Intermittent fasting आजकल काफी लोकप्रिय हो रहा है। लोग इसके जरिए अपना वजन कम कर रहें है। इसमें आप सप्ताह के 5 दिन सामान्य खाना खाते हैं। तो वहीं सप्ताह के दो दिन कम कैलोरी और तरल पदार्थों का सेवन करते हैं। एक स्टडी के अनुसार Intermittent Fasting लोगों को बहुत पसंद आ रहा है। तो चलिए जाने इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में।
Intermittent fasting एक तरह का व्रत हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग में कोई खास डायट नहीं होती बल्कि एक खास तरह का ईटिंग पैटर्न होता है। यह मुख्य रूप से दो तरह से होता हैं। पहले तरह की फास्टिंग में आप सिर्फ 6-8 घंटे के दौरान ही कुछ खाते हैं। इसका मतलब यह है कि आप प्रतिदिन 16 से 18 घंटे तक कुछ भी नहीं खाते हैं। दूसरे प्लान में आप ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर खाते हैं, लेकिन सप्ताह में केवल 5 दिन. फिर सप्ताह में 2 आप कुछ नहीं खातें। इस तरह आप एक दिन में 500 कैलोरी कम कर लेते हैं। हालाँकि आप अपने उपवास के दौरान गैर-कैलोरी पेय जैसे पानी, चीनी मुक्त नींबू का रस, ग्रीन टी आदि भी पी सकते हैं। इसे टाइम रेस्ट फीडिंग भी कहा जाता है।
कब और कैसे करें Intermittent Fasting – Intermittent Fasting Kaise Kare
इस फास्टिंग में यह बात सबसे जरूरी होती है कि आप ज्यादा से ज्यादा समय तक कुछ न खाएं। जब आप ज्यादा समय तक भूखे रहते हैं तब आप जल्दी वजन कम करते हैं। शुरुआत करने के लिए, आठ घंटे की लिमिट तय करें। अपने भोजन का सेवन सिर्फ आठ घंटे में सीमित करें। अगर समय के हिसाब से देखा जाय तो Intermittent Fasting करने का सबसे अच्छा समय रात 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक होता है। क्योंकि इसमें ज्यादा समय तक आप सो रहे होते हैं। बाकि के बचे समय में आप अपनी डाइट को प्लान कर सकते हैं।
इसके अलावा अन्य लोग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बीच भोजन करना पसंद करते हैं, जो सुबह 9 बजे के आसपास हेल्दी नाश्ता करते हैं। दोपहर के समय एक सामान्य लंच और शाम को 4 बजे के आसपास हल्का नाश्ता कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी सुविधा के अनुसार उपवास रख सकते हैं।
जब भी आप भोजन करते हैं, तो यह कहा जाता है कि आप ब्लड शुगर लेवल को मेनटेन रखने और भूख को भी कंट्रोल करने वाला भोजन करें। इसलिए आप जब भी इंटरमिटेंट डायट करें तो इस बात का खास ध्यान रखें कि आपको हेल्दी चीजें ही खाना है। इसके अलावा, अपने इंटरमिटेंट डायट में हेल्दी फूड्स को जरूर शामिल करें। आप अपने डायट में शुरुआत में सिर्फ पोषक तत्वों को ही शामिल करें। ताकि आप बाद में वो चीजें भी खा सकें, जो आप खाना चाहते हैं।
वैसे तो Intermittent Fasting करना थोड़ा कठीन होता है। लेकिन आप डाइट प्लान बनकार इसे आसान कर सकते हैं। दिन में पानी की कमी शरीर में ना हो उसके लिए नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं। कोल्ड ड्रिंक्स और अन्य बाजार में मिलने वाले पेय पदार्थों का सेवन न करें। अगर आप Intermittent Fasting का साप्ताहिक प्लान करना चाहते हैं तो.इसमें आप सप्ताह के 5 दिन सामान्य खाना खाएं, और बाकी दो दो दिन कम कैलोरी और तरल पदार्थों का सेवन करे।
Intermittent Fasting Diets in Hindi
- सब्जियां: ब्रोकली, फूलगोभी, खीरा, पत्तेदार सब्जियां, टमाटर आदि।
- फल: सेब, केला, जामुन, संतरा, आड़ू, नाशपाती, आदि।
- वसा या फैट: जैतून का तेल, एवोकाडो और नारियल तेल आदि।
- साबुत अनाज: क्विनोआ, चावल, जई, जौ, आदि।
- प्रोटीन: मांस, चिकन, मछली, फलियां, अंडे, नट्स, बीज, आदि।
फायदे – Intermittent Fasting Benefits in Hindi
- कुछ अध्ययन बताते हैं कि उपवास करने पर खून में इंसुलिन का स्तर कम हो जाता है, जिससे वजन कम होता है।
- इंटरमिटेंट डायट में उपवास से टाइप-2 डायबिटीज और अन्य मोटापे से संबंधित जोखिमों को भी कम किया जा सकता है।
- इससे मेटाबॉलिज्म स्ट्रॉन्ग होता है।
- इसे करने से कैंसर तक का खतरा कम होता है।
- शरीर की चर्बी घटाने में काफ़ी सहायक है।
- Digestion इंप्रूव करता है।
Intermittent Fasting Side Effects in Hindi
- हर रोज केवल आठ घंटे के लिए खाने का सेवन करने के रिस्ट्रिक्शन के चलते लोग ज्यादा खा जाते हैं। कहने का मतलब यह है कि लोगों के मन में एक भ्रम रहता है कि हम आठ घंटे में जितना चाहें उतना खा सकते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। जितनी भूख हो हमें उतना ही आठ घंटों में खाना चाहिए।
- अगर हम आठ घंटे खाने के दौरान अनहेल्दी भोजन करते हैं तो उससे हमें पाचन समस्या हो सकती है। इसके अलावा हमारा वजन भी बढ़ सकता है।
- जब आप 16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग डायट शुरू करते हैं तो शुरुआत में आपको भूख लगना, कमजोरी और थकान महसूस होने जैसी समस्या हो सकती है।
- यह महिलाओं में फर्टिलिटी और प्रजनन में परेशानी पैदा कर सकती है।
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