन तेज होना
- गर्मी ज्यादा लगना
- कम नींद आना
- अधिक प्यास लगना
- आंखों में लालपन और सूखापन होना
- बाल झड़ना और बालों का पतला होना
2). हाइपोथायराइडिज्म –
हाइपोथायराइडिज्म के सबसे सामान्य लक्षण हैं:
- वजन बढ़ना
- थकान
- नाखूनों और बालों का कमजोर होना
- त्वचा का रूखा और पतला होना
- बालों का झड़ना
- सर्दी ज्यादा लगना
- अवसाद (डिप्रेशन)
- मांसपेशियों में अकड़न
- गला बैठना
- मानसिक तनाव.
थायराइड से बचाव – Thyroid se Bachav ke Upay (Hypothyroidism treatment)
अगर आपको थायराइड हो गया है तो इसे सर्जरी के माध्यम से ही पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। इसके आलावा अभी तक ऐसी दवा नहीं है, जिससे थायराइड पूरी तरह से नष्ट हो सके, लेकिन परहेज से इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। नियमित व्यायाम करने, धूम्रपान न करके थायराइड से बचा जा सकता है।
थायराइड के घरेलु इलाज – Thyroid Treatment in Hindi
1). नारियल का तेल – Curing Thyroid with Coconut Oil in Hindi
नारियल के तेल में फैटी एसिड होते हैं जो थायरायड ग्रंथि के सही कामकाज में मदद करते हैं। नारियल तेल का संतुलित उपयोग वजन कम करने में मदद करता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और शरीर के तापमान को संतुलित करता है।
2). अदरक – Adrak se Thyroid ka Ilaj
अदरक पौटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिजों में समृद्ध है और इन्फ्लेमेशन से निपटने में मदद करता है। अदरक की चाय लेना सबसे आसान है।
3). बादाम – Badam Se Thyroid ke Gharelu Upchar
थायराइड के स्वास्थ्य लिए बादाम सबसे उपयुक्त हैं। यह प्रोटीन, फाइबर और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। बादाम में सेलेनियम होता है जो थायराइड हेल्दी न्यूट्रिएंट है। यह मैग्नीशियम में भी बहुत समृद्ध है जो थायरायड ग्रंथि को आराम से काम करने में मदद कर सकता है।
4). अलसी का बीज – Thyroid Treatment At Home Hindi with Alsi
अलसी का बीज अच्छे फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो दिल और थायरायड के लिए अच्छे होते हैं। मैग्नीशियम और विटामिन बी 12 से भरपूर, अलसी का बीज हाइपोथायरायडिज्म से लड़ते हैं।
5). दूध और इससे बने पदार्थ – Dudh se Thyroid ke Upay
दूध, पनीर और दही थायराइड के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि ये आयोडीन में हाई होते हैं जो थायराइड के सही तरह से काम के लिए आवश्यक है। यह विटामिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करेंगे।
6). विटामिन डी – Thyroid Home Remedies in Hindi
विटामिन डी की कमी से थायराइड की समस्या हो सकती है। शरीर इसे केवल सूरज के संपर्क में आने पर ही पा सकता है, इसलिए रोजाना 15 मिनट धूप लें। इससे रोगों से लड़ने की क्षमता भी बेहतर होगी। कुछ खाद्य पदार्थ जो विटामिन डी से भरपूर होते हैं, वे हैं डेयरी उत्पाद, तिल, संतरे का रस और अंडे की जर्दी। यदि शरीर में विटामिन डी का स्तर बहुत कम है, तो सप्लीमेंट्स आवश्यक होगा।
7). विटामिन बी – Thyroid ka Ilaj Kaise Kare
थायराइड की समस्याओं के कारणों से लड़ने में विटामिन मदद करते हैं। थायराइड फंक्शन के लिए बी फैमिली के विटामिन जरूरी हैं। विटामिन बी 12 हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों की मदद करने में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। रोजाना अंडे, मांस, मछली, फलियां, दूध और अखरोट शामिल करना, विटामिन बी की स्थिर आपूर्ति के साथ मदद कर सकता है।
8). सेब के सिरके – Apple Cider Vinegar Good for Thyroid
यह हार्मोन के संतुलित उत्पादन में मदद करता है। शरीर के वसा को रेग्युलेट करने, शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने और पोषक तत्वों के अवशोषण में सहायक है। इसे शहद और पानी में मिलाकर लिया जा सकता है।
9). अश्वगंधा – Thyroid Ayurvedic Treatment in Hindi
अश्वगंधा को आयुर्वेद में एक औषधई के रुप में इस्तेमाल किया जाता है, अश्वगंधा थायराइड की बीमारी से बचने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. अश्वगंधा का अगर आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपकी थायराइट की समस्या कम हो सकती है।
10). मुलेठी – Thyroid ka Ramban Ilaj
मुलेठी एक आयुर्वेदिक औषधि है इसका सेवन थायराइड की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। थायराइड के मरीजों को थकान बड़ी जल्दी लगने लगती है और वे जल्दी ही थक जाते हैं. ऐसे में मुलेठी का सेवन करना उनके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है. मुलेठी में मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथी को संतुलित रख सकते हैं।
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