Mitali Raj in Hindi/ मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी हैं। टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला है। मितली दाएँ हाथ से बल्लेबाज़ी और दाएँ हाथ से लेगब्रेक गेंदबाजी करती हैं। वे भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान भी हैं। मिताली को सन् 2003 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया। वही 2010 में आईसीसी वर्ल्ड रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
प्रारंभिक जीवन – Early Life of Mitali Raj in Hindi
मिताली राज का जन्म 3 दिसम्बर 1982 को जोधपुर, राजस्थान में हुआ था। उनकी माँ लीला राज एक अधिकारी थी। वही उनके पिता धीरज राज डोराई राज बैंक में नौकरी करने के पूर्व एयर फोर्स में थे। वे स्वयं भी क्रिकेटर रहे हैं, उन्होंने मिताली को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयत्न किया। उसके यात्रा खर्च उठाने के लिए अपने खर्चों में कटौती की। इसी प्रकार उसकी माँ लीला राज को भी अनेक कुर्बानियाँ बेटी के लिए देनी पड़ीं। उन्होंने बेटी की सहायता हेतु अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि जब खेलों के अभ्यास के पश्चात थकी-हारी लौटे तो वह अपनी बेटी का ख्याल रख सके।
बचपन में जब उसके भाई को क्रिकेट की कोचिंग दी जाती थी, तब वह मौक़ा पाने पर गेंद को घुमा देती थी। तब क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने उसे नोटिस किया और कहा कि वह क्रिकेट की अच्छी खिलाड़ी बनेगी। मिताली के माता-पिता ने उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया तथा इस प्रकार की सहायता की जिसके कारण वह अपने इस मुकाम तक पहुँच सकी है।
मितली अपने बड़े भाई के साथ स्कूल के दिनों में क्रिकेट कोचिंग के लिए सेंट जॉन्स स्कूल, हैदराबाद में भाग लिया। बचपन में मिथली कीज़ गर्ल्स हाई स्कूल, सिकंदराबाद में अभ्यास कराती थी। मिताली ने अपना कीर्तिमान 19 वर्ष की अवस्था में ही बना दिया परंतु उसे लगता है कि उसका बचपन कहीं खेलों में ही गुम हो गया। हरदम खेलों के अभ्यास के कारण वह अपने बचपन की शरारतों का आनन्द नहीं उठा सकी। शायद इसी कारण वह बड़ी होने के बाद भी माँ के हाथ से खाना खाती है, जब कभी उसकी इच्छा होती है।
मितली के कोच सम्पत कुमार ने उसे आगे बढ़ाने के लिए उससे कड़ी मेहनत कराई। गर्मी हो या बरसात, उसे अभ्यास करना ही होता था। जब वह ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ती थी तभी उसे क्रिकेट का बल्ला घुमाते समय देखकर उन्होंने कहा था- मिताली कोई साधारण, लड़की नहीं है। वह सचिन की भाँति अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी बन सकती है।
क्रिकेट करियर – Cricket Career of Mitali Raj in Hindi
मिताली राज / Mitali Raj ने पहली बार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 1999 में भाग लिया। यह मैच मिल्टन कीनेस, आयरलैंड में हुआ था जिसमें मिताली ने नाबाद 114 रन बनाए। उन्होंने 2001-2002 में लखनऊ में इंग्लैंड के विरुद्ध प्रथम टैस्ट मैच खेला। मिताली जब प्रथम बार अंतराराष्ट्रीय टेस्ट मैच में शामिल हुईं तो बिना कोई रन बनाए डक (ज़ीरो) पर आउट हो गई। लेकिन उसने अपने कैरियर में अपनी मेहनत के दम पर आगे बढ़कर दिखाया और अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में आज तक का सर्वाधिक स्कोर 214 रन बना कर कीर्तिमान स्थापित किया। यह इतिहास उसने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेलते हुए 2002 में बनाया। यह महिला क्रिकेट का सर्वाधिक रन रिकॉर्ड है। इन्होने आस्ट्रेलिया की करेन बोल्टन का रिकार्ड तोड़ दिया जिसने 209 रन बना कर रिकार्ड स्थापित किया था।
2003 की क्रिकेट उपलब्धियों के लिए 22 वर्षीय मिताली राज को 21 सितम्बर, 2004 को ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उसने बताया कि उसे क्रिकेट और नृत्य में से एक राह चुननी थी। क्रिकेट के कारण वह अपनी भरतनाट्यम नृत्य कक्षाओं से बहुत समय तक दूर रहती थी। तब नृत्य अध्यापक ने उसे क्रिकेट और नृत्य में से एक चुनने की सलाह दी थी।
4 वर्षों के अंतराल के पश्चात जुलाई 2006 में मिताली राज के नेतृत्व में महिला क्रिकेट टीम ने पुनः इंग्लैंड का दौरा किया। सभी खिलाड़ी बहुत ट्रेनिंग लेकर वन डे इंटरनेशनल खेलने गई थीं। यह बी.सी.सी.आई. (क्रिकेट बोर्ड) तथा वीमेंस क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के एकीकरण की ओर क़दम था। मिताली राज की अगुआई में भारतीय टीम ने टांटन में इंग्लैंड को दूसरे टैस्ट में पाँच विकेट से करारी शिकस्त देकर दो मैचों की शृंखला 1-0 से जीत ली। इस प्रकार मिताली के नेतृत्व में महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को उसकी ही ज़मीन पर मात दे दी, जिससे मिताली को भरपूर प्रंशसा मिली, साथ ही जीत का श्रेय भी।
मिताली का मानना है कि महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उसके लिए अच्छे स्पांसर को आगे आना चाहिए। मिताली टेलीविजन पर क्रिकेट केवल इसलिए देखती है ताकि सचिन तेंदुलकर के बल्ले का जादू देख सके और उसी प्रकार के कुछ शाट्स खेल सके। उन्हें सचिन के ‘स्ट्रेट ड्राइव’ और ‘स्केवयर कट’ बहुत पसन्द हैं।
उपलब्धिया और रिकार्ड्स – Mitali Raj Awards in Hindi
- मितली राज एकदिवसीय मैच में सबसे ज्यादा अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड हैं। इससे पहले इंग्लैंड के शेर्लोट एडवर्ड्स के नाम था, जिन्होंने 191 मैचो में 46 अर्धशतक बनाये थे, वही मितली ने अभी तक 178 मैचो में 47 अर्धशतक बना चुकी हैं।
- मितली ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 1999 में पहली बार भाग लिया। यह मैच मिल्टन कीनेस, आयरलैंड में हुआ था जिसमें मिताली ने नाबाद 114 रन बनाए।
- उन्होंने 2001-2002 में लखनऊ में इंग्लैंड के विरुद्ध प्रथम टैस्ट मैच खेला।
- उन्होंने टांटान में इंग्लैंड के विरुद्ध टैस्ट मैच में 214 रन बनाकर प्रसिद्धि पाई। यह महिला क्रिकेट का सर्वाधिक रन रिकॉर्ड है।
- मिताली ने ‘महिला विश्व कप 2005’ में भारतीय महिला टीम की कप्तानी की।
- मिताली राज को सन् 2003 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
- उन्होंने ‘भरतनाट्यम’ नृत्य में भी ट्रेंनिग प्राप्त की है और अनेक स्टेज कार्यक्रम दिए हैं।
- 2010 में आईसीसी वर्ल्ड रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- मिताली वनडे क्रिकेट में लगातार सात अर्द्धशतक लगाने वाली दुनिया की पहली महिला बल्लेबाज हैं।
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