महाद्वीपों के बारे में पूरी जानकारी | Continent Information in Hindi

Continent – महाद्वीप धरती का बहुत बड़ा विस्तृत क्षेत्र होता है जिसकी सीमाएं स्पष्ट पहचानी जा सके। ये द्वीपों से केवल आकार में ही भिन्न होते हैं। सिंपल भाषा में कहे तो पृथ्वी की ऊपरी सतह दो भागो में बंटी है – जल भाग और थल भाग। थल भाग कई छोटे-बड़े द्वीपों में बंटा हैं इन्ही बड़े द्वीपों महाद्वीप कहते हैं। पृथ्वी पर कितने महाद्वीप है इस बात पर पूरी सहमति नहीं है। कुछ लोग चार या पाँच महाद्वीप स्वीकरते है पर अधिकतर लोग छः, या सात महाद्वीप के होने का मत रखते हैं।

महाद्वीपों के बारे में पूरी जानकारी | Continent Information in Hindiमहाद्वीपों की उत्पति कैसे हुवी? – Mahadeep History in Hindi

कुछ विद्वानों के अनुसार पृथ्वी के महाद्वीपों का प्रवाह ही पर्वतों की उत्पत्ति का कारण हैं। कुछ जीव एक दूसरे से दूर के महाद्वीपों में मिलते हैं, जिनका विवरण संकेत करता है कि ये भाग पूर्वकाल में एक दूसरे से संबद्ध रहे होंगे। दूर के महाद्वीपों की चट्टानों और उनमें प्राप्त होने वाले खनिजों की उपलब्धि भी प्रवाह सिद्धांत के आधार पर समझी जा सकती है। पिछले कई भू-वैज्ञानिक कालों में समुद्र के जल तल में भी काफ़ी अंतर आता रहा है। कुछ महाद्वीपों में पर्वत शृंखलाओं का विवरण भी उन स्थलखंडों के पूर्वकालिक संबंध को बताता है।

साधारण तौर पर यह समझा जाता हैं की ये महाद्वीप स्थिर हैं, लेकिन वास्तव में ये गतिमान हैं और एक दूसरे से अलग होते जा रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि महाद्वीप महासागरों की अपेक्षा हलकी चट्टानों से बने हैं, जो सागरों की भारी तली पर तैर रहे हैं।

दुनिया में कितने महाद्वीप हैं – Continent of the World in Hindi

भूवैज्ञानिकों मे मुख्य रूप से दो मतभेद है। पहला तो ये कि क्या यूरोप और एशिया को अलग-अलग महाद्वीप मानें या इन दोनों को जोड़कर एक महाद्वीप यूरेशिया मानें। दूसरा, क्या उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका को अलग-अलग महाद्वीप मानें या इन्हे साथ मिलाकर एक अमेरिका महाद्वीप माने। ज्यादातर मतों के अनुसार विश्व में सात महाद्वीप हैं। –

  1. एशिया (Asia)
  2. अफ़्रीका (Africa)
  3. उत्तरी अमेरिका (North America)
  4. दक्षिण अमेरिका (South America)
  5. अंटार्कटिका (Antarctica)
  6. यूरोप (Europe)
  7. ऑस्ट्रेलिया (Australia)

महाद्वीपों के आंकड़े – Continent Information in Hindi

नामक्षेत्रफलविवरण
एशिया44,614,000 वर्ग किमी.एशिया सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह विश्व के कुल स्थल क्षेत्र के 1/3 भाग पर स्थित है। जनसंख्या के मामले में भी यह नंबर वन पर है। क्षेत्रफल के हिसाब से एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा देश चीन है और सबसे छोटा देश मालदीव। यहां की 3/4 जनसख्या अपने भरण-पोषण के लिए कृषि पर निर्भर है।
अफ्रीका30,216,000 वर्ग किमी.अफ्रीका दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है। इसका एक तिहाई हिस्सा रेगिस्तान है। यहां की मात्र 10% भूमि ही कृषि योग्य है। हीरे व सोने के उत्पादन में अफ्रीका सबसे ऊपर है। सूडान इस महाद्वीप का सबसे बड़ा देश है जबकि सेशेल्स सबसे छोटा देश है।
उत्तरी अमेरिका24,230,000 वर्ग किमी.यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह दुनिया के 16% भाग पर स्थित है। यहां सराकरी मान्यता प्राप्त आज़ाद देशों की संख्या 23 है. जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको, ग्रीनलैंड, क्यूबा आदि शामिल हैं।
दक्षिण अमेरिका17,814,000 वर्ग किमी.यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा महाद्वीप है। क्षेत्रफल के हिसाब के इस महाद्वीप का सबसे बड़ा देश ब्राजील और सबसे छोटा देश फॉकलैंड है। इस महाद्वीप का ज़्यादातर हिस्सा घना जंगल है।
अंटार्कटिका14,245,000 वर्ग किमी.यह विश्व का पांचवा सबसे बड़ा महाद्वीप है। यह पूरी तरह दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है और दक्षिण ध्रुव इसके मध्य में स्थित है। इस महाद्वीप का 99% हिस्सा वर्ष भर बर्फ़ से ढंका रहता है। यहां की भूमि पूरी तरह बंजर है। यहां की कोई स्थायी जनसंख्या नहीं है।
यूरोप10,505,000 वर्ग किमी.यूरोप एकमात्र ऐसा महाद्वीप है जहां जनसंख्या घनत्व अधिक होने के साथ-साथ समृद्धता भी है। इस महाद्वीप का सबसे बड़ा देश रूस है और सबसे छोटा वेटिकन सिटी।
ऑस्ट्रेलिया8,503,000 वर्ग किमी.यह एकमात्र देश है जो सम्पूर्ण महाद्वीप पर स्थित है। यह देश पादपों, वन्यजीवों व खनिजों के मामल में समृद्ध है लेकिन जल की यहां काफ़ी कमी है।

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