जटाशंकर गुफ़ा मध्य प्रदेश की सतपुड़ा पर्वतश्रेणियों में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पंचमढ़ी में स्थित है। यह प्राकृतिक गुफाएं शैव परंपरा को मानने वालों के लिए पूजा का एक महत्व पूर्ण स्थान् है। गुफा के अंदर एक बड़ा शिवलिंग है। यह शिवलिंग प्राकृतिक रूप से बना हुआ है।
जटा शंकर गुफाएं – Jata Shankar Gufa Information & History
पंचमढ़ी नगर से डेढ किलोमीटर की दूरी पर स्थित जटाशंकर एक पवित्र गुफ़ा है। इसके ऊपर एक बिना किसी सहार का झूलता हुआ विशाल शिलाखंड रखा है। एक कथा के अनुसार यह वह स्थान है जहाँ शिव ने स्वयं को भस्मासुर से छिपाया था। हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार यहाँ प्राकृतिक रूप से चट्टानों से बनी हुई एक संरचना है जो सौ सिरों वाले सर्प शेषनाग की तरह दिखती है।
इस गुफा की चट्टानें भगवान शिव के गुथे हुए बालों की तरह दिखती हैं। अत: चट्टानों के विशिष्ट आकार के कारण इसका नाम जटा शंकर पड़ा क्योंकि जटा का अर्थ है बाल और शंकर भगवान शिव का दूसरा नाम है। जंबूद्वीप धारा जटा शंकर गुफाओं से प्रारंभ होती है। यह पिकनिक मनाने वाले और पूजा करने वालों दोनों के लिए आकर्षण का स्थान है।
जटाशंकर मार्ग पर एक हनुमान मंदिर है, जहां हनुमान की मूर्ति एक शिलाखंड पर उकेरी गई है। गुफ़ा के नजदीक ही हारपर्स गुफ़ा है। इस गुफ़ा में वीणा बजाते हुए एक व्यक्ति का चित्र है।
ये भी जाने –