दुनिया में कई ऐसी डरावनी जगहे हैं जहाँ पर लोग सिर्फ नाम सुन के ही जाने से डरते हैं। भारत में भी ऐसे जगहों की कमी नहीं हैं। लेकिन इनमें भी कुछ जगहें इतनी डरावनी हैं कि वहां रात को रूकने पर डर के कारण न केवल आपकी चीखें निकल सकती हैं वरन आपकी रूह भी कांप जाती है। कई कमजोर दिल वालों की तो यहां पर मौत भी हो चुकी है। इसी वजह से सरकार ने शाम होते ही इन जगहों पर जाने पर पाबन्दी लगा रखा है। आइये जाने भारत के 10 सबसे डरावनी जगहों के बारे में…
भारत के दस सबसे भुतहा जगह – Most Haunted Places in India in Hindi
1). भानगढ़ किला, राजस्थान – Bhangarh fort
देश का सबसे डरा देने वाला जगह हैं भानगढ़ किला। ऐसा कहा जाता है कि पुराने ज़माने में एक तांत्रिक ने इस महल पर काला जादू कर दिया था और तब से भानगढ़ किला, भूतिया किला हो गया। सूर्यास्त के बाद इस किले में लोगों का प्रवेश वर्जित है। इस किले के आसपास बने घरों की छतें नहीं रहती हैं। अगर उन छतों को बनवा दिया जाएं, तो अपने आप चटक कर टूट जाती हैं। लोगों का कहना है कि इस महल में रात में गया कोई भी व्यक्ति वापस नहीं आ पाया।
2). कुलधारा, राजस्थान – Kuldhara rajasthan
इस स्थान के बारे में 1800 में स्थानीय लोगों को पता चला कि यह रहस्यमयी और बेकार है, इसलिए इस जगह को लोगों ने छो़ड दिया। कहते है, यहां रूकने पर व्यक्ति गायब हो जाता है। ऎसा कई बार हुआ है। एक बार एक मंत्री गांव की सुंदर ल़डकी से शादी करना चाहता था, ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, तो मंत्री ने उनका लगान दो गुना कर दिया। जिससे गांव वालों ने वह जगह छो़ड दी और तब से यहां कोई नहीं रहता, जो भी रहता है वह मर जाता है।
3). डिसूजा चॉल, मुम्बई – D’souza chawl Mumbai
कहा जाता है कि इस चॉल में स्थित कुएं में एक महिला पानी भरते समय गिर कर मर गई। लोग कहते हैं कि तब से यह महिला कुएं के आस-पास रोज रात को आती है। हालांकि किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती है।
4). अग्रसेन का बाबली, दिल्ली – Agrasen ki Baoli
यह एक भयानक बाबली है। पौराणिक कथाओं में भी इसका वर्णन है। कहा जाता है कि जब इसमें काला पानी भर जाता है तो यह लोगों को इसमें मरने के लिए मोहित करती है। यहां तक कि आज भी यहां लोग सूर्यास्त के बाद नहीं आते हैं।
5). फिरोजशाह कोटला, दिल्ली – Feroz shah kotla
फिरोजशाह कोटला के बारे में एक बात फेमस है कि वहां युवतियां सुरक्षित नहीं है। इसलिए वहां कोई ल़डकी कभी अकेली नहीं जाती है। कहा जाता है कि बुरी आत्माएं, उन ल़डकियों पर प्रहार करके उनका वध कर देती हैं। ऎसा भी माना जाता है कि वह उन्हे मिठाई ऑफर करती है और उसके बाद मारती हैं। ये वाकई में खतरनाक लगता है.
6). जीपी ब्लॉक, मेरठ – GP Block Meerut
मेरठ के जीपी ब्लॉक में कई बार चार भूत एक घर में मोमबत्ती लिए बैठे हुए और बीयर पीते देखे जा चुके हैं। लोगों ने इस घर से लाल रंग की ड्रेस पहने लड़कि यों को बाहर आते देखा है। इस दो मंजिला घर की तरफ लोगों ने जाना बंद कर दिया है।
7). रामूजी फिल्म सिटी, हैदराबाद – Ramoji Film City Hyderabad
अगर आपको ऎसा लगता है कि भूतों को सिर्फ खंडहर ही रास आते हैं तो आपको रामू जी फिल्म सिटी के बारे में जानना होगा। रामू जी फिल्म सिटी के कई होटलों में भूतों का निवास माना जाता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह फिल्म सिटी निज़ाम सुल्तान की धरती पर बना है, जहां कई प्रकार की सजा देने वाली गतिविधियां हुई थी। यहां कई बार लोगों को विचित्र छाया, उंगलियों के निशान और दरवाजों के अपने आप खुलने-बंद होने का आभास हुआ है।
8). राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता – Rashtriya Pustakalaya
राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता में कई प्रकार की रहस्यमयी घटनाओं के बारे में सुनने को मिलता है। जो गार्ड यहां रात में ड्यूटी करते हैं, वह आपको कई प्रकार की ऎसी घटनाएं सुना सकते हैं। जिन मजूदरों की मौत यहां पुस्तकालय में हुई थी, उनके भूत इसी पुस्तकालय में रहते हैं। काफी समय पहले, एक छात्र इस पुस्तकालय में गया और फिर वहां से कभी वापस नहीं आया। कई लोग कहते हैं कि सुबह जब लाईब्रेरी खोलिए तो हर दिन काफी पेपर और सामान बिखरा हुआ प़डा रहता है।
9). राज किरण होटल, मुम्बई – Raj kiran hotel, Mumbai
लोगों का कहना है कि इस होटल के ग्राउंड फ्लोर में अजीबोगरीब बातें होती हैं। जो लोग इनमें रहने आते हैं, उन्हें आधी रात में कोई जगाता है और जब वे उठते हैं तो चमकीली नीली रोशनी पैरों पर पड़ती है। कुछ लोग उनकी बैडशीट खींचने की बाते भी बताते हैं।
10). शनीवारवाडा फोर्ट, पुणे – Shaniwar Wada Fort
शनिवारवाडा फोर्ट का निर्माण मराठा साम्राज्य को बुलंदियों पर ले जाने वाले बाजीराव पेशवा ने 1746 ई. में एक महल का निर्माण करवाया था। स्थानीय लोग कहते हैं कि इस महल से अब भी अमावस की रात एक दर्द भरी आवाज आती है जो बचाओ-बचाओ पुकारती है। यह आवाज उस व्यक्ति की है जिसकी हत्या इस महल में कर दी गई थी। कहते हैं हत्या के बाद उसके शव को नदी में बहा दिया गया था।
प्रचलित कहानियों के अनुसार बाजीराव की मृत्यु के बाद राजनीतिक दांव-पेंच और सत्ता के लालच में 18 साल की उम्र में नारायण राव की हत्या इस महल में कर दी गई थी। कहते हैं आज भी नारायण राव अपने चाचा राघोबा को पुकारते हैं ‘काका माला बचावा’। उनके चाचा राघोबा को उनका संरक्षक बनाया गया था। माना जाता है कि राघोबा पूरे शासन पर राज करना चाहते थे अतः उन्हीं के इशारे पर नारायण राव की हत्या की गई थी। इस महल में 1828 ई. में रहस्यमय तरीके से आग लग गई और काफी हद तक महल नष्ट हो गया। परन्तु आज भी यहां आने वाले लोगों को भूतहा अनुभूतियां होती हैं विशेष तौर पर अमावस्या की रात को यहां आवाजें आती हैं।
India ke 10 Darawani Jageh