Raisins in Hindi – सूखे मेवे में किशमिश का विशेषतौर पर महत्त्व है। किशमिश, अंगूर का ही सुखा हुआ रूप है। ये स्वाद में मिठा और पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। किशमिश में प्राकृतिक शुगर भी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। इसे मिठाईयों में सजावट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसका उपयोग कई हेल्थ टॉनिक में तो किया ही जाता है। साथ ही किशमिश से वाइन भी बनती हैं। किशमिश में प्राकृतिक शक्कर की मात्रा भी अधिक होती है और यह तुरंत एनर्जी देने का भी काम करती है। आइये जाने किशमिश के बारे में अधिक जानकारी।
किशमिश कैसे बनता हैं – Kishmish Kaise Banta hai
किशमिश को अंगूरों को सुखाकर तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया में अंगूरों को लगभग तीन हफ्तों तक धूप में सुखाकर उसका मॉइस्चर निकाला जाता है। इसके बाद इसे छाया में रखा जाता हैं, इस तरह से किशमिश तैयार होती हैं। भारत में इसे कई नाम से जाना जाता है, जैसे हिन्दी में किशमिश, अंग्रेजी में राइसिन कहते हैं।
किशमिश में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Raisins Nutrition Facts in Hindi
विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट्स, डाइट्री फाइबर, शुगर और फैट से भरपूर किशमिश का स्वाद जितना अच्छा होता है, यह सेहत के लिए भी उतनी ही फायदेमंद होती है। अंगूर को सुखाकर बनने वाली किशमिश गुणों का भंडार मानी जाती है। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल हेल्थ में पोस्ट की गई एक स्टडी की मानें तो बाकी के ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवे की तुलना में किशमिश में एंटीऑक्सिडेंट्स और फेनॉल की मात्रा सबसे अधिक होती है।
किशमिश खाने का तरीका – Kishmish Khane ka Tarika
वैसे तो आप किशमिश को दलिया, खीर या अन्य चीज़ों में डालकर खा सकते हैं। लेकिन इसे खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसे भिगोकर खाएं। किशमिश को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें। अगले दिन सुबह फूल जाने पर इसका सेवन करें। इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। किशमिश में मौजूद पोटैशियम से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात पाने में भी मदद मिलती है। किशमिश में नैचुरल शुगर होती है जो नुकसान नहीं पहुँचाती है। किशमिश को भिगोकर खाने से इसकी तासीर ठंडी हो जाती है, इससे जिन लोगों को गर्मी या छाले की समस्या होती है उन्हें फायदा होता है।
किशमिश खाने के फायदे – Raisins Benefits in Hindi
1). वजन बढ़ाने में
अगर बहुत कोशिशों के बावजूद आपका वजन न बढ़ रहा हो तो आप अपनी डायट में किशमिश को शामिल करें। 10-12 किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश का सेवन करें। पानी में भीगने के बाद किशमिश का ग्लूकोज कॉन्टेंट बढ़ जाता है जो वजन बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
2). हड्डियों को मजबूत बनाने में
कैल्शियम से भरपूर किशमिश को जब पानी में भिगोकर खाया जाता है तो उसका नैचरल कैल्शियम लेवल भी बढ़ जाता है, साथ ही हमारा शरीर इस कैल्शियम को बेहतर तरीके से सोख पाता है। इसलिए भीगी हुई किशमिश बढ़ते बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है क्योंकि यह उनकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती है।
3). अनीमिया के लिए
एनीमिया एक ऐसीं गंभीर बीमारी है जिसमें मरीज के शरीर में खून की कमी हो जाती है और खून पर्याप्त मात्रा नहीं बनती। इसका एक मुख्य कारण आयरन भी है। इसी के कारण शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई भी कम होती है। लेकिन इस समस्या को किशमिश पूरी तरह खत्म कर सकता है। आपको बता दें कि किशमिश को आयरन का एक मुख्य श्रोत माना जाता है। इसी वजह से डॉक्टर भी एनीमिया में किशमिश खाने की सलाह देते हैं।
4). यौन संबंध में
यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए लोग बहुत महंगे महंगे इलाज तक कराते हैं। लेकिन फिर भी वह उस इलाज से संतुष्ट नहीं होते। जबकि एक रिसर्च में बताया गया है कि किशमिश मे बेरॉन तत्व पाया जाता है जो पुरुष और महिलाओं के यौन संबंध को बेहतर बना सकता है। जो भी पुरुष या महिला अपने यौन संबंधों में सुधार करना चाहते हैं वह रोजाना किशमिश का सेवन जरूर करें।
5). स्किन के लिए
किशमिश भी अंगूर के जरिए ही बनाया गया है। बताया जाता है कि किशमिश के अंदर कीमोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं जो स्किन कैंसर तक से लड़ने में सक्षम है। इसके अलाव ऐसे कई शोध हो चुके हैं जिनमें किशमिश को स्किन टोनर भी माना गया है। यानी अगर आप रोजाना किशमिश का सेवन करते हैं तो इससे आपकी स्किन बेहतर हो सकती है।
6). मधुमेह में
लोग किशमिश का सेवन नहीं कर सकते, लेकिन ऐसा नहीं है। यह जानकर शायद आपको हैरानी होगी कि सीमित मात्रा में किशमिश का सेवन मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। माना जाता है कि किशमिश का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिस कारण यह इंसुलिन रिस्पांस को बेहतर करने में मदद कर सकती है। इससे मधुमेह नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है। हालाँकि ध्यान रखें कि मधुमेह के लिए किशमिश का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। इसकी मात्रा डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवा, डाइट व एक्सरसाइज के अनुसार होनी चाहिए।
7). एसिडिटी में
एसिडिटी एक आम समस्या है, जिसमें सीने से लेकर पेट तक जलन का एहसास होता है। इससे निजात पाने के लिए किसमिस का सहारा ले सकते हैं। किशमिश को उन खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है, जो एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि किशमिश में एल्कलाइन (Alkaline) गुण मौजूद होता है, जो शरीर में एसिड की मात्रा को सामान्य करने में मदद कर सकता है।
8). ताकत के लिए
यदि आप अपनी ऊर्जा को हमेशा बरकरार रखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको किशमिश का सेवन करना चाहिए। इसमें उपस्थित फ्रक्टोस और ग्लूकोज़ बहुत अधिक मात्रा में उर्जा प्रदान करते हैं। इसलिए सीमित मात्रा में इसका सेवन करने से कमजोरी नहीं आती और वज़न भी बढ़ता है।
9). कैंसर में फायदेमंद
किशमिश के गुण कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई के एक शोध एक अनुसार, किशमिश के मेथनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी रेडिकल और कैंसर प्रिवेंटिव गुण पाए जाते हैं, जो कोलन कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। वहीं, कैंसर के अन्य प्रकारों से बचाव में किशमिश किस प्रकार लाभकारी प्रभाव दिखा सकती है, इसके लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।
10). संक्रमण से बचने के लिए
किशमिश के लाभ संक्रमण से बचने में भी मिल सकते हैं। इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाने में सहायक हो सकते हैं, जैसे एंटीमाइक्रोबियल और एंटीबैक्टीरियल। इसके अलावा, किशमिश का अर्क ओरल बैक्टीरिया, म्यूटन्स स्ट्रैपटोकोकस (दांत सड़ने का कारण बनने वाला मुख्य बैक्टीरिया) से लड़कर मुंह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
किशमिश खाने के नुकसान – Raisins Side Effects in Hindi
किशमिश खाने के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी हैं, जैसे –
- किशमिश खाने से कुछ लोगों को एलर्जी हो जाती है। यदि आपको भी किशमिश खाने के बाद शरीर में किसी भी तरह की स्किन रैशेज, त्वचा में खुजली हो किशमिश खाना बंद कर दें।
- अधिक मात्रा में किशमिश खाने से सांस संबंधी शिकायत हो सकती है। ऐसे में किशमिश का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
- किशमिश का ज्यादा सेवन करने से डायरिया, उल्टी, बुखार और गैस जैसी समस्या हो सकती है।
- किशमिश अधिक मात्रा में खाने से आपका वजन बढ़ सकता है. जो लोग वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें किशमिश नहीं खाली चाहिए।
- किशमिश में अधिक मात्रा में ट्राइग्लिसराइड्स पाया जाता है. ऐसे में हार्ट डिजीज, फैटी लिवर, लिवर कैंसर होने के खतरों को इससे और बढ़ सकता है।
- हालांकि आप पूरी तरह स्वस्थ और तंदरुस्त हैं तो आप रोजाना 50 से 100 ग्राम तक किशमिश खा सकते हैं। मगर अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो किशमिश का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
FAQ
Q. 1) दिन में कितनी किशमिश खाने चाहिए?
Ans – अगर आप पूरी तरह स्वस्थ और तंदरुस्त हैं तो आप रोजाना 50 से 100 ग्राम तक किशमिश खा सकते हैं।
Q. 2) किशमिश खाने से मोटापा बढ़ता है क्या?
Ans – किशमिश खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है।
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