Anil Kumble in Hindi/ अनिल कुंबले भारत के महान क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक हैं। यह इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद विश्व के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होने टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लिए हैं। कुंबले भारत के पहले स्पिनर तथा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने लिमिटेड ओवर वाले अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था। वे शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी। 1990 में हुए मैच में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए उन्होंने दिल्ली में 113 रन बनाए थे। भारत की ओर से 500 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी हैं। अनिल कुंबले को 1995 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
अनिल कुंबले की जीवनी – Anil Kumble Biography in Hindi
अनिल कुंबले का जन्म 17 अक्टूबर, 1970 को बंगलौर, कर्नाटक मे हुआ था। इनके पिता का नाम कृष्णा स्वामी और माता सरोजा हैं। उनका सरनेम ‘कुंबले’ उनके परिवार वालों ने कुंबला नाम के उनके पैतृक गांव के नाम पर रखा। अनिल लम्बाई के कारण वो जंबो नाम से भी प्रसिद्ध हैं। इन्होंने नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात 1992 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है।
इन्हे बचपन से ही क्रिकेट से लगाव था इसलिए ये मोहल्ले की गलिओं में क्रिकेट खेला करते थे लेकिन जैसे जैसे बड़े होते गए इनकी रूचि बढ़ती गयी और इन्होने “यंग क्रिकेटर्स” ज्वाइन किया उस समय इनकी उम्र मात्र 13 वर्ष की थी। इंजीनियरिंग करने के बाद इनकी शादी चेतना से हुई, जिनसे इनका एक बेटी हैं।
क्रिकेट करियर – Anil Kumble Career in Hindi
कुंबले ने कर्नाटक की तरफ से अपना फस्ट क्लास डेब्यू हैदराबाद के खिलाफ 1989 में किया जिसमें उन्होंने चार विकेट लिए। उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ अंडर 19 टीम में चुन लिया गया। जिसमे बेहतरीन प्रदर्शन के कारण इन्हे राष्ट्रिय टीम में जगह मिला।
कुंबले ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में अप्रैल 1990 में पदार्पण किया. इसी वर्ष इंग्लैड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। अनिल कुंबले शुरू के क्रिकेट मैचों में बल्लेबाज के रूप में खेले थे। अत: उनकी छवि बल्लेबाज की ही बनने लगी थी। 1990 में हुए मैच में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए उन्होंने दिल्ली में 113 रन बनाए। उसी वर्ष उन्होंने अपने टेस्ट जीवन की शुरुआत की जिसमें उन्होंने मानचेस्टर के ओल्ड ट्राफर्ड में ग्राहम गूच की इंग्लिश टीम के विरुद्ध खेलते हुए अपने प्रथम मैच में तीन विकेट लिए।
इसके बाद टैस्ट मैच में खेलने के लिए अनिल कुंबले को सवा वर्ष तक इंतजार करना पड़ा। फिर उन्होंने 1992-93 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टैस्ट मैच खेला। इस बार के दक्षिण अफ्रीका तथा जिम्बाब्बे के दो देशों के टूर में अनिल कुंबले सफल खिलाड़ियों में से एक थे। उसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है। कुंबले अपने आदर्श चन्द्रशेखर की भाँति ही खेलों में सफल रहे हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अच्छी पहचान बनाई।
अनिल ने 7 फरवरी, 1999 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर पाकिस्तान के विरुद्ध टैस्ट मैच खेलते हुए 26.3 ओवर में मात्र 74 रन देकर 10 विकेट ले लिए। दस विकेट लेकर अनिल कुंबले विश्व के ऐसे दुसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पूर्व इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर जिम लेकर ने एक पारी में दस विकेट लेने का रिकार्ड बनाया था।
अनिल कुंबले के 10 विकेट लेने पर भारत ने पाकिस्तान से न केवल 2 मैच की श्रृंखला जीती वरन अनिल कुंबले को ‘मैन ऑफ द मैच’ भी दिलाया। इसी उपलब्धि के कारण अनिल क्रिकेट के ‘हॉल ऑफ फेम’ में अपना नाम दर्ज करवा सके। 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले पहले खिलाड़ी जिम लेकर ने अपना रिकार्ड 31 जुलाई 1956 को अर्थात उससे 43 वर्ष पूर्व बनाया था।
कुंबले पारंपरिक स्टाइल से हट कर स्पिनर हैं जो कभी गुगली गेंद फेंकते हैं और कभी मीडियम पेस फास्ट गेंद फेंकते हैं। वह गेंद को अधिक घुमाते नहीं हैं जो उनका अपना अलग अंदाज है।
271 एकदिवसीय मैच की 265 पारियों में 337 विकेट लेने का गौरव भी उनके नाम है। अनिल कुंबले नवंबर 2007 से भारतीय क्रिकेट टीम के 1 वर्ष तक कप्तान भी रहे। अनिल कुंबले ने मार्च, 2007 में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। क्रिकेट से विदाई के वक्त उन्होंने कहा- “क्रिकेट महज खेल है। जब आप खेलते हैं और जीत या हार जाते हैं, तब यह खेल से कहीं बड़ा लगता है। लेकिन जब आप घर वापस जाते हैं, अपने परिवार और बच्चों को देखते हैं, तब लगता है कि नहीं, यह सिर्फ खेल ही है, उससे ज्यादा नहीं।”
अनिल कुम्बले इंडियन प्रीमियर लीग में बैंगलोर की ओर से खेलते थे।
उपलब्धियां और अवार्ड्स – Anil Kumble Awards in Hindi
- अनिल कुंबले उन गिने-चुने भारतीय खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने 21 टेस्ट खेलने के कम समय में 100 विकेट लिए।
- कुंबले प्रथम स्पिनर तथा द्वितीय भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने 1998 में 200 विकेट लेने का आंकड़ा पार किया।
- 1999 में पाकिस्तान के विरुद्ध दिल्ली में खेलते हुए अनिल कुंबले ने 26.3 ओवर में 74 रन देकर 10 विकेट लेने का करिश्मा कर दिखाया। वह ऐसा करने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी थे।
- भारत की ओर से टेस्ट मैचों में 500 और 600 विकेट लेनेवाले पहले गेंदबाज
- कुंबले ने मार्च 2007 तक कुल 113 टैस्ट मैच खेले, जिनमें कुल 547 विकेट लिए।
- एक दिवसीय मैचों से सन्यास लेने तक अनिल ने कुल 271 वन डे मैच खेले जिसमें उन्होने 337 विकेट लिए।
- 1994 में उन्होंने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 10 ओवर में 33 रन पर 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया।
- भारत की ओर से टेस्ट मैचों में सर्वाधिक विकेट लेनेवाले गेंदबाज। कुंबले ने 1990 से 2008 के बीच चले अप्ने टेस्ट जीवन में खेले 132 टेस्ट मैचों में 40850 गेंदे फेंककर 18355 रन देकर 29.65 की औसत से 619 विकेट लिए।
- कपिल देव के बाद ये दूसरे बॉलर थे अपने टेस्ट करियर में 400 विकेट लिए।
- ये पहले भारतीय ख़िलाड़ी थे जिन्होंने साल में सबसे अधिक विकेट लिए थे जिसकी संख्या 61 थी।
- अनिल कुंबले को 1995 में अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया गया।
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