गुजरात के दर्शनीय व पर्यटन स्थल | Gujarat Tourism in Hindi

Gujarat Tourism / गुजरात भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी तट पर स्थित एक राज्य हैं। यह स्थलाकृतिक और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। इसे “पश्चिम का जेवर“ भी कहते हैं। यह भारत का सबसे अधिक औद्योगिक और समृद्ध राज्य है। यहां आपको आधुनिक परिवेश और सदियों पुरानी परंपराओं का सुखद मेल देखने को मिल जाएगा। गुजरात हमेशा भारत के इतिहास में सांस्कृतिक और व्यापार का केंद्र माना जाता रहा है।

गुजरात के पर्यटन स्थल की जानकारी | Gujarat Tourism in Hindi

गुजरात पर्यटन – Information About Gujarat Tourism in Hindi

गुजरात जैसे की यह राज्य सिंधु घाटी सभ्यता का उद्गमस्थल भी है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवँ उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। इसकी राजधानी गांधीनगर है। गांधीनगर, राज्य के प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र अहमदाबाद के समीप स्थित है। गुजरात का क्षेत्रफल 1,96,077 किलोमीटर है।

गुजरात, भारत का अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। इस राज्य को अपना नाम ‘गुज्जरत्ता’ शब्द से मिला है, जिसका मतलब होता है गुज्जरों की भूमि। गुज्जर एक जनजाति है जो कि 5वीं शताब्दी में भारत आई थी। इस इलाके की पुरातात्विक खोजें – जैसे लोथल, धोलावीरा, रंगपुर सिंधु घाटी सभ्यता काल की हैं। तब से ही इस राज्य में ब्रिटिशों के आने तक कई शक्तिशाली साम्राज्यों जैसे मौर्य, खिलजी और अन्य मुस्लिम शासकों और मराठों ने राज किया।

विशाल सागर तट वाले इस राज्य में इतिहास युग के आरम्भ होने से पूर्व ही अनेक विदेशी जातियाँ थल और समुद्र मार्ग से आकर स्थायी रूप से बसी हुई हैं। इसके उपरांत गुजरात में अट्ठाइस आदिवासी जातियां हैं। जन-समाज के ऐसे वैविध्य के कारण इस प्रदेश को भाँति-भाँति की लोक संस्कृतियों का लाभ मिला है। ये राज्य हमारे राष्ट्रपिता, महात्मा गांधी का भी जन्म स्थल है।

गुजरात के लोग राज्य की जीवंत संस्कृति को दर्शाते हैं। यहां के लोग रंग बिरंगे कपड़े पहनते हैं और औरतें कई गहने पहनना पसंद करती हैं। ज्यादातर लोग यहां गुजराती बोलते हैं। गुजरात में हिंदी, उर्दू, सिंधी और अंग्रेजी भी बोली जाती है। अगर इस राज्य की भौगोलिक विविधता के बारे में बात करें तो कच्छ में नमक का दलदल , समुद्र तट और सापूतारा और गिरनार की पहाड़ियां सबसे पहले जुबां पर आते है। इतनी विशेषता से भरा यह राज्य यहाँ आने वाले पर्यटकों को पर्यटन का पूरा पैकेज उपलब्ध कराता है। गुजरात को दो क्षेत्रों में बटा गया है, राज्य के उत्तर में बसा है कच्छ और दक्षिण पश्चिम में है काठियावाड़।

गुजरात में साल भर मौसम सामान्य रहता है। हालांकि राज्य में कच्छ जैसे कुछ भाग ऐसे हैं जो बहुत सूखे और कठोर जलवायु वाले हैं। इस राज्य में घूमने आने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च का है।

गुजरात में कुल 26 जिलों है, जो किसी बाकी राज्य की तरह इष्टतम विविधता प्रस्तुत करते हैं। अरब सागर और सहयाद्रि रेंज की पहाड़ियां और स्वच्छ और प्राचीन समुद्र तट, अरावली रेंज, सतपुड़ा रेंज और सह्याद्री रंजे कच्छ के रण का अनूठा स्थलाकृतिक है, यहाँ आये पर्यटकों को शायद ही किसी अन्य जगह ऐसा नज़ारा देखने को मिलेगा।

गुजरात के पर्यटन स्थल – Gujarat Tourist Places in Hindi

गुजरात देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह राज्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक महत्व, हस्तशिल्प और असंख्य पर्यटन आकर्षणों के लिए जाना जाता है। भारत का सबसे अधिक औद्योगिक क्षेत्र होने के अलावा यह देश का बड़ा टूरिस्ट हब भी है। रोमांच, करिश्मे, रहस्य, जीवंत रंगों और अनंत सुंदरता से भरा गुजरात यहां आने वालों को लुभाने में कभी असफल नहीं रहता।

तीथल काले रेत का समुद्र तट, मांडवी बीच, चोरवाड़ समुद्र तट, अहमदपुर-मांडवी बीच, सोमनाथ बीच, पोरबंदर तट, द्वारका बीच, गुजरात के समुद्र तटों की फेहरिस्त बड़ी लम्बी है और वैसे ही तीर्थस्थलों की भी। द्वारका और सोमनाथ जैसी जगह हमारे भारतीय पौराणिक कथाओं और धर्म का अभिन्न हिस्सा हैं, कुछ वैसे ही है अंबाजी मंदिर और गिरनार की पहाड़ियों पर बने हिंदू और जैन मंदिर।

गुजरात के राष्ट्रीय उद्यानों और वन्य जीव अभयारण्यों में 40 से अधिक जानवरों की प्रजातियों को संरक्षण देते है जैसे की दुर्लभ एशियाई शेर, जंगली गधा और कृष्णमृग। गिर राष्ट्रीय उद्यान, वंस्दा नेशनल पार्क, वेरावादर कृष्णमृग राष्ट्रीय उद्यान, नारायण सरोवर वन्य जीव अभयारण्य, थोल झील पक्षी अभ्यारण्य, कच्छ ग्रेट इंडियन बस्टर्ड अभयारण्य राज्य के वन्य जीवों की रक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से कुछ हैं।

गुजरात के मुख्य पर्यटन स्थल –

1). द्वारिकाधीश मंदिर 

गुजरात का द्वारका शहर वह स्थान है जहाँ 5000 वर्ष पूर्व भगवान कृष्ण ने मथुरा छोड़ने के बाद द्वारका नगरी बसाई थी। जिस स्थान पर उनका निजी महल ‘हरि गृह’ था वहाँ आज प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर है। इसलिए कृष्ण भक्तों की दृष्टि में यह एक महान तीर्थ है। वैसे भी द्वारका नगरी आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित देश के चार धामों में से एक है। यही नहीं द्वारका नगरी पवित्र सप्तपुरियों में से एक है।

2). सोमनाथ मंदिर

श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गुजरात (सौराष्ट्र) के काठियावाड़ क्षेत्र के अन्तर्गत प्रभास में विराजमान हैं। इसी क्षेत्र में लीला पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्णचन्द्र ने यदु वंश का संहार कराने के बाद अपनी नर लीला समाप्त कर ली थीं। ‘जरा’ नामक व्याध (शिकारी) ने अपने बाणों से उनके चरणों (पैर) को बींध डाला था।

3). अक्षरधाम गांधीनगर

अक्षर मंदिर स्वामिनारायन सप्र दाय मंदिर है। गुजरात राज्य के गांधीनगर जिल्ला में अक्षरधाम मंदिर देखने लायक उतम स्थल है। और वो मंदिर ने स्वामिनारायन भगवान् की प्रसीद्ध और पूरा नि मुर्तिया है। जब उसके बगीचे भी देखने लायक है गांधीनगर में ये स्थल देखने लायक प्रचीन मंदिर है। नीलकंठ और सहजानंद हॉल, मिस्टिक इंडिया प्रदर्शनी ( 45 मिनट), परमानंद हॉल ( 45 मिनट) यह सब भी देखने लायक है।

4). नागेश्वर ज्योतिर्लिंग

श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात प्रान्त के द्वारका पुरी से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। यह स्थान गोमती द्वारका से बेट द्वारका जाते समय रास्ते में ही पड़ता है। द्वारका से नागेश्वर-मन्दिर के लिए बस, टैक्सी आदि सड़क मार्ग के अच्छे साधन उपलब्ध होते हैं। रेलमार्ग में राजकोट से जामनगर और जामनगर रेलवे से द्वारका पहुँचा जाता है।

5). कीर्ति मंदिर

कीर्ति मंदिर पोरबंदर का प्रमुख आकर्षण केन्द्र है। कीर्ति मंदिर महात्मा गाँधी और उनकी पत्‍नी कस्तूरबा गाँधी का घर था। कीर्ति मंदिर उस जगह के पास स्थित है जहाँ महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। कीर्ति मंदिर में एक गाँधीवादी पुस्तकालय और प्रार्थना कक्ष है।

6). लक्ष्मी विलास पैलेस वडोदरा

लक्ष्मी विलास पैलेस यमल प्राचीन भारतीय शिल्प कला की अनोखी मिसाल है। सफेद संगमरमर शीशे लकड़ी पत्थरों से निर्मित है। यह पैलेस पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। यहां की खूबसूरती को महाराजा सयाजीराव गायकवाड ने बनवाया था पहले यह महाराज का महल था। इस्माल की दीवालों पर काफी शिल्प कला है जिसे देखने के लिए दूर से लोग आते हैं।

7). गिर वन राष्ट्रीय उद्यान

गिर वन राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य, गुजरात राज्य, पश्चिम- मध्य भारत में स्थित है। जूनागढ़ नगर से 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में शुष्क झाड़ीदार पर्वतीय क्षेत्र में स्थित इस उद्यान का क्षेत्रफल लगभग 1,295 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ की वनस्पति में सागौन, साल और ढाक (ब्यूटिया फ्रोंडोसा) जैसे पर्णपाती वृक्षों सहित कांटेदार जंगल शामिल हैं।

8). सासन गिरी

सासन गिरी पश्चिमी राज्य गुजरात में सौराष्ट्र प्रायद्वीप में स्थित विश्व प्रसिद्ध शेर अभयारण्य है। यह गिर पहाडि़यों के उत्तर और पश्चिम में है। यह जंगल शुष्क पर्णपाती प्रकार का है जिसमें सागौन प्रमुख प्रजाति है। सासन गिरी शेर अभयारण्य परियोजना 1972 में शुरु हुई थी। आजादी के पहले गिर में मलधारी और शेरों की कमी की वजह से स्थिति तेजी से बिगड़ी। तब सरकार ने इस मामले पर विचार करना शुरु किया।

9). मांडवी

गुजरात में भारत का सबसे शानदार समुद्र तट है जिसे अहमदपुर-मांडवी बीच के नाम से जाना जाता है। इस तट पर रोमांचक वाॅटर स्पोर्टस मौजूद हैं जिन्हें आप कभी नहीं भूल पाएंगे। यह अहमदाबाद से 298 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समुद्र का साफ पानी इसे तैराकी के लिए सबसे सही जगह बनाता है।

10). साबरमती आश्रम अहमदाबाद

साबरमती आश्रम अहमदाबाद में साबरमती नदी किनारे है। इसका नाम भी साबरमती नदी के नाम से पडा है। महात्मा गांधीजी ने यहाँ से सत्याग्रह की सुरुआत गांधीजी ने यहाँ से की थी। आज भी गांधीजी की यादे इस आश्रम में है। यह भी जगह देखने लायक है।

11). रानि की वाव पाटन

रानी की वाव एक जटिलतापूर्वक बनायी गयी बावड़ी है, जो भारत में गुजरात के पाटन गाँव में स्थित है। यह बावड़ी सरस्वती नदी के किनारे पर स्थित है। रानी की वाव का निर्माण 11 वी शताब्दी में ए.डी. किंग की याद में बनायी गयी थी। 22 जून 2014 को इसे यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट में भी शामिल किया गया था। यह बावड़ी भूमिगत पानी स्त्रोतों से थोड़ी अलग है और प्राचीन समय में काफी समय पहले ही इसका निर्माण किया गया था। रानी की वाव मारू-गुर्जरा आर्किटेक्चर स्टाइल में एक कॉम्प्लेक्स में बनाया था। इसके भीतर एक मंदिर और सीढियों की सात कतारे भी है जिसमे 500 से भी ज्यादा मुर्तिकलाओ का प्रदर्शन किया गया गया है।

12). पालीताणा टेंपल

पालीताना शत्रुंजय नदी के तट पर शत्रुंजय पर्वत की तलहटी में स्थित है। यहाँ 900 से भी अधिक जैन मन्दिर हैं। पालिताना मंदिर जैन धर्म के लोगो के लिए सबसे पवित्र तीर्थ स्थान के रूप में माना जाता है। पालीताना से पहाड़ की तलहटी तक के लिए सवारियाँ मिलती हैं। पर्वत की सम्पूर्ण चढ़ाई लगभग ४ किमी. है। यह भी एक देखने लायक स्थल है।

13). जामा मस्जिद अहमदाबाद

गुजरात राज्य के अहमदशाह शहर में प्रचीन देखने लायक पर्यटन स्थल है। इसे अहमदशाह ने बनवाया था शहर के मध्य में स्थित मस्जिद में 206 और 15 गुबंद है। देश की सबसे सुंदर मस्जिदों में इसकी गिनती की जाती है। मस्जिद की दीवारों पर हिंदू स्थापत्य कला के सुंदर नमूने देखने को मिलते हैं। यह मस्जिद पीले बलुआ पत्थरों से निर्मित है।

14). मोढेरा सूर्य मंदिर

मोढेरा का सूर्य मन्दिर गुजरात राज्य के मोढेरा में स्थित है। यह मन्दिर अहमदाबाद से लगभग सौ किलोमीटर की दूरी पर पुष्पावती नदी के तट पर स्थित है। इस सूर्य मन्दिर का निर्माण सूर्यवंशी सोलंकी राजा भीमदेव प्रथम ने 1026 ई. में करवाया था। मोढेरा का सूर्य मन्दिर अब पुरातत्व विभाग की देख-रेख में आता है और हाल ही में यहाँ पर्यटन स्थलों के रख-रखाव में काफ़ी सुधार हुआ है। इस प्रसिद्ध मन्दिर के आस-पास बगीचा बना हुआ है और साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा गया है। चूंकि यहाँ पूजा-अर्चना आदि नहीं होती, इसीलिए श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत कम होती है।


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