देहरादून की जानकारी और दर्शनीय पर्यटक स्थल | Dehradun Information

Dehradun Information & Tourist Place / उत्तराखंड की राजधानी देहरादून भारत का प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटक स्थल है। देहरादून 670 मीटर की ऊँचाई पर हिमालय की तराई में स्थित है। पुराणों के अनुसार इसकी स्थापना कौरवों और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य ने की थी। इसलिए देहरादून को द्रोण का घर भी कहा जाता है। इसके पूर्व में गंगा और पश्चिम में यमुना नदी बहती है। रोमांच, आध्यात्म और सुंदरता से भरपूर देहरादून भारत के विकसित शहरों में से एक है। अपने नैसर्गिक सौन्दर्य और मनोहारी आबोहवा के कारण देहरादून पर्यटकों को आकर्षित करता है। 

देहरादून की जानकारी और दर्शनीय पर्यटक स्थल | Dehradun Information in Hindi

Contents

देहरादून का संक्षिप्त परिचय – Dehradun Information in Hindi

नाम देहरादून (Dehradun)
राज्य उत्तराखण्ड
ज़िला देहरादून ज़िला
स्थापना 1699
जनसंख्या 4,47,808 (2001 तक)
प्रसिद्धि देहरादून शिक्षण संस्थान, मंदिर, झरनें, संग्रहालय के लिए विख्यात है।

देहरादून की जानकारी – Dehradun Facts in Hindi

दून वैली के रूप में लोकप्रिय, देहरादून, गंतव्य समुद्र स्तर से 2100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी में स्थित है। देहरादून के पूर्व में गंगा नदी बहती है, जबकि यमुना नदी पश्चिम को बहती है। यह शहर अपनी सुरम्य परिद्रश्यता के लिए प्रसिद्ध है। देहरादून हिमालय के पर्यटन स्थल जैसे मसूरी, औली और हिन्दू धर्मिक स्थल जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश आदि से जुड़ा हुआ है। इसलिए इसे छोटा चार धाम भी कहते है। यहाँ बहुत से दार्शनिक स्थल, मंदिर और घुमने के लिए बहुत सी जगहें भी है।

रोमांच, आध्यात्म और सुंदरता से भरपूर देहरादून भारत के विकसित शहरों में से एक है। देहरादून का नाम ‘देहरा’ अर्थ ‘शिविर’ और ‘दून’ अर्थ ‘पहाड़ों के तल पर नीची भूमि’ शब्दों से उत्पन्न हुआ है। देहरादून का वन्य अनुसंधान संस्थान एशिया में एकमात्र संस्थान है। यह भारत की राजधानी दिल्ली से लगभग 236 किमी दूरी पर है। यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के “काउंटर मैगनेट” में से एक है, जहाँ दिल्ली महानगरीय क्षेत्र में प्रवास और जनसँख्या विस्फोट को कम करने की मदद के लिए, विकास के वैकल्पिक केंद्र को विकसित किया जा रहा है।

हर साल यहां बड़ी संख्‍या में पर्यटक आते हैं। सुखद मौसम और प्राकृतिक परिवेश ने इस स्‍थान को पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर यह नगर अनेक प्रसिद्ध शिक्षा संस्थानों के कारण भी जाना जाता है। यहाँ तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग, सर्वे ऑफ इंडिया, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान आदि जैसे कई राष्ट्रीय संस्थान स्थित हैं। देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान, भारतीय राष्ट्रीय मिलिटरी कालेज और इंडियन मिलिटरी एकेडमी जैसे कई शिक्षण संस्थान हैं। दून विश्वविद्यालय भी देहरादून में स्थित है।

देहरादून उत्तराखंड प्रदेश की राजधानी के साथ – साथ एक जिला भी है इसका मुख्यालय देहरादून नगर में ही है। इसके अंतर्गत 6 तहसीलें, 6 सामुदायिक(कम्युनिटी) विकास खंड, 17 शहर, 764 बसे हुए गाँव और 18 बिना बसे गाँव हैं। सन 2011 के बाद से हरिद्वार के बाद देहरादून उत्तराखंड का दूसरा सबसे घनी आबादी वाला शहर बन गया।

देहरादून का इतिहास – Dehradun History in Hindi

देहरादून का उल्लेख महत्‍वपूर्ण भारतीय महाकाव्यों, अर्थात् रामायण और महाभारत में भी मिलता है। यह माना जाता है कि हिंदू भगवान राम, अपने भाई लक्ष्मण के साथ, असुर राजा रावण की हत्या करने के बाद देहरादून आये थे। एक और कहानी से पता चलता है कि गुरु द्रोणाचार्य भी एक समय में यहाँ रहते थे। उन्हें यहा का वातावरण उन्हें इतना पसंद आया कि उन्होंने अपना आश्रम ही यहा बना लिया था। यहाँ पाये जाने वाले प्राचीन मंदिर और खंडहर लगभग 2000 साल पुराने हैं।

महाभारत के युद्ध के बाद पांडवों का इस क्षेत्र से संबंध रहा है। यमुना नदी के तट पर कालसी में अशोक के शिलालेख मिलने से यह पता चलता है कि पहले यह क्षेत्र बहुत सम्पन्न हुआ करता था। सातवीं शताब्दी में सुधनगर के रूप में एक चीनी यात्री ने इसे देखा था उसके बाद यह कालसी के नाम से जाना जाने लगा। कालसी के समीप हरिपुर के राजा रसाल के भग्नावशेष मिले थे जोकि इसकी सम्पन्नता को बतलाते है।

यह काफी समय तक अंग्रेजो के अधीन रहा था। यहाँ पर मुगलो द्वारा हमले भी किये गए थे। सन् 1368 में तैमूर ने हरिद्वार के पास राजा ब्रह्मदत्त से लड़ाई की। तैमूर ने बिजनौर ज़िले से गंगा को पार कर के मोहन्ड दर्रे से देहरादून में प्रवेश किया। ब्रह्मदत्त की हार के बाद तैमूर ने बड़ी निर्दयता से मारकाट करवाई, उसे लूट में बहुत धन भी मिला था। इसके बाद फिर सदियों तक इधर कोई लुटेरा नहीं आया।

देहरादून की स्थापना 1699 में हुई थी। कहते हैं कि सिक्खों के गुरु रामराय किरतपुर पंजाब से आकर यहाँ बस गए थे। मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब ने उन्हें कुछ ग्राम टिहरी नरेश से दान में दिलवा दिए थे। यहाँ उन्होंने 1699 ई. में मुग़ल मक़बरों से मिलता-जुलता मन्दिर भी बनवाया जो आज तक प्रसिद्ध है। शायद गुरु का डेरा इस घाटी में होने के कारण ही इस स्थान का नाम देहरादून पड़ गया होगा।

सन 1816 में ब्रिटिशर ने इस जगह पर कब्जा कर लिया और उसके बाद सन 1827 – 28 में मसूरी और लन्दौर के शहरों को प्राप्त किया। देहरादून जिले को सन 1970 के दशक में गढ़वाल मंडल से जोड़ा गया। सन 2000 में उत्तरांचल राज्य, उत्तराखंड के रूप में स्थापित होने के बाद यह यहाँ की राजधानी के रूप में स्थापित हुआ।

देहरादून के पर्यटन स्थल – Dehradun Tourist Place Information in Hindi

देहरादून पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल है। विदेशी पर्यटक भी यहाँ आध्यात्मिक सुख की चाह में नियमित रूप से आते रहते हैं। देहरादून के प्रमुख पर्यटन स्थल इस प्रकार हैं।

1). सहस्त्रधारा – Sahastradhara

सहस्त्रधारा एक खूबसूरत और लोकप्रिय स्थान है, जो देहरादून से लगभग 11 किमी की दूरी पर स्थित है। सहस्त्रधारा का शाब्दिक अर्थ ‘हजार गुना वसंत’ है। सुंदर झरना लगभग 9 मीटर गहरा है। बाल्दी नदी और उसके आसपास के क्षेत्र में स्थित गुफायें, इस जगह की सुंदरता को जोड़ती हैं, और इसे एक आदर्श पिकनिक स्थल बनाती हैं। जगह की अद्भुत आभा मानसून के दौरान कई गुना बढ़ जाती है, यहां बहता हुए पानी की धारा जीवन शक्ति और ऊर्जा के साथ प्रतिध्वनित होती है। ऐसा कहा जाता है कि, सल्फर की उपस्थिति के कारण इस झरने के पानी में औषधीय गुण हैं। त्वचा रोगों से पीड़ित लोग इस जगह पर जाएँ, अपने रोगों के इलाज के लिए झरने में स्नान करें। सल्फर के अलावा, पानी में चूना भी शामिल है, जिसकी वजह से गुफाएं बन जाती हैं।

2). डाकू गुफा – Robber Cave

लोकप्रिय गुचु पानी के रूप में जानी जाने वाली डाकू गुफा, देहरादून शहर के केंद्र से 8 किमी की दूरी पर स्थित है। जगह सबसे लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट में से एक है और अनारवाला गांव के पास स्थित है। स्थानीय कहावतों के अनुसार, स्वतंत्रता के पूर्व के युग के दौरान, गुफाओं को लुटेरे एक सुरक्षित घर के रूप में इस्तेमाल करते थे। वे ब्रिटिश सेना से यहाँ छिपते थे। यह जगह एक अजीब पहाड़ी के लिए भी जानी जाती है, जो अचानक गायब हो जाती है और फिर से प्रकट हो जाती है। यह पहाड़ियों से घिरी हुई एक बेहद खूबसूरत जगह है।

3). मलसी डियर पार्क – Malsi Deer Park Dehradun

देहरादून से 10 किलोमीटर आगे मसूरी जाने वाले रास्ते पर मलसी डियर पार्क पर्यटक स्थल है। मलसी डियर पार्क ख़ूबसूरत वातावरण के बीच हिरन, नील गाय और पक्षियों को देखना पर्यटकों को एक सुखद अहसास का अनुभव कराता है।

4). लछिवाला – Lachhiwala

लछिवाला बहुत ही प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है जोकि हरिद्वार और ऋषिकेश रोड में देहरादून से 22 किमी की दूरी पर है यह घने जंगलों से घिरा हुआ है। यह परिवार के साथ पिकनिक के लिए बहुत अच्छी जगह है।

5). गुरु राम राय दरबार – Guru Ram Rai Darbar

गुरु रामराय के पिता गुरु हरि राय ने उन्हें मुग़ल राजा औरंगज़ेब के दरबार में चमत्कार दिखाने के लिए भेजा था। देहरादून पहुँचने पर उन्हें यहाँ आकर इतना अच्छा लगा कि वे यहीं रुक गए और यहाँ एक गुरुद्वारा बनाया जिसका नाम गुरु राम राय दरबार रखा। यहीं उन्होंने अपना झंडा फहराया। तब से आज तक होली के पाँचवे दिन बाद यह उत्सव मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन गुरु राम राय देहरादून पहुँचे थे।

6). घंटा घर – Clock Tower Dehradun

यह जगह देहरादून की बहुत ही प्रसिद्ध जगह है। जोकि देहरादून शहर के केंद्र में ही स्थित है, यह बहुत ही बड़ा लैंडमार्क भी है। इसका निर्माण ब्रिटिश शासन काल के दौरान अंग्रेज़ो द्वारा करवाया गया था। यह घण्टाघर षट्कोणीय आकार का है जिसके शीर्ष पर छः मुखों पर छः घड़ियाँ लगी हुई हैं, हालांकि यह घड़िया चालू हालत में नहीं हैं।

7). राजाजी राष्ट्रीय उद्यान – Rajaji National Park

महान स्वतंत्रता सेनानी सी. राजगोपालाचारी के नाम पर इस उद्यान का नाम राजाजी राष्ट्रीय उद्यान रखा गया। 830 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला राजाजी राष्ट्रीय उद्यान अपने यहाँ पाए जाने वाले हाथियों की संख्या के लिए जाना जाता है। इसके अलावा राजाजी राष्ट्रीय उद्यान में हिरन, चीते, सांभर और मोर भी पाए जाते हैं।

8). ऋषिकेश – Rishikesh

भारत के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में एक ऋषिकेश है जो समुद्र तल से 1360 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। ऋषिकेश को केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री का प्रवेशद्वार माना जाता है। इसे हिमालय का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है क्योकि यहाँ से पर्वतों के राजा हिमालय का साम्राज्य शुरू हो जाता है।

9). घाटी – Dehradun Valley

यहाँ की बहुत प्रसिद्ध दो घाटियाँ है जोकि दून घाटी और जोहर घाटी है यह भी पर्यटकों को घुमने के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है। इसके अलावा यहाँ एक फन घाटी भी है।

10). कंलगा स्मारक – Khalanga War Memorial

देहरादून-सहस्त्रधारा मार्ग पर स्थित यह स्मारक ब्रिटिशों और गोरख़ों के बीच 180 वर्ष पहले हुए युद्ध में बहादुरी की गाथाएँ याद दिलाता है। रिसपाना नदी के किनारे पहाड़ी पर 1000 फुट की ऊँचाई पर बना कंलगा स्मारक गढ़वाली शासकों के इतिहास को दर्शाता है।

11). तपोवन – Tapovan

कहा जाता है कि द्रोणाचार्य ने यहाँ तपस्या की थी। इसके आसपास की दृश्यावली अत्यंत ही लुभावनी है इसलिए यहा पर्यटक सैर करने के उद्देश्य से आते है।

12). लक्ष्मण सिद्ध – Laxman Siddh

देहरादून से 12 किमी की दूरी पर स्थित है लक्ष्मण सिद्ध। यह धर्म स्थान कम पिकनिक स्थल अधिक है। अधिकतर पर्यटक आस-पास के प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करने के लिए यही आते है। यहाँ रविवार को अधिक चहल पहल रहती है।

13). भागीरथी रिज़ॉर्ट – Bhagirathi Resort

भागीरथी रिज़ॉर्ट से हिमालय की पर्वत श्रेणियों का रोमांचक दृश्य दिखाई देता है। रिज़ॉर्ट में बने शांत स्विमिंग पूल, वाटर-स्लाइटें और फ़व्वारा यात्रियों को आकर्षित करते हैं। पर्वत श्रेणियों की पृष्ठभूमि में बना यह रिज़ॉर्ट एक आदर्श पर्यटन स्थल है।

देहरादून के धार्मिक दर्शनीय स्थल – Dehradun Tourism and Famous Temple in Hindi

1). चंद्रबनी मंदिर – Chandrabani Temple

चंद्रबनी मंदिर एक सुंदर पर्यटन स्थल है। चंद्रबनी मंदिर गौतम बुद्ध के लिए प्रसिद्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार महर्षि गौतम अपनी पत्नी और पु्त्री अंजनी के साथ इस स्थान पर निवास करते थे। ऐसा कहा जाता है कि स्वर्ग पुत्री गंगा इसी स्थान पर अवतरित हुई थी, जो अब गौतम कुंड के नाम से प्रसिद्ध है।

2). टपकेश्वर मंदिर – Tapkeshwar Temple

टपकेश्वर मंदिर एक गुफा मंदिर है। टपकेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। गुफा की छत से शिवलिंग पर पानी टपकता है। इसी कारण से इस मंदिर को टपकेश्वर मंदिर कहा जाता है।

3). संतौला देवी मंदिर –

देहरादून से लगभग 15 किमी दूर स्थित प्रसिद्ध संतौला देवी मंदिर है। संतौला देवी मंदिर का बहुत सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व है। इसे शांतला देवी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

4). ज्वाला देवी मंदिर – Jwala Devi Temple

यह मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित है। इस मंदिर को बनोग हिल भी कहा जाता है, बनोग हिल सागर लेवल से 2104 मीटर ऊपर स्थित है और मसूरी के पश्चिम से 9 किमी है। यह मंदिर बेनीग घाटी के ऊपर स्थित है जोकि एक ताज की तरह दिखाई देता है। यह घने जंगल, यमुना घाटी और दून घाटी से घिरा हुआ है।

5). साई दरबार – Sai Darbar

राजपुर रोड पर शहर से 8 किमी की दूरी पर घंटा घर के समीप साई दरबार मंदिर है। इसका बहुत अधिक सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व है तथा देश विदेश से दर्शनार्थी यहाँ आते हैं। साई दरबार के समीप राजपुर रोड पर ही भगवान बुद्ध का बहुत विशाल और भव्य तिब्बती मंदिर है।

6). तिब्बतन बुद्धिस्ट मंदिर – Tibetan Buddhist Temple

यह मंदिर यहाँ का बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है, यह मंदिर तिब्बतन धर्म के धार्मिक स्कूल के लिए भी प्रसिद्ध है। बुद्धा मंदिर देहरादून शहर का सबसे अच्छा दार्शनिक स्थान है। यह मंदिर बहुत से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों और बोद्ध के चाहने वाले लोगों के लिए बहुत ही आकर्षक है।

7). दात काली मंदिर – Daat Kali Mandir

यह मंदिर भी यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जोकि सहारनपुर में देहरादून से 14 किमी की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है इस मंदिर में हर साल देवी काली के भक्त आते है।

देहरादून की मौसम की जानकारी – Dehradun in Hindi

देहरादून जिले की जलवायु समशीतोष्ण है पर ऊँचाई के आधार पर कुछ जगहों पर काफ़ी सर्दी पड़ती है। जिले का आसपास की पहाड़ियों पर सर्दियों में काफ़ी हिमपात होता है पर देहरादून का तापमान आमतौर पर शून्य से नीचे नहीं जाता। गर्मियों में सामान्यतः यहाँ का तापमान 27 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच और सर्दियों में 2 से 24 डिग्री के बीच रहता है। वर्षा ऋतु में निरंतर और अच्छी बारिश होती है। सर्दियों में पहाड़ियों पर मौसम सुहावना होता है पर दून घाटी गर्म होती हैं।

देहरादून की संस्कृति –

देहरादून गढ़वाल क्षेत्र का एक भाग है, इसलिए यहाँ की संस्कृति पर स्थानीय रीति-रिवाजों का काफी प्रभाव है। गढ़वाली यहाँ बोली जाने वाली प्राथमिक भाषा है। इस क्षेत्र में बोली जाने वाली अन्य भाषाएं हैं- हिंदी और अंग्रेजी। यहाँ पर विभिन्न समुदाय और धर्मों को मानने वाले लोग सौहार्द्र के साथ रहते हैं, यहाँ पर लगातार शिक्षा सुविधाओं के विकास, संचार तंत्र के दिन-ब-दिन मजबूत होने और परिवहन व्यवस्था के निरंतर विकास के कारण देहरादून की सामाजिक और सांस्कृतिक पर्यावरण की आधुनिकीकरण की प्रक्रिया भी तेज़ हो गई है।

यहाँ चावल, गेहूँ, मोटा अनाज, चाय और अन्य फ़सलें उगाई जाती हैं, तथा इस क्षेत्र में क़ीमती इमारती लकड़ियाँ पायी जाती है। चाय प्रसंस्करण देहरादून का मुख्य उद्योग है। देहरादून भारतीय सर्वेक्षण एवं वन विभाग का मुख्यालय भी है।

देहरादून कैसे जाएँ – Dehradun Tour & Travels Guide in Hindi

वायु मार्ग

देहरादून का निकटतम हवाई अड्डा जौली ग्रान्ट हवाई अड्डा है। देश के प्रमुख शहरों से यह सीधा हवाईमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग

देहरादून देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, वाराणसी, लखनऊ और अन्य जगहों से यहाँ के लिए रोजाना रेल सेवा उपलब्‍ध हैं।

सड़क मार्ग

देहरादून दिल्‍ली तथा राज्‍य के अनेक शहरों से बस मार्ग द्वारा आया जा सकता है। देहरादून के लिए नई दिल्ली से नियमित डीलक्स बसें उपलब्ध हैं।


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