हिलते दांतो को ठीक करने के लिए घरेलु उपचार Loose Teeth Treatment at Home

Loose Teeth / दांत हिलने की समस्या अधिकतर बुजुर्ग लोगो में देखी जाती हैं, लेकिन जरूरी नही है की केवल वृद्ध लोगो के ही दांत हिलते है। बच्चो और युवाओं के भी दांत ठीक तरीके से साफ न करने के कारण हिलने शुरू हो जाते है। दांतों में इस तरह की समस्‍या आपके दांतों के निचले टिश्‍यू का ढीला पड़ जाने के कारण होती है। मेडिकल में इस समस्‍या को पेरियोडोंटम कहते हैं। इस बीमारी में दांतों से जुड़े होने वाले फाइब्रोस टिश्‍यू, अंदर से हड्डी से कनेक्‍ट होते हैं जो काफी मुलायम होते हैं। लेकिन यह जब और ज्‍यादा मुलायम हो जाते हैं तो दांतों में हिलने की समस्‍या होने लगती है। अगर आप बहुत ज्‍यादा रगड़ते हैं या गम क्‍लीनिंग करते हैं तो ये समस्‍या उत्‍पन्‍न हो सकती है। मुंह की सफाई न रखने पर भी ये दिक्‍कत होती है। हालाँकि कुछ घरेलू उपायों (Dant hilna kaise roke gharelu ilaj) को अपनाकर आप अपने दांतों के हिलने की समस्या को खत्म कर सकते है।

हिलते दांतो को ठीक करने के लिए घरेलु उपचार Loose Teeth

दांत हिलने के लक्षण – Loose Tooth Symptoms in Hindi

ढीले दांत (Loose Tooth) के लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:

1. दांतों का हिलना

  • जब आप अपने दांतों को हल्के से हिलाते हैं, तो आपको महसूस होता है कि वे सामान्य से अधिक हिल रहे हैं। यह संकेत है कि दांत अपनी जगह से ढीला हो गया है।

2. दांतों में दर्द

  • दांत पर अधिक दबाव बढ़ जाने के कारण दांत की जड़ों में या साथ में आस-पास के क्षेत्र में दर्द होना।

3. मसूड़ों में सूजन और लालिमा

  • मसूड़ों में सूजन, लालिमा, या संक्रमण हो सकता है। यह विशेष रूप से मसूड़ों की बीमारी (गिंगिवाइटिस या पेरियोडोंटाइटिस) के कारण होता है।

4. मसूड़ों से खून आना

  • ब्रश करते समय या फ्लॉस करने के दौरान मसूड़ों से खून आ सकता है। यह मसूड़ों के कमजोर होने का लक्षण हो सकता है।

5. दांतों में संवेदनशीलता

  • ठंडा, गर्म, या मीठा खाने पर दांतों में अत्यधिक संवेदनशीलता महसूस हो सकती है।

6. मसूड़ों से मवाद निकलना

  • अगर संक्रमण गंभीर हो जाता है, तो मसूड़ों से मवाद निकल सकता है, जिससे मुंह में दुर्गंध भी हो सकती है।

7. दांतों का आकार या स्थिति बदलना

  • दांत ढीले होने पर दांतों की स्थिति बदलने लगती है, जिससे आपका बाइट पैटर्न (चबाने का तरीका) भी प्रभावित हो सकता है।

8. मुंह में अजीब अहसास

  • ढीले दांत की वजह से मुंह में असुविधा या कुछ अजीब अहसास हो सकता है, खासकर खाते या बोलते समय।

दांत हिलने के कारण – Loose Tooth Causes in Hindi

दांतों का हिलना (Loose Tooth) कई कारणों से हो सकता है। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

1. मसूड़ों की बीमारी (पेरियोडोंटाइटिस)

  • मसूड़ों में संक्रमण, जिसे पेरियोडोंटाइटिस कहा जाता है, दांतों के चारों ओर की हड्डी और मसूड़े को कमजोर कर देता है। इससे मसूड़े सिकुड़ जाते हैं और दांत ढीले हो सकते हैं।
  • अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह समस्या गंभीर हो सकती है।

2. चोट या दुर्घटना

  • यदि मुंह या जबड़े पर चोट लगती है, तो दांत अपनी जगह से हिल सकते हैं। कभी-कभी दांतों पर अचानक दबाव या झटका भी उन्हें ढीला कर सकता है।

3. दांतों पर अत्यधिक दबाव (ब्रुक्सिज़्म)

  • रात में दांत पीसने या बहुत ज्यादा दबाव डालने (ब्रुक्सिज्म) से दांत ढीले हो सकते हैं। इस आदत के कारण दांतों की जड़ कमजोर हो जाती है।

4. दांतों की सफाई की कमी

  • नियमित ब्रश और फ्लॉस न करने से मसूड़ों में प्लाक और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। यह मसूड़ों की बीमारी को जन्म देता है, जिससे दांत ढीले हो सकते हैं।

5. हॉर्मोनल बदलाव

  • महिलाओं में गर्भावस्था, मासिक धर्म, या मेनोपॉज के दौरान हॉर्मोनल बदलाव से मसूड़े संवेदनशील हो सकते हैं, जिससे दांतों के हिलने की समस्या हो सकती है।

6. ओस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना)

  • ओस्टियोपोरोसिस हड्डियों को कमजोर करता है, जिससे दांतों की जड़ वाली हड्डी भी प्रभावित हो सकती है और दांत ढीले हो सकते हैं।

7. दांतों में संक्रमण

  • अगर दांतों की जड़ या मसूड़ों में संक्रमण हो जाता है, तो यह हड्डी और मसूड़े को कमजोर कर सकता है, जिससे दांत हिलने लगते हैं।

8. दांतों का घिसाव

  • अधिक उम्र के साथ या कठोर चीजें चबाने से दांत घिस सकते हैं, जिससे वे कमजोर होकर ढीले हो सकते हैं।

9. बुरी आदतें

  • नाखून चबाना, बोतल का ढक्कन दांतों से खोलना, या कठोर चीजें चबाना जैसी आदतें दांतों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और उन्हें ढीला कर सकती हैं।

दांतो के हिलने पर यह उपचार किए जा सकते हैं – Hilte Danto ko Kaise Roke

पीपल की छाल का चूर्ण बनाकर रातों पर मले। कुछ देर बाद गर्म और ठंडे पानी से बार-बार कुल्ले करने से दांत का हिलना रुक जाता है।

दांतों के हिलने पर एक गिलास दूध को हल्का गरम कर के उसमे हल्दी पाउडर को डालकर मिला ले। रात को सोते हुए इस दूध को प्रतिदिन पीए। आपके दांतों का हिलना बंद हो जायेगा, और आपके दांत मजबूत हो जायेंगे।

सेंधा नमक और राई के तेल को सुबह और रात के भोजन के बाद दातों पर मलने से दांत का हिलना रुक जाता है।

10 ग्राम लोंग और 1 ग्राम सेंधा नमक को पीसकर दांतो पर मलने से दांत का हिलना ठीक हो जाता है।

मौलसिरी की दातुन का मुलायम बरस बनाकर उससे दांत साफ करने से दांत का हिलना धीरे-धीरे रुक जाता है।

तुलसी और चमेली के पत्तों को चबाने से दांतों का हिलना बंद हो जाता है।

आवंला में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है। विटामिन सी से दांतों की पकड़ और मजबूत हो जाती है। हिलते दांत में आवंला जूस काफी आराम देता है। आप चाहें तो इससे कुल्‍ला कर लें या पी लें।

बकुलादि तेल को दांतों पर मलने से दांत का हिलना कुछ दिनों में बंद हो जाता है।

नागरमोथा, हरड़, त्रिकुट, बायविंडग, एक-एक भाग तथा निम् की हरी पत्ती दो भाग लेकर पीसें। तत्पश्चात गौमूत्र के साथ इनकी गोलियां बनाएं। एक-एक गोली सुबह-शाम मुख में रखने से दांतों का हिलना रुक जाता है।

हर दिन सुबह उठकर नमक और सरसों का तेल मिलाकर इससे दांत साफ करें और दर्द वाली जगह पर लगाएं। लगाने के बाद हल्‍के हाथों से मसाज करें। इससे शर्तिया आराम मिलता है।

पिपरमेंट ऑयल में काफी गुण होते हैं जिनकी वजह से दांतों में दर्द से तो आराम मिलता ही है, इसके साथ-साथ दांतों के हिलने की समस्‍या भी दूर हो जाती है। ऑयल को उंगली में लगाकर हिलते दांत पर अच्‍छे से लगा लें और मसाज करें। आपको दो दिन में ही आराम मिल जाएगा।

लौंग का तेल मसूड़ों की सूजन और दांत दर्द को नियंत्रित करने का बहुत ही अच्‍छा प्राकृतिक उपचार है। लौंग के तेल का उपयोग पुदीना तेल के समान होता है। सूजन को नियंत्रित करने और राहत पाने के लिए इसका इस्‍तेमाल प्रभावित क्षेत्र पर मसाज करने के लिए किया जाता है। अगर दांत ज्‍यादा हिलते हैं तो लौंग तेल को हिलते दांत पर लगाएं और मसाज करें। या रात को लगाकर छोड़ दें। इससे काफी राहत मिलती है।

दांतों के हिलने पर खाने का सोडा और हल्दी का प्रयोग करना बहुत ही उपयोगी होता है। थोडा सा खाने का सोडा और थोडी सा हल्दी को मिलाकर रोजाना दांतों को साफ करने से दांतों का हिलना बंद हो जाता है तथा दांत के अन्य रोगों से भी छुटकारा मिलता है।

दांतों का हिलना बंद करने के लिया प्याज का प्रयोग भी किया जा सकता है। इसके लिए एक प्याज को किसी बर्तन में थोडा सा पानी लेकर उसमे प्याज को डाल कर उबाल ले। जब प्याज उबल जाये तब उसे निकाल कर ठंडा कर ले। फिर उसे अच्छे से मैश कर ले. उसमे थोडा सा मक्खन, काली मिर्च का पाउडर और नमक मिला कर खये. आपके दांत ठीक हो जायेंगे। इसके प्रयोग करने से आपके दांत भी मजबूत हो जायेंगे।

सरसों के तेल और नमक में बैक्‍टीरिया-रोधी तत्‍व होते हैं। ये दोनों चीजें मसूड़ों को मजबूत और कमजोर दांत को टाइट करती हैं। एक चम्‍मच नमक में सरसों के तेल की कुछ बूंदें डाल लें। अब इस पेस्‍ट से प्रभावित हिस्‍से की उंगली से एक से दो मिनट तक हल्‍की मालिश करें। इसके बाद गुनगुने पानी से कुल्‍ला कर लें। शुरुआत में दो से तीन दिन रोजाना ऐसा करें और फिर इसके बाद सप्‍ताह में दो बार करें।


और अधिक लेख –

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *