कन्हैया कुमार की जीवनी | Kanhaiya Kumar Biography in Hindi

Kanhaiya Kumar / कन्हैया कुमार अखिल भारतीय छात्र परिषद (AISF), जो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की स्टूडैंट विंग है, के नेता हैं। वे जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं। कन्हैया कुमार एक बेहतरीन वक्ता हैं, जो देश की मौजूदा समस्याओ पर अपनी बातें रखते हैं।

कन्हैया कुमार की जीवनी | Kanhaiya Kumar Biography in Hindi

कन्हैया कुमार – Kanhaiya Kumar Biography in Hindi

कन्हैया कुमार पर फरवरी 2016 में जेएनयू में एक कश्मीरी अलगाववादी, 2001 में भारतीय संसद पर हमले के दोषी, मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी के खिलाफ एक छात्र रैली में राष्‍ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। उन्हे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्हे 2 मार्च 2016 में अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया था, क्योंकि राष्ट्र विरोधी नारों में भाग लेने का पुलिस द्वारा कुमार का कोई सबूत प्रस्तुत नहीं किया गया। कन्हैया कुमार की हालही में एक किताब छपी है जिसका नाम बिहार टू तिहार (Bihar to tihar) है।

प्रारंभिक जीवन –

कन्हैया कुमार का जन्म बिहार के बैगुसराय जिले के एक गांव में जनवरी 1987 को हुआ। यह गांव तेघरा विधानसभा क्षेत्र में आता है जहां सीपीआई को काफी समर्थन दिया जाता है। कन्हैया कुमार के पिता, जयशंकर सिंह, को पैरालिसिस है और वे काफी सालों से बिस्तर पर ही रहते हैं। कन्हैया कुमार की माता, मीना देवी, एक आंगनवाडी कार्यकर्ता हैं। वहीं उनके बड़े भाई प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं। उनका परिवार ऊपर जाती से हैं, जो की भूमिहार से सम्बन्ध रखता हैं।

कन्हैया की पढ़ाई बरौनी के आरकेसी हाई स्कूल में हुई। यह इलाका इंडस्ट्री से भरा हुआ है। अपने स्कूल दिनों में, कन्हैया अभिनय में रूचि रखते थे और इंडियन पीपल्स थियेटर एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य थे। 2002 में कन्हैया ने पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया, जहां से उनके छात्र राजनीति की शुरुआत हुई। कन्हैया भूगोल में ग्रेजुएट हैं और फिलहाल पीएचडी कर रहे हैं।

करियर –

पटना में अध्ययन के दौरान, कन्हैया ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्य बने। पटना में पोस्ट ग्रेजूएशन खत्म करने के बाद, कन्हैया ने जेएनयू (दिल्ली) में अफ्रीकन स्टडीज के लिए पीएचडी के लिए एडमिशन ले लिया। 2015 में, कन्हैया कुमार ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन के ऐसे पहले सदस्य बने जो जेएनयू में छात्र संघ के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए। उन्होंने इस पद के लिए एआईएसए, एबीवीपी, एसएफआई और एनएसयूआई के सदस्यों को हराया।

कन्हैया कुमार के दोस्त और अन्य लोग उन्हें बेहतरीन वक्ता कहते हैं। उनके चुनाव के एक दिन पहले दी गई उनकी स्पीच उनके चुनाव जीतने का कारण मानी जाती है। कन्हैया कुमार के बारे में कहा जाता हैं की वे जल्द ही राजनितिक पार्टी ज्वाइन करेंगे। हालाँकि उन्होंने अभी तक किसी तरह राजनितिक में आने का इशारा नहीं किया हैं।

कन्हैया कुमार के भाषण के कुछ अंश – Kanhaiya Kumar Speech in Hindi

1). इस देश में जनविरोधी सरकार है। उस सरकार के ख़िलाफ़ बोलेंगे तो इनका साइबर सेल डॉक्टर्ड वीडियो दिखाएगा।

2). हमें एबीवीपी से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि हम सही मायनों में गणतांत्रिक लोग हैं। हम भारतीय संविधान में विश्वास करते हैं।

3). भारत से नहीं भाइयों, भारत में आज़ादी मांग रहे हैं. ‘से’ और ‘में’ में फर्क होता है। कुछ को तो आपने हर-हर कहकर झक लिया, आजकल अरहर से परेशान हैं।

4). भारत से नहीं भारत को लूटने वालों से आज़ादी चाहते हैं। हमें भूख, भ्रष्टाचार, जातिवाद और प्रांतवाद से आज़ादी चाहिए।

5). दोस्तों मैं तुम्हारा यानी एबीवीपी का विच-हंटिंग नहीं करूंगा क्योंकि शिकार उसका किया जाता है जो शिकार करने लायक है। हम एबीवीपी को एक शत्रु की तरह नहीं बल्कि विरोधी के तौर पर देखते हैं।

6). प्रधानमंत्री जी ने ट्वीट किया है और कहा है सत्यमेव जयते। प्रधानमंत्री जी आपसे भारी वैचारिक मतभेद है लेकिन क्योंकि सत्यमेव जयते आपका नहीं इस देश का संविधान का है, मैं भी कहता हूं सत्यमेव जयते।

7). जेएनयू पर हमला एक योजना के तहत है क्योंकि वे यूजीसी के विरोध में प्रदर्शन को ख़त्म करना चाहते हैं और रोहित वेमुला के लिए न्याय की लड़ाई को धीमा करना चाहते हैं। इस देश की सत्ता ने जब जब अत्याचार किया है, जेएनयू से बुंलद आवाज़ आई है, आप हमारी लड़ाई को धीमा नहीं कर सकते।

8). ये लंबी लड़ाई है। बिना झुके, बिना रुके हमें लड़ना है। रोहित वेमुला ने जो लड़ाई शुरू की, आप और देश के शांतिप्रिय लोग इस लड़ाई को आगे ले जाएंगे और हम इस लड़ाई में जीतेंगे।


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2 thoughts on “कन्हैया कुमार की जीवनी | Kanhaiya Kumar Biography in Hindi”

  1. Dear mr.kanhaiya ji,
    I really appreciate you and your ideology.even though you are from the high cast but your focus is to abolish all kinds of anti socialist in india.political science is teaching that government elected by the people.after came in the power they are crushing the people .we can think like that poor people or innocent people eating the leaders they are standing for the people like, business community,high community, not for the downtrodden .so I support you and your thoughts and your focus.be in strong.go ahead without any kind of fearing like our great leaders who fought for the freedom from British.

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