Highest Mountains – दुनिया मे कई ऐसे विशाल पर्वत हैं जिसमे चाड़ना बहुत ही कठिन हैं, लेकिन कई जुनूनी लोगो ने इसपर भी फ़तेह हासिल किया हैं। पहाड़ ही दुनिया का पर्यावरण तय करते हैं। पारंपरिक रूप से पर्वतो की ऊंचाई समुद्र तल से नापी जाती है। इसी वजह से 8,848 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट को पृथ्वी का सबसे ऊंचा पर्वत कहा जाता है। लेकिन नीचे से ऊपर की बजाए ऊपरी बिंदु से अगर सीधी लकीर खींचकर नापा जाए, तो दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप की चोटी बेहद ऊंची साबित होगी। आइए जाने दुनिया के दस सबसे उँचे पर्वतो के बारे मे…
ये हैं दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटियां – Top10 highest mountains in the world hindi
(1) Mount Everest- नेपाल मे स्थित माउंट एवरेस्ट दुनिया की सबसे उँची पर्वत हैं। नेपाली में इसे ‘सगरमाथा’ के नाम से जाना जाता हैं। जिसकी ऊंचाई 8,848 मीटर है। पहले इसे कश्व के नाम से जाना जाता था। उस समय माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 29,002 फीट या 8,40 मीटर मापी गई थी। वैज्ञानिक सर्वेक्षण में कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ रही है। एवरेस्ट पर सिर्फ 6 दशक पहले ही इंसान फतह हासिल कर पाया। इसपर उत्तर और दक्षिण की तरफ से चढ़ने के दो रास्ते हैं, पर उत्तरी रास्ता कहीं अधिक खतरनाक है। इसमे चड़ाई करने मे लगभग दो महीनो का समय लगता हैं, वो भी कठिन रस्तो से गुज़रते हुए।
(2) K2 – पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के गिलगिट बाल्टिस्तान और चीन के झिंजियांग की सीमा पर काराकोरम पर्वत श्रंखला में स्थित के2 दुनिया की दूसरी पर्वत चोटी है। इसकी उँचाई 8611 मीटर (28,251फीट) हैं। के2 को माउंट एवरेस्ट की तुलना में सबसे अधिक कठिन और खतरनाक माना जाता है।
(3) Kangchenjunga – भारत के सिक्किम राज्य के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर स्थित कंचनजंघा विश्व की तीसरी सबसे ऊँची पर्वत है। इसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है। यह दार्जिलिंग से 74 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है। ये छोटी बर्फ की पांच खजाने के रूप में पांच चोटियों में शामिल है। खजाने जो सोना, चांदी, रत्न, अनाज, और पवित्र पुस्तकों हैं भगवान के पांच खजाने, प्रतिनिधित्व करते हैं।
(4) Lhotse – नेपाल, तिब्बत और चीन की सीमा पर खड़ी ल्होत्से चोटी 8,516 मीटर ऊंची है। कंचनजंघा की तरह ही यह भी माउंट एवरेस्ट की पड़ोसी चोटी है।
(5) Makalu – 8481 मीटर, (27,825 फीट) मकालू एवरेस्ट विश्व की पांचवीं सबसे ऊँची शिखर है। यह माउंट एवरेस्ट से 19 किलोमीटर दूर मे स्थित है। ये पर्वत भी नेपाल और चीन की सीमा मे आती है।
(6) Cho Oyu – समुद्र तल से 8,201 मीटर (26,906फीट) उपर स्थित चोयु चोटी विश्व का छठा सबसे ऊँचा पर्वत है। तिब्बती में चो ओयू का मतलब ‘मरकत देवी’ है। यह पर्वत तिब्बत-नेपाल सीमा पर माउंट एवरेस्ट की महालांगुर हिमालय से 20 किलोमीटर की खुंबू उप-धारा के पश्चिम में स्थित है।
(7) Dhaulagiri – सफेद बर्फ से हमेशा चमचमाने वाली धौलागिरी चोटी भी नेपाल में स्थित है। इसे ‘व्हाइट माउंटेन’ के नाम से भी जाना जाता हैं। इस छोटी की उँचाई 8,167 मीटर हैं। इस चोटी की चढ़ाई बेहद दुश्वार मानी जाती है।
(8) Manaslu- मनास्लु पर्वत दुनिया का आठवां सबसे ऊँचा पर्वत है। इसकी उँचाई समुद्रतल से 8,163 मीटर (26,781 फीट) हैं यह भी नेपाल के पश्चिम मध्य भाग में स्थित है। मनास्लु संस्कृत शब्द मनासा से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘बुद्धि या आत्मा’ मनास्लु का अर्थ है ‘पर्वत की आत्मा’।
(9) Nanga Parbat – पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के गिलगिट बालटिस्तान में खड़ा यह पहाड़ 8,126 मीटर ऊंचा है। नंगा पवर्त की चढ़ाई सबसे मुश्किल बताई जाती है। इसे किलर माउंटेन भी कहा जाता है क्योंकि इसपर चढ़ने वाले बहुत से लोगों की जाने जा चुकी हैं। ये विश्व का नवां सबसे ऊँचा पर्वत है। नंगा पर्वत हिमालय पर्वत श्रंखला के सुदूर पश्चिमी भाग में स्थित है।
(10) Annapurna – अन्नपूर्णा हिमालय रेंज की ही महत्वपूर्ण चोटी हैं। एवरेस्ट के न मिलने से पहले इसे ही दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का दर्जा प्राप्त था। अन्नपूर्णा पर चढ़ना एवरेस्ट से भी कठिन है। खड़ी चढ़ाई, फिर अवरोधों का होना इसे बेहद दुर्गम चोटियों में शुमार करता है। यह 8091मीटर (26,545 फीट) है।
Mast jankari he thanks