शरीर से बाल का अचानक जड़ से उखड़ जाने या बाल जड़ से खींचे जाने पर बालतोड़ फुंसी से सूजन फोड़ा पस बन जाती है। इसे ही बालतोड़ (Baltod) कहते हैं। इस कारण त्वचा रोम छिद्र पर बैक्टीरिया संक्रमण धीरे-धीरे फुंसीे, पस, सूजन, दर्द का रूप ले लेती है। यह छोटी लाल रंग की फुंसी की तरह शुरू होता हैं और धीरे-धीरे बढ़ते चला जाता हैं। ये घाव आम घावों से अलग होता है और तकलीफदेह भी। बाल तोड़ जांघ, छाती के निचले हिस्से पर, नाजुक जगह पर होने से बालतोड़ फुंसी के साथ-साथ बुखार, घबराहट की समस्या हो जाती है।
बाल तोड़ बड़ी बीमारी नहीं परन्तु जख्म फोड़ा ज्यादा दिनों तक रहने पर घातक हो सकता है। बाल तोड़ होने पर जल्दी ही हमें पता चल जाता हैं इसलिए इसका उपचार जल्द शुरू कर देनी चाहिए। बाल तोड़े होने पर यह निम्नलिखित उपचार करे..
बालतोड़ (baltod) का घरेलु उपचार – Boils Treatment at Home in Hindi
1). कच्चे दूध में जरा सी फिटकरी डालकर दूध को फाड़ ले। उस पानी में पट्टी भिगोकर बालतोड़ पर रखे। दो-तीन दिन में आराम हो जाएगा।
2). बालतोड़ के उपचार में मेहदी भी फायदेमंद होता है। मेहदी के पत्तो को पीसकर बालतोड़ के घाव पर लगाने से घाव ठीक होता है।
3). गेहूं के एक-दो दाने मुंह में डालकर चबाएं और उसका पेस्ट सा बनाकर बालतोड़ के मुंह पर रख दें। 3 दिन तक दिन में सिर्फ एक बार यह प्रयोग करें। चौथे दिन बालतोड़ के स्थान को थोड़ा सा दबाने पर कील बाहर आ जाएगी। अब पीसी हल्दी कील निकलने की जगह पर भरदे। बालतोड़ ठीक हो जाएगा।
4). प्याज में एंटीसेप्टिक गुण होते है जिस वजह से ये बालतोड़ के उपचार में काम आता है। प्याज की एक स्लाइस घाव पर रखें और एक कपडे से बाँध ले। एक दो घंटे के बाद ये पट्टी हटा ले और फिर इस प्रक्रिया को एक घंटे बाद दुबारा दुहरायें।
5). एक चम्मच मैदा और पाव चम्मच सुहागा में जरा सा घी डालकर आग पर पकाकर लेसी-सी बना ले। इससे पुल्टिस की तरह सोते समय बालतोड़ पर बांध ले। दो-तीन बार ऐसा करने से बालतोड़ ठीक हो जाएगा।
6). मक्के के आटे को एक कप पानी में उबालकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। ठंडा हो जाने के बाद इस पेस्ट को घाव पर लगायें और पट्टी बाँध लें। दो तीन घंटे बाद पट्टी खोल कर घाव साफ़ कर ले और दोबारा पट्टी बाँध लें।
7). पीपल की छाल पानी में घिसकर लगाएं बालतोड़ में जल्दी आराम होगा।
8). हल्दी का चूर्ण सरसों के तेल में मिलाकर गर्म करके लगाएं बालतोड़ जल्दी ठीक हो जाएगा।
9). बराबर मात्रा में नीम और कालीमिर्च को पीसकर लेप बना लें। इस लेप को घाव की जगह पर लगाकर पट्टी बांध ले। घाव जल्दी ठीक हो जाएगा। आप चाहे तो सिर्फ नीम के पत्ते का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
10). मैदे का बना फाहा पानी में 15 मिनट तक भिगोकर रखें। जब वह फूल की तरह कोमल हो जाए तो उसे मथ कर बालतोड़ पर रखकर पट्टी बांध दें। दो-तीन दिन में बालतोड़ ठीक हो जाएगा।
11). बालतोड़ घाव के उपचार में पीपल भी एक योग्य औषधि का काम करती है। पीपल के पेड़ के छल को पीस कर और पानी मिलाकर लेप बना लें और इसे दिन में दो बार घाव की जगह पर लगायें।
12). एक साफ़ कपड़ा लें और गर्म पानी में भिगो ले। अब इस कपडे को घाव की जगह पर रखकर आहिस्ता आहिस्ता दबाये। ऐसा करने से दर्द तो कम होगा ही घाव भी ठीक होगा। आप चाहे तो पानी में नमक भी मिला सकते है।