Sania Mirza – सानिया मिर्जा एक भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं। सानिया भारत के सबसे अधिक वेतन पाने वाली और सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक है। साथ ही सानिया पद्म श्री, अर्जुन पुरस्कार और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार अपने नाम किया है। सानिया ने वर्ष 2003 से अपने खेल की शुरुआत की थी।
सानिया मिर्ज़ा का परिचय – Sania Mirza Biography in Hindi
नाम | सानिया मिर्ज़ा (Sania Mirza) |
जन्म दिनांक | 15 नवम्बर 1986 |
जन्म स्थान | मुम्बई, महाराष्ट्र |
निवास | हैदराबाद, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात |
पिता का नाम | इमरान मिर्ज़ा |
माता का नाम | नसीमा मिर्ज़ा |
शिक्षा | ग्रेजुएट |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पति | शोएब मलिक (पाकिस्तानी क्रिकेटर) |
धर्म | इस्लाम |
प्रसिद्धि | टेनिस खिलाड़ी (Indian tennis player) |
खेल शैली | दायें हाथ से; दोनों हाथों से बैकहैंड |
प्रारंभ में सानिया के पिता इमरान मिर्जा और सी जी कृष्ण भूपति (एक प्रसिद्ध भारतीय टेनिस स्टार,महेश भूपति के पिता) ने उन्हे टेनिस का प्रशिक्षण दिया था। सानिया वर्ष 2005 में होने वाले अमेरिकी ओपन के ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में चौथे दौर तक पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। इन्होने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई मैडल प्राप्त किए है और देश विदेश में भारत को गौरान्वित किया है। ये विश्व में एकल और डबल टेनिस दोनों खेलने वाली सर्वश्रेस्ट खिलाडी है। इन्होने कई एकल और डबल चैंपियनशिप में विजय प्राप्त की है। सानिया एक बेहतर टेनिस खिलाडी होने के साथ-साथ एक कुशल स्विमर (तैराक) भी थी।
प्रारंभिक जीवन – Early Life of Sania Mirza
सानिया का जन्म 15 नवम्बर 1986 को मुंबई में हुआ था, लेकिन उनका होम टाउन हैदराबाद हैं। उनके पिता इमरान मिर्ज़ा खेल संवाददाता थे तथा उनकी माता नसीमा प्रिंटिंग के व्यवसाय में काम करती थी। सानिया की एक बहिन हैं जिसका नाम अनाम मिर्ज़ा हैं। सानिया की प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद के एन ए एस आर स्कूल से हुई फिर हैदराबाद के सेंट मैरी कॉलेज से स्नातक किया। उन्होंने 11 दिसम्बर 2008 को चेन्नई में एम जी आर शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि ली। जीवेके इंड्रस्ट्रीज और एडीडास, इन दोनों कंपनियों ने उन्हें 12 साल की उम्र से ही स्पान्सर करना शुरु कर दिया था।
सानिया मिर्ज़ा का करियर – Sania Mirza Career in Hindi
6 साल की आयु से ही सानिया ने टेनिस खेलना शुरू किया था। टेनिस का प्रशिक्षण उन्हें अपने पिता और सी जी कृष्ण भूपति से मिला था। हैदराबाद के निज़ाम क्लब से शुरुआत करने के बाद वह अमेरिका की एस टेनिस एक्रेडेमी गई जहां उन्हें रॉजर एंडरसन ने प्रशिक्षित किया।
1999 में उन्होंने जूनियर स्तर पर पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व किया। सानिया जब 14 वर्ष की भी नहीं थी तब उन्होंने पहला आई.टी.एफ. जूनियर टूर्नामेंट इस्लामाबाद में खेला था। 2002 में भारत के शीर्ष टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने बुसान एशियाड के पूर्व 16 वर्षीय सानिया को खेलते देखा और निश्चय किया कि वह सानिया मिर्ज़ा के साथ डबल्स में उतरेंगे। फिर उन्होने इस देश को कांस्य पदक दिलाया। उसके बाद सानिया ने 17 वर्ष की उम्र में 2003 में विंबलडन का जूनियर डबल्स चैंपियनशिप खिताब जीता था।
दोहा एशियनगेम्स वर्ष 2006 में, सानिया ने महिला एकल वर्ग में रजत पदक जीता था और मिश्रित युगल वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने में सफल हुई थीं। अपने एकल करियर में, मिर्ज़ा ने Svetlana Kunznetsova, Vera Zvonareva और Marion Bartoli और पूर्व नंबर एक खिलाडी Martina Hingis, Dinara Safina और Victoria Azarenka को खेल में धुल चटाई थी।
सानिया मिर्ज़ा रैंकिंग में 2007 के मध्य में 27 वे स्थान पर काबिज़ थी, लेकिन कुछ समय बाद कलाई में लगी चोट के करण सानिया को अपना एकल करियर समाप्त करना पड़ा और तभी से वह डबल प्लेयर पर ज्यादा ध्यान देने लगी। मिश्रित युगल वर्ग में उन्होंने अपने भारतीय साथी महेश भूपति के साथ मिलकर वर्ष 2009 में ऑस्ट्रेलिया ओपन और 2012 में फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया था। सानिया ने वर्ष 2014 में, ब्राजील के टेनिस खिलाड़ी ब्रूनो सोरेस के साथ भागीदारी करके अमेरिका का मिश्रित युगल ओपन जीतने में कामयाब हुई थीं।
2013 में सानिया और मैटेक – सैंड्स ने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप जीती, हालाँकि इन्हें ग्रैंड स्लैम नही मिला। फिर इन्होने दुसरे साथी कारा ब्लैक के साथ खेलना शुरू किया और इनकी इस जोड़ी ने स्पर्धा में अपनी जगह बनाई।
सानिया और कारा ने 2014 में यू एस ओपन के सेमीफायनल में पहुचे और ब्रूनो सोरेस के साथ मिश्रित युगल ख़िताब जीता। 2014 में ही इन्हें इंटरनेशनल प्रीमियर टेनिस लीग में भाग लिया और इस लीग में विजय प्राप्त की।
सानिया ने 2015 में मार्टिना हिंगिस के साथ साझेदारी की और यह साझेदारी सफल रही। इस जोड़ी ने इन्डियन वेल्स और 2015 मियामी ओपन में जीत को अपने नाम कर लिया। इसी जोड़ी ने 2016 में ऑस्ट्रलियाई ओपन महिला युगल चैंपियनशिप में जीत हासिल की।
सानिया मिर्ज़ा का व्यक्तिगत जीवन – Sania Mirza Personal Life in Hindi
सानिया ने अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई की लेकिन कुछ गलतफहमियों के कारण रिश्ता टूट गया। 12 अप्रैल 2010 को सानिया ने पारंपरिक मुस्लिम रीती-रिवाजो से हैदराबाद के ताज कृष्णा होटल में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से विवाह किया। जिसमे उन्हें पाकिस्तानी वैवाहिक रिवाजो के अनुसार शोएब के परिवार को 6.1 मिलियन रुपये देने पड़े। बाद में उनकी वलीमा सेरेमनी पाकिस्तान के लाहौर में हुई थी। इनकी पहली मुलाकात ऑस्ट्रेलिया में हुई थी। उनका एक बेटा इज़हान मिर्ज़ा मलिक है, जो 30 अक्टूबर 2018 में पैदा हुआ।
व्यक्तिगत जीवन में सानिया का विवादों से गहरा नाता रहा है। सानिया का बचपन एक पारंपरिक शिया खानदान में गुजरा। मुस्लिम परिवार से होने के कारण वर्ष 2005 में एक मुस्लिम समुदाय ने उनके खेलने के विरुद्ध फ़तवा तक जारी कर दिया था। उसके आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला चला और आखिरकार ‘जमात-ए-इस्लामी हिन्द’ नामक संगठन ने कहा कि उन्हें उनके खेलने से परहेज नहीं है, बल्कि वे चाहते हैं कि वे खेलते समय ड्रेस कोड का ध्यान रखें।
रिकार्ड और उपलब्धियाँ – Sania Mirza Records
सानिया मिर्ज़ा भारत के युवाओं और मीडिया के साथ बड़ी उत्सुकता से पेश आती हैं, इसलिए वह सभी की प्रेरणा स्रोत बनी हुई हैं। वह एक दशक से भी लम्बे करियर में सानिया ने खुद को हर मोड़ पर सफल साबित किया और देश की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाडी बनी। उन्होंने अपने करियर में कई रिकार्ड्स कायम किये। सानिया ने जूनियर खिलाड़ी के रूप में 10 एकल और 13 युगल जीते। ये पहली महिला टेनिस खिलाडी है जिसने एक मिलियन यू एस डॉलर जीते है। वर्ष 2015 में उन्होंने डब्ल्यूटीए के युगल वर्ग में, दुनिया की नंबर एक श्रेणी हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला का इतिहास बनाया था।
पुरस्कार और सम्मान – Sania Mirza Awards in Hindi
- वर्ष 2004 में अर्जुन पुरुस्कार से सम्मानित।
- वर्ष 2005 में डब्ल्यूटीए न्यू कॉमर बनीं।
- वर्ष 2006 में पद्म श्री पुरुस्कार से सम्मानित।
- वर्ष 2014 खेलों में उत्कृष्टता के लिए हैंदराबाद महिला दशक एचीवर्स अवार्ड।
- वर्ष 2015 में राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित।
- वर्ष 2016 में पद्म भूषण पुरुस्कारसे सम्मानित।
- वर्ष 2014 में, तेलंगाना सरकार ने सानिया मिर्ज़ा को अपने राज्य के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में नियुक्त किया था।
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