Goa / गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है। सालों से गोवा, भारत में पश्चिमी तट का आकर्षण रहा है। सस्ती शराब से लेकर प्राचीन समुद्र किनारों तक, यहाँ की स्वच्छता ओर सर्वदेशीय ताज ने अनेक युवाओं और बुजु़र्गों को भी आकर्षित किया है। गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था। पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग 450 सालों तक शासन किया और दिसंबर 1961 में यह भारतीय प्रशासन को सौंपा गया। आइये जाने गोवा के बारे में और अधिक जानकारी..
गोवा की जानकारी एक नजर में – Goa Information, Facts & History In Hindi
1). गोवा की स्थापना 30 मई, 1987 में हुई थी इसकी राजधानी ‘पणजी’ है।
2). राज्य में विधान सभा की 40, राज्य सभा की 1 और लाेकसभा की 2 सीटें हैं।
3). इस राज्य में जिलों की संख्या 2 है।
4). यहॉ की राजकीय भाषा ‘कोंकणी’ है।
5). इस राज्य का राजकीय पशु ‘गौर’ है।
6). इस राज्य का राजकीय पक्षी ‘बुलबुल’ है।
7). इस राज्य का राजकीय वृक्ष ‘मत्ती’ है।
8). गोवा में सबसे लोकप्रिय खेल ‘फुटबाल’ है।
9). राज्य की प्रमुख नदियां मदोवी व जुअरी हैं।
10). गोवा भारत के कोकंण तट पर स्थित है।
11). गोवा का क्षेत्रफल 3702 वर्ग किलोमीटर है।
12). गोवा की न्याय व्यवस्था बम्बई हाई कोर्ट केअन्तर्गत आती है।
13). यहाॅ का प्रमुख हवाई अडडा डाबोलिम है।
14). गोवा का प्रमुख उद्योग पर्यटन है। पर्यटन के आलावा गोवा में लौह खनिज भी विपुल मात्रा में पाया जाता है जो जापान तथा चीन जैसे देशों में निर्यात होता है। गोवा मतस्य (मछली) उद्योग के लिए भी जाना जाता है।
15). महाभारत में गोवा का उल्लेख गोपराष्ट्र यानि गाय चरानेवालों के देश के रूप में मिलता है।
16). संस्कृत के कुछ अन्य पुराने स्त्रोतों में गोवा को गोपकपुरी और गोपकपट्टन कहा गया है जिनका उल्लेख अन्य ग्रंथों के अलावा हरिवंशम और स्कंद पुराण में मिलता।
17). अरब के मध्युगीन यात्रियों ने इस क्षेत्र को चंद्रपुर और चंदौर के नाम से इंगित किया है जो मुख्य रूप से एक तटीय शहर था।
18). जिस स्थान का नाम पुर्तगाल के यात्रियों ने गोवा रखा वह आज का छोटा सा समुद्र तटीय शहर गोअ-वेल्हा है। बाद मे उस पूरे क्षेत्र को गोवा कहा जाने लगा जिस पर पुर्तगालियों ने कब्जा किया।
19). जनश्रुति के अनुसार गोवा जिसमें कोंकण क्षेत्र भी शामिल है (और जिसका विस्तार गुजरात से केरल तक बताया जाता है) की रचना भगवान परशुराम ने की थी।
20). यज्ञ के दौरान अपने बाणो की वर्षा से समुद्र को कई स्थानों पर पीछे धकेल दिया था और लोगों का कहना है कि इसी वजह से आज भी गोवा में बहुत से स्थानों का नाम वाणावली, वाणस्थली इत्यादि हैं।
21). उत्तरी गोवा में हरमल के पास आज भूरे रंग के एक पर्वत को परशुराम के यज्ञ करने का स्थान माना जाता है।
22). पहली सदी के शुरुआत में गोवा पर कोल्हापुर के सातवाहन वंश के शासकों का अधिकार स्थापित हुआ और फिर बादामी के चालुक्य शासकों ने इस पर वर्ष 580 से 750 तक राज किया।
23). वर्ष 1312 में गोवा पहली बार दिल्ली सल्तनत के अधीन हुआ लेकिन उन्हें विजयनगर के शासक हरिहर प्रथम द्वार वहाँ से खदेड़ दिया गया।
24). सन 1469 में गुलबर्ग के बहामी सुल्तान द्वारा फिर से दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बनाया गया। बहामी शासकों के पतन के बाद बीजापुर के आदिल शाह का यहाँ कब्जा हुआ जिसने गोअ-वेल्हा हो अपनी दूसरी राजधानी बनाई।
25). सन 1510 में, पुर्तगालियों ने एक स्थानीय सहयोगी, तिमैया की मदद से सत्तारूढ़ बीजापुर सुल्तान यूसुफ आदिल शाह को पराजित किया। उन्होंने वेल्हा गोवा में एक स्थायी राज्य की स्थापना की। यह गोवा में पुर्तगाली शासन का प्रारंभ था जो अगली साढ़े चार सदियों तक चला।
26). सन 1843 में पुर्तगाली राजधानी को वेल्हा गोवा से पंजिम ले गए। मध्य 18 वीं शताब्दी तक, पुर्तगाली गोवा का वर्तमान राज्य सीमा के अधिकांश भाग तक विस्तार किया गया था।
27). भारत ने 1947 में अंग्रेजों से स्वतंत्रता प्राप्त की, भारत ने अनुरोध किया कि भारतीय उपमहाद्वीप में पुर्तगाली प्रदेशों को भारत को सौंप दिया जाए। किंतु पुर्तगाल ने अपने भारतीय परिक्षेत्रों की संप्रभुता पर बातचीत करना अस्वीकार कर दिया।
28). 19 दिसंबर 1961 को, भारतीय सेना ने गोवा, दमन, दीव के भारतीय संघ में विलय के लिए ऑपरेशन विजय के साथ सैन्य संचालन किया और इसके परिणामस्वरूप गोवा, दमन और दीवभारत का एक केन्द्र प्रशासित क्षेत्र बना।
29). 30 मई 1987 में केंद्र शासित प्रदेश को विभाजित किया गया था, और गोवा भारत का पच्चीसवां राज्य बनाया गया। जबकि दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश ही रहे।
30). वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही प्रकृति गोवा को कुछ ऐसा ही अलग, लेकिन अदभुत स्वरूप प्रदान करती है। यह स्थान शांतिप्रिय पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को बहुत भाता है। गोवा एक छोटा-सा राज्य है। यहां छोटे-बड़े लगभग 40 समुद्री तट है। इनमें से कुछ समुद्र तट अंर्तराष्ट्रीय स्तर के हैं। इसी कारण गोवा की विश्व पर्यटन मानचित्र के पटल पर अपनी एक अलग पहचान है।
गोवा के पर्यटन स्थल – Goa Tourist Place in Hindi
- कंडोलिम समुद्र तट
- अगुआदा फोर्ट
- मीरामार समुद्र तट
- मजोरदा समुद्र तट
- मोबोर समुद्र तट
- कोल्वा समुद्र तट
- अंजुना समुद्र तट
- वर्का समुद्र तट
- सिंक्वेरियम समुद्र तट
- वागातोर बीच
- ओल्ड गोवा
- मोरजिम बीच
- बेटलबटीम बीच
- बागा बीच
- बोंडला वन्य जीवन अभयारण्य गोवा
- अर्वलेम केव्स
- अर्वलेम झरना
- पलोलेम बीच
- गोवा के चर्च
- अर्वलेम झरना
- अगौड़ा किला
- चपोली डेम
- महालक्ष्मी मंदिर
- मंगेशी मंदिर