भारत के राष्‍ट्रीय चिन्ह ‘प्रतीक’ | National Symbols Of India in Hindi

National Symbols Of India – दुनिया के हर राष्ट्र की अपनी एक अलग पहचान होती है, जिसे सर्वसम्मति से सबके द्वारा स्वीकार किया जाता है। भारतीय गणराज्य में बहुत से अधिकारिक राष्ट्रिय प्रतिक है जिनमे इतिहासिक डॉक्यूमेंट, ध्वज, प्रतिक चिन्ह, पशु, पक्षी, यादगार इमारते और बहुत से देशभक्त भी शामिल है। भारत के राष्ट्रिय ध्वज के डिजाईन को निर्वाचित असेंबली ने आज़ादी के कुछ समय पहले 22 जुलाई 1947 को ही स्वीकृत किया था। इस लेख में आपको भारत की राष्‍ट्रीय पहचान के प्रतीकों का परिचय दिया गया है। यह प्रतीक भारतीय पहचान और विरासत का मूलभूत हिस्‍सा हैं। विश्‍व भर में बसे विविध पृष्‍ठभूमियों के भारतीय इन राष्‍ट्रीय प्रतीकों पर गर्व करते हैं क्‍योंकि वे प्रत्‍येक भारतीय के हृदय में गौरव और देश भक्ति की भावना का संचार करते हैं।

भारत के राष्‍ट्रीय चिन्ह (प्रतीक) | National Symbols Of India In Hindiभारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक – National Symbols Of India In Hindi

1). राष्ट्रीय प्रतीक – National Emblem Of India

National Emblem Of Indiaअशोक स्तम्भ – भारत का राजचिन्ह, सारनाथ स्थित सम्राट अशोक के सिंह स्तंभ की अनुकृति है, जो सारनाथ के संग्रहालय में सुरक्षित है। जिसे सम्राट अशोक के समय में 272 ईस्वी – 232 ईस्वी में बनाया गया था। मूल स्तंभ में शीर्ष पर चार सिंह हैं, जो एक-दूसरे की ओर पीठ किए हुए हैं। इसके नीचे घंटे के आकार के पदम के ऊपर एक चित्र वल्लरी में एक हाथी, चौकड़ी भरता हुआ एक घोड़ा, एक सांड तथा एक सिंह की उभरी हुई मूर्तियां हैं, इसके बीच-बीच में चक्र बने हुए हैं। एक ही पत्थर को काट कर बनाए गए इस सिंह स्तंभ के ऊपर ‘धर्मचक्र’ रखा हुआ है। इसमें केवल तीन सिंह दिखाई पड़ते हैं, चौथा दिखाई नही देता। आधार का पदम छोड़ दिया गया है। फलक के नीचे मुण्डकोपनिषद का सूत्र ‘सत्यमेव जयते’ देवनागरी लिपि में अंकित है, जिसका अर्थ है- ‘सत्य की ही विजय होती है’। इसे हिन्दू वेद से लिया गया है। भारत सरकार ने यह चिन्ह 26 जनवरी 1950 को अपनाया।

2). राष्‍ट्रीय ध्‍वज – Indian National Flag

Indian National Flagतिरंगा – हमारा राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों से बना है इसलिए हम इसे तिरंगा भी कहते हैं। इसमें सबसे ऊपर गहरा केसरिया, बीच में सफ़ेद और सबसे नीचे गहरा हरा रंग बराबर अनुपात में है। शीर्ष में गहरा केसरिया रंग देश की ताकत, बलिदान और साहस को दर्शाता है। बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का संकेत है। हरा रंग देश के शुभ, विकास और उर्वरता को दर्शाता है। ध्‍वज को साधारण भाषा में ‘झंडा’ भी कहा जाता है। झंडे की चौड़ाई और लम्‍बाई का अनुपात 2:3 है। सफ़ेद पट्टी के केंद्र में गहरा नीले रंग का चक्र है, जिसका प्रारूप अशोक की राजधानी सारनाथ में स्थापित सिंह के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले चक्र की भांति है। चक्र की परिधि लगभग सफ़ेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर है। चक्र में 24 तीलियां हैं। राष्‍ट्रीय ध्‍वज का डिजाइन 22 जुलाई, 1947 को भारत के संविधान द्वारा अपनाया गया था।

3). राष्‍ट्र–गान – National Anthem of India

“जन गन मन” – भारत का राष्ट्रगान “जन गन मन” है, रबिन्द्रनाथ टैगोर ने इसे बंगाली में लिखा है। ब्राह्मो स्त्रोत के पहले पाँच छंदों में से यह पहला है, जिसे नोबेल बंगाली लेखक ने लिखा है। राष्ट्र-गान उसे कहते हैं जिसमे स्तुति या गान, जो राष्ट्रप्रेम की भावना अभिव्यक्त करता हो तथा शासकीय रूप से आधिकारिक राष्ट्रगान के रूप में स्वीकृत हो या जनसाधारण में लोकप्रिय हो। जन गन मन भारतीय निर्वाचन असेंबली ने 24 जनवरी 1950 को इसे अधिकारिक रूप से राष्ट्रगान घोषित किया था। पहली बार 27 दिसम्बर 1911 को कलकत्ता में कांग्रेस के सेशन में इसे गाया गया था। कुछ राजनैतिक कारणों की वजह से ही “वंदेमातरम्” की जगह पर “जन गन मन” को राष्ट्रगान घोषित किया गया था।

भारत का राष्ट्रगान है: (Bharat ka Rashtragan)

जनगणमन-अधिनायक जय है भारतभाग्यविधाता!
पंजाब सिंधु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छलजलधितरंग
तब शुभ नामे जागे, तब शुभ आशिष मागे,
गाहे तब जयगाथा।
जनगणमंगलदायक जय हे भारतभाग्यविधाता!
जय है, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।

4). राष्‍ट्रीय गीत – National Song of India

वन्‍दे मातरम – वन्‍दे मातरम गीत बंकिम चन्‍द्र चटर्जी द्वारा संस्‍कृत में रचा गया है; यह स्‍वतंत्रता की लड़ाई में लोगों के लिए प्ररेणा का स्रोत था। इसका स्‍थान “जन गण मन” के बराबर है। इसे पहली बार 1896 में भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस के सत्र में गाया गया था। इसके बाद 1950 में ही इसे राष्ट्रिय गीत घोषित कर दिया गया था।

5). राष्‍ट्रीय पक्षी – National Bird of India

National Bird of Indiaमोर – मोर के अद्भुत सौंदर्य के कारण ही भारत सरकार ने 26 जनवरी, 1963 को इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया। भारतीय जनमानस के मन में बसा और आस्थाओं से रचा बसा पक्षी मोर, पावों क्रिस्‍तातुस, भारत का राष्‍ट्रीय पक्षी है। इसके राष्ट्रिय पक्षी चुने जाने का एक और कारण यह भी है की देश के सभी भागो में मोर पाये जाते है और साधारणतः सभी लोग मोर को जानते ही है। इसके साथ ही भारत के अलावा और किसी भी दुसरे देश का राष्ट्रिय पक्षी मोर नही है। इन सभी चीजो के होने की वजह से ही मोर को राष्ट्रिय पक्षी घोषित किया गया था।

6). राष्‍ट्रीय पुष्‍प (राष्ट्रीय फूल) – National Flower of India

National Flower of Indiaकमल – भारत का राष्ट्रीय पुष्प कमल (Lotus) है। यह एक पवित्र पुष्प है तथा प्राचीन भारतीय काल और पुराणों में इसका महत्त्वपूर्ण स्थान है। प्राचीनकाल से ही इसे भारतीय संस्कृति में शुभ प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है की कमल से ही भारत की परंपरा, भारत का इतिहास और भारतीय संस्कृति जुडी हुई है। कहा जाता है की सुंदर और मनमोहक कमल का फुल भारत की संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाता है। कमल का फूल एक बहुत गहरा सन्देश देता है, जिस तरह यह कीचड में खिल कर पानी में तैरता रहता है, और कभी नहीं सूखता है। वैसे ही इन्सान को लगातार काम करते रहना चाइये, लेकिन उसके परिणाम की चिंता नहीं करनी चाहिए। यह हिन्दू मान्यता के अनुसार धन की देवी लक्ष्मी का सिंहासन है, जो धन, समृधि का प्रतीक है।

7). राष्‍ट्रीय पशु – National Animal of India

National Animal of Indiaबाघ – रॉयल बंगाल टाइगर (बाघ) ही भारत का राष्ट्रिय पशु है। राजसी बाघ, तेंदुआ, टाइग्रिस धारीदार जानवर है। अपनी शालीनता, दृढ़ता, फुर्ती और अपार शक्ति के लिए बाघ को ‘राष्ट्रीय पशु’ कहलाने का गौरव प्राप्त है। इसकी आठ प्रजातियों में से भारत में पाई जाने वाली प्रजाति को ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ के नाम से जाना जाता है। उत्तर-पश्चिम भारत को छोड़कर बाकी सारे देशों में यह प्रजाति पायी जाती है। भारत के अतिरिक्त यह नेपाल, भूटान और बंगलादेश जैसे पड़ोसी देशों में भी पाया जाता है। इसे भारत का राष्ट्रीय पशु के तौर पर अप्रैल 1973 में घोषणा की गई थी। उस समय इसका उद्देश्य प्रोजेक्ट टाइगर से जुड़ा हुआ था, जिसके अंतर्गत शेरो को बचाने का सन्देश सबको दिया जाता है।

8). राष्‍ट्रीय पेड़ (राष्ट्रीय वृक्ष) – National Tree of India

बरगद – भारत का राष्‍ट्रीय वृक्ष बरगद है। बरगद का वृक्ष घना एवं फैला हुआ होता है। इसकी शाखाएं दूर-दूर तक फैली तथा जड़ें गहरी होती हैं। इतनी गहरी जड़ें किसी और वृक्ष की नहीं होतीं। हजारो सालो से बरगद का वृक्ष किसी भी दुसरे वृक्ष से ज्यादा समय तक जीता है। इसे हम अमरत्व वाला पेड़ भी कह सकते है। भारत में हिन्दू इस पेड़ की पूजा भी करते है।

9). राष्‍ट्रीय नदी – National River of India

National River of Indiaगंगा – भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण नदी गंगा, राष्‍ट्रीय नदी है, जो भारत और बांग्लादेश में मिलाकर 2,510 किमी की दूरी तय करती हुई उत्तरांचल में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुंदरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। यह हिमालय के गंगोत्री ग्‍लेशियर में भागीरथि नदी के नाम से बर्फ के पहाड़ों के बीच जन्‍म लेती है। गंगा, देश की प्राकृतिक संपदा ही नहीं, जन जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। इस विशाल नदी गंगा से हिन्दुओं की बहुत सी मान्यता जुड़ी हुई है, वे लोग उन्हें माता के समान पूजते है, इस पवित्र नदी में नहाने से सारे पाप धुल जाते है।

10). राष्‍ट्रीय खेल – National Sport of India

हॉकी – भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है। हॉकी का प्रारम्भ 4,000 वर्ष पूर्व ईरान में हुआ था। इसके बाद बहुत से देशों में इसका आगमन हुआ पर उचित स्थान न मिल सका। अन्त में इसे भारत में विशेष सम्मान मिला और यह राष्ट्रीय खेल बना। हमारे देश में इसका आरम्भ 100 वर्षों से पहले हुआ था। जब हॉकी के खेल की बात आती है तो भारत ने हमेशा विजय पाई है। हमारे देश के पास आठ ओलम्पिक स्‍वर्ण पदकों का उत्‍कृष्‍ट रिकॉर्ड है। भारतीय हॉकी का स्‍वर्णिम युग 1928-56 तक था जब भारतीय हॉकी दल ने लगातार 6 ओलम्पिक स्‍वर्ण पदक प्राप्‍त किए। भारतीय हॉकी दल ने 1975 में विश्‍व कप जीतने के अलावा दो अन्‍य पदक (रजत और कांस्‍य) भी जीते। इसलिए भारत में हॉकी को ही राष्ट्रीय खेल घोषित किया गया था।

11). राष्‍ट्रीय जलीय जीव – National Aquatic Animal of India 

National Aquatic Animal of India डॉलफिन – गंगेटिक डॉलफिन जो पवित्र गंगा नदी का प्रतिनिधित्व करती है और पानी को भी साफ़ रखती है, वही भारत का राष्ट्रिय जल पशु है। डॉल्फ़िन की दो प्रजातियां हैं। ये भारत, बांग्लादेश, नेपाल तथा पाकिस्तान में पाई जाती हैं। गंगा डॉल्फ़िन सभी देशों के नदियों के जल, मुख्यतः गंगा नदी में तथा सिंधु नदी डॉल्फ़िन, पाकिस्तान के सिंधु नदी के जल में पाई जाती है। यह स्‍तनधारी जंतु पवित्र गंगा की शुद्धता को भी प्रकट करता है, क्‍योंकि यह केवल शुद्ध और मीठे पानी में ही जीवित रह सकता है। प्‍लेटेनिस्‍टा गेंगेटिका नामक यह मछली लंबे नोकदार मुंह वाली होती है और इसके ऊपरी तथा निचले जबड़ों में दांत भी दिखाई देते हैं। इनकी आंखें लेंस रहित होती हैं और इसलिए ये केवल प्रकाश की दिशा का पता लगाने के साधन के रूप में कार्य करती हैं।

12). राष्‍ट्रीय पंचांग (राष्‍ट्रीय कैलेंडर) – National Calendar of India

साका कैलेंडर – राष्‍ट्रीय कैलेंडर शक संवत पर आधारित है, चैत्र इसका माह होता है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ साथ 22 मार्च 1957 से सामान्‍यत: 365 दिन निम्‍नलिखित सरकारी प्रयोजनों के लिए अपनाया गया। भारतीय राष्ट्रिय कैलेंडर की तारीख भी ग्रेगोरियन कैलेंडर की तारीखों की तरह ही थी। देखा जाये तो पहला चैत्र (हिन्दू कैलेंडर का एक महिना) 21 या 22 मार्च को आता है। इसमें हिन्दू धार्मिक कैलेंडर के अलावा खगोल डाटा, समय भी लिखित है।

13). राष्‍ट्रीय फल – National Fruit of India

आम – फलों के राजा कहे जाने वाले आम को भारत देश का राष्ट्रीय फल कहा जाता है। काजू परिवार (एनाकार्डिएसी) का सदस्य, विश्व के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र का एक महत्त्वपूर्ण फल है। आम में भरपूर मात्रा में विटामिन A, C और D होता है और आम से जुडी इतिहासी में बहुत सी काल्पनिक कथाए भी है। प्रसिद्ध भारतीय कवी कालिदास ने भी अपनी कविताओ में अपनी भाषा में आम की तारीफ कर उसका उपयोग किया है। आम केवल एलेग्जेंडर को ही पसंद नही थे बल्कि ऐसा कहा जाता है की मुग़ल शासक अकबर ने 1,00,000 से भी ज्यादा आम के पेड़ लगाये थे।

14). राष्ट्रीय मुद्रा – National Currency Symbol of India

National Currency Symbol of Indiaरुपया – भारतीय रुपये (ISO कोड : INR) भारतीय गणराज्य की मुद्रा है। इसपर रिज़र्व बैंक और इंडिया का नियंत्रण रहता है। भारतीय रुपये का चिन्ह देवनागरी व्यंजन “र” और लैटिन शब्द “R” है जिसे 15 जुलाई, 2010 में अपनाया गया था। भारतीय रुपए का प्रतीक चिह्न अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदान-प्रदान तथा आर्थिक संबलता को परिलक्षित कर रहा है।

15). राष्ट्रीय धरोहर पशु – National Heritage Animal of India

National Heritage Animal of Indiaहाथी  – भारतीय हाथी 3 प्रसिद्ध एशियन हाथियों में से एक है। हाथी भारत के चार अलग-अलग क्षेत्रो में पाये जाते है। हाथियों के संरक्षण के लिए 2010 में हाथी को राष्ट्रीय धरोहर पशु घोषित किया गया।

16). राष्ट्रीय प्रतिज्ञा (राष्ट्रीय शपथ) – National Pledge of India

भारतीय गणराज्य का वचन देना ही भारतीय राष्ट्रिय प्रतिज्ञा है। बहुत सी सामाजिक सभाओ, असेंबली, भारतीय स्कूलो में, स्वतंत्रता दिवस पर और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रिय प्रतिज्ञा ली जाती है। इसे तेलगु में प्यदिमर्री वेंकट सुब्बा राव द्वारा 1962 में लिखा गया था। इसे 26 जनवरी 1965 से सभी स्कूलों में निर्धारित रूप से गाये जाने का प्रावधान बनाया गया।

17). भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार – Bharat Ratna

List of Bharat Ratna Winners In Hindi,

भारत रत्न – भारत रत्न, भारत का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार और सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। भारत रत्न असाधारण कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। इनमें विज्ञान, कला, साहित्य, खेल और सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र सम्मिलित होते हैं। इस पुरस्कार की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी।

18). भारत के राष्ट्रीयपिता – Indian Father of Nation

महात्मा गांधी को भारत का राष्ट्रपिता माना जाता है। सबसे पहले 6 जुलाई 1944 को सुभाष चन्द्र बोस ने सिंगापुर रडियो स्टेशन से सन्देश प्रसारित करते हुये महात्मा गाँधी को ‘राष्ट्रपिता’ कहकर संबोधित किया था।

19). भारत की राष्ट्रभाषा -National language of India

हिंदी – भारत ने अभी तक किसी भी भाषा को राष्ट्रीय भाषा के तौर पर मान्‍यता नहीं दी है, लेकिन हिन्दी एक राजभाषा का दर्ज प्राप्‍त है, मतलब जो भाषा सरकारी कार्य के लिए उपयोग की जाती है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिन्दी भारत की राजभाषा है।


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