Uranus Planet / अरुण या यूरेनस हमारे सौर मण्डल में सूर्य से सातवाँ ग्रह है। व्यास के आधार पर यह सौर मण्डल का तीसरा बड़ा और द्रव्यमान के आधार पर चौथा बड़ा ग्रह है। इसकी खोज 1781 ई. में विलियम हर्सेल द्वारा की गई थी। अरुण ग्रह अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है। जबकि अन्य ग्रह पश्चिम से पूर्व की ओर घूमते हैं। यहाँ सूर्योदय पश्चिम की ओर एवं सूर्यास्त पूरब की ओर होता है। इसके चारों ओर नौ वलयों में पाँच वलयों का नाम अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा एवं इप्सिलॉन हैं। इसमें घना वायुमंडल पाया जाता है जिसमे मुख्य रूप से हाइड्रोजन व अन्य गैसें है। अरुण ग्रह अपनी धुरी पर सूर्य की ओर इतना झुका हुआ है कि लेटा हुआ सा दिखलाई पड़ता है। इसीलिए इसे “लेटा हुआ ग्रह” कहा जाता है। इसके सभी उपग्रह भी पृथ्वी की विपरीत दिशा में परिभ्रमण करते हैं।
Uranus Planet Profile in Hindi
Equatorial Diameter: | 51,118 km |
Polar Diameter: | 49,946 km |
Mass: | 8.68 × 10^25 kg (15 Earths) |
Moons: | 27 (Miranda, Titania, Ariel, Umbriel & Oberon) |
Rings: | 13 |
Orbit Distance: | 2,870,658,186 km (19.19 AU) |
Orbit Period: | 30,687 days (84.0 years) |
Effective Temperature: | -216 °C |
Discovery Date: | March 13th 1781 |
Discovered By: | William Herschel |
अरुण ग्रह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी – Uranus Planet Information in Hindi
अरुण द्रव्यमान में यह पृथ्वी से 14.5 गुना अधिक भारी और आकृति में पृथ्वी से 63 गुना अधिक बड़ा है। औसत रूप में देखा जाए तो पृथ्वी से बहुत कम घना है – क्योंकि पृथ्वी पर पत्थर और अन्य भारी पदार्थ अधिक प्रतिशत में हैं जबकि अरुण पर गैस अधिक है। इसीलिए पृथ्वी से त्रियेठ गुना बड़ा आकार में रखने के बाद भी यह पृथ्वी से केवल चौदह गुना भारी है। हालांकि, अरुण को बिना दूरबीन की आँख से भी देखा जा सकता है, यह इतना दूर है और इतने माध्यम रोशनी का प्रतीत होता है प्राचीन शास्त्री कभी भी इसे ग्रह का दर्जा नहीं दिया और यह एक दूर टिमटिमाता तारा ही समझा। 13 मार्च 1781 में विलियम हरशल ने अपनी खोज की घोषणा करी। अरुण दूरबीन द्वारा पाया गया पहला ग्रह था।
हमारे सौर मण्डल में चार ग्रहों को गैस दानव कहा जाता है, क्योंकि इनमें मिटटी-पत्थर की बजाय अधिकतर गैस है और इनका आकार बहुत ही विशाल है। अरुण इनमे से एक है – बाकी तीन बृहस्पति, शनि और वरुण (नॅप्टयून) हैं। इनमें से अरुण की बनावट वरुण से बहुत मिलती-जुलती है। अरुण और वरुण के वातावरण में बृहस्पति और शनि के तुलना में बर्फ़ अधिक है – पानी की बर्फ़ के अतिरिक्त इनमें जमी हुई अमोनिया और मीथेन गैसों की बर्फ़ भी है। इसलिए कभी-कभी खगोलशास्त्री इन दोनों को “बर्फ़ीले गैस दानव” नाम की श्रेणी में डाल देते हैं।
सौर मंडल के सभी ग्रहों में से अरुण का वायुमण्डल सब से ठंडा पाया गया है और उसका न्यूनतम तापमान -4 9 कैल्विन (यानी -224 ° सेंटीग्रेड) देखा गया है। इस ग्रह में बादलों के कई तल देखे हैं मानना है कि सब से नीचे पानी के बादल हैं और सब से ऊपर मीथेन गैस के बादल हैं। यह भी माना जाता है कि अगर किसी प्रकार के अरुण के बिलकुल बीच में जाकर उसका केंद्र देखा जाए तो वहां बर्फ और पत्थर पाए जाते हैं। इसका दिन क़रीब 11 घंटे का होता है। इसका तापमान 18ºC है। इसके 21 उपग्रह हैं, जिनमें एरियल तथा मिरांडा प्रमुख हैं।
अरुण ग्रह का इतिहास – Arungrah History Hindi
अरुण ग्रह (Uranus) का नाम ग्रीक देवता के नाम पर रखा गया है। यह माना जाता है कि यूरेनस शनि के पिता थे। अरुण गृह की खोज 1781 ई. में विलियम हर्सेल द्वारा की गई थी। अभी तक केवल एक अंतरिक्ष यान ही युरेनस ग्रह पर गया हैं। नासा का वायेजर 2 जनवरी 1986 में युरेनस के पास पहुंचा। युरेनस की सतह से 81,000 किलोमीटर ऊपर इसके चक्कर लगाने लगा। इसने इस ग्रह के 11 छोटे चन्द्रमाओ को खोजा। इसके साथ आलावा छल्लो (Ring) और उपग्रहों की अनेक तस्वीरें भेजी थी। आपकी जानकारी के लिए बता दे यूरेनस के जो उपग्रह है उनके नाम शेक्सपीयर और अलैंग्जैंड़र पोप की रचनाओं के पात्रों के नाम ऊपर रखे गए हैं।
अरुण ग्रह से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बातें और रोचक तथ्य – Uranus Planet Important Facts in Hindi
- अरुण गृह की बनावट ऐसी हैं की इसमें बादलों की अनेक परतें पाई जाती हैं। सबसे ऊपर मीथेन गैस पाई जाती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अरुण ग्रह पर मीथेन गैस की अधिकता, तापमान और हवा के कारण हीरे की बारिश होती हो।
- इसे ‘ice giant’ ग्रह के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह मुख्यत विभिन्न तरह की बर्फ से बना है। इसके सिवाए यह चट्टानों, हाइड्रोजन और थोड़ी मात्रा में हीलीयम का बना हुआ है। इसके वातावरण में 83% हाइड्रोजन, 15% हीलीयम और 2% मिथेन है। इसके वायुमंडल का औसतन तापमान कम से कम -224°C है।
- अरुण ग्रह का 1 साल (सूर्य के 1 चक्कर लगाने में लगा समय) पृथ्वी के 84 साल के बराबर होता है। यह अपनी धुरी के समक्ष एक चक्कर 17 घंटे और 14 मिनट में पूरा करता है। यह पृथ्वी समेत बाकी सभी ग्रहों से उल्ट दिशा में अपनी धुरी के समक्ष एक चक्कर लगाता है।
- अरुण ग्रह का वजन 8।681 × 10^25 kg है जो पृथ्वी के वजन से 14 गुना ज्यादा है। अब तक लिए गए चित्रों में यूरेनस का रंग नीला दिखता है। इसका कारण है लाल रंग को इसके ऊपरी भाग में मौजूद मिथेन द्वारा सोखे जाना।
- हमारी पृथ्वी की तुलना में अरुण ग्रह पर गुरुत्वाकर्षण बल कम है। यदि पृथ्वी पर कोई वस्तु 10 फीट की ऊंचाई पर उछलती है, तो अरुण ग्रह पर यह 11 फीट की ऊंचाई पर उछलेगी। इसी तरह यदि कोई वस्तु का भार पृथ्वी पर 100 किलो ग्राम है तो अरुण ग्रह पर 92 किलोग्राम होगा।
- अरुण ग्रह को पृथ्वी की सतह से देखना थोड़ी मुश्किल हैं। दूरबीन की मदद से इसे आसानी से देखा जा सकता है।
- रुण ग्रह के चारो ओर वलय पाए जाते है इन वलयो में अल्फा बीटा ,गामा व एप्सीलान प्रमुख वलय है। इसके आलावा अरुण ग्रह के 27 उपग्रह है इसके प्रमुख उपग्रह टिटेनिया, ओबेरोन ,अम्ब्रेइल,एरियल ,मिरांडा ,ये सभी है।