Daman and Diu Tourism / दमन और दीव मुंबई के पास अरब सागर में स्थित द्वीप समूह हैं जो भारत का केन्द्र शासित राज्य है। इसका कुल क्षेत्रफल 112 वर्ग किमी है और जनसंख्या 158,204 है। दमन और दीव कई पर्यटन स्थल और ऐतिहासिक धरोहरो में शामिल हैं। दमन और दीव पर्यटन इस क्षेत्र के रहस्यमय सौंदर्य और इसके समृद्ध इतिहास से परिचय कराता है। अरब सागर की अपार-अगाध जलराशि ने इन्हें व्यापार और पर्यटन का प्रमुख केंद्र बना दिया है।
दमन और दीव के पर्यटन स्थल की जानकारी – Daman and Diu Tourist Place in Hindi
भारत के प्रमुख व्यावसायिक केंद्र मुंबई से दमन की दूरी लगभग 193 कि.मी. है। यह पूर्व में गुजरात राज्य से तथा पश्चिम में अरब सागर से जुड़ा है। इसके उत्तर में ‘कोलाक’ तथा दक्षिण में ‘कलाई’ नदी है। दमन का पड़ोसी जिला गुजरात का वलसाड जिला है। दीव भारत का एक ऐसा द्वीप है, जो दो पुलों के द्वारा जुड़ा है। दीव गुजरात के जूनागढ़ जिले से जुड़ा है।
यह द्वीप मुख्य भूमि से उत्तर में एक संकरी चैनल के ज़रिए जुड़ा है। दमन की जलवायु हल्की और नम है जबकि दीव का मौसम उमस भरा है। इसके कोई उप विभाजन नहीं है। दमन क्षेत्र एक कलेक्टर के प्रभार के तहत आता है जबकि दीव नागरिक प्रशासक के अधिकार में आता है।
दमन और दीव का इतिहास करीब 2000 साल पुराना है। दीव का जिक्र तो महाभारत में भी मिलता है। 14 साल के वनवास के कुछ दिन पांडवों ने यहीं पर बिताए थे।
13 वीं सदी में जब यह क्षेत्र चैडा राजपूतों के हिस्से में था जिन्हें वघालाओं ने हराया और वघालाओं को 1330 में मुस्लिम शासकों ने हराया। अगले 200 सालों तक यहां मुस्लिम शासको का राज रहा। अंत में पुर्तगालियों ने 1534 में यहां कब्जा किया और अगले 450 सालों तक यहां राज किया। बाद में गुजरात के राजाओं ने ब्रिटिशों को यहां से बाहर करने की कई कोशिशें की, लेकिन नाकाम रहे। सन् 1559 में दमन पर आखिरकार गुजरात के शासकों का कब्जा हुआ।
तीन तरफ से समुद्र से घिरे दमन और दीव में कुछ बहुत ही भव्य समुद्री तटों का उपहार मिला हुआ है। समुद्री तटों पर अपनी चमचमाती रेत के साथ प्राकृतिक ढलानें पर्यटकों को आने का बुलावा देती प्रतीत होती हैं।
दमन में देखने लायक जगह – Daman Tourist Place in Hindi
दमन दो भागों में ‘मोटी दमन’ और ‘नानी दमन’ में विभाजित है। इन दोनों भागों को विभक्त करने वाली नदी दमनगंगा नदी है। मोटी दमन में कई पुराने चर्च हैं, जिनमें प्रमुख चर्च ‘कैथेडरल बोल जेसू’ है। इस चर्च की दीवारों पर की गई ईसा मसीह के जीवन से संबंधित सुंदर चित्रकारी व लकड़ी की बेहतरीन नक्काशी पर्यटकों को यहाँ खींच लाती है।
नानी दमन का मुख्य आकर्षण संत जैरोम का किला है, जो मुगलों के आक्रमण से सुरक्षा के लिए बनाया गया था। इसके अलावा दमन के अन्य पर्यटक आकर्षणों में बोम जीजस चर्च, अवर लेडी ऑफ सी चर्च, अवर लेडी ऑफ रेमीडियोज चर्च, परगोला गार्डन, अम्यूजमेंट पार्क, दमनगंगा टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, काचीगाम, सत्य सागर उद्यान, मिरासोल गार्डन, मिरासोल वाटर पार्क आदि हैं।
दमन के बीच :- दमन की जमीन को छूते अरब सागर ने दमन को अप्रतिम प्राकृतिक सुंदरता व हरियाली प्रदान की है। दमन में दो बीच देविका बीच और जैमपोरे बीच हैं।
देविका बीच :- यह बीच दमन से पाँच किमी उत्तर में है। यहाँ कई बड़े बार व रेस्टोरेंट भी हैं। यह बीच बच्चों को बहुत लुभाता है क्योंकि यहाँ बच्चों के लिए पार्क व अन्य सुविधाएँ हैं।
जैमपोरे बीच :- नानी दमन में स्थित यह बीच दमन का प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट भी है। यहाँ सर्वाधिक पर्यटक आते हैं। यहाँ का शांत वातावरण प्रेमियों को खींच लाता है। यही कारण है कि अधिकांश प्रेमी जोड़े यहाँ स्वच्छंदता की तलाश में आते हैं। तैराकी के लिए भी यह बीच बहुत अच्छा स्थान है।
दमनगंगा टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स :- इस कृत्रिम कॉम्प्लेक्स में कैफेटेरिया, कॉटेज, कॉन्फ्रेंस हॉल, हेल्थ क्लब आदि है, जो अपनी खूबसूरती, सुविधाओं और आकार की वजह से आपका मन मोह लेगा
दीव में देखने लायक जगह – Diu Tourism Place in Hindi
दीव के तटों पर केसरी सूर्य, सुनहरी रेत और नीले रंग के समुद्र का दिव्य मिलन नजर आता है। यहां सुंदर नजारों के साथ प्रकृति के संगीत का आनंद लिया जा सकता है। सेंट पॉल चर्च, दीव फोर्ट, पनीकोटा फोर्ट, घोघला बीच, चिल्ड्रन पार्क और समर हाउस यहाँ के मुख्य पर्यटन स्थल हैं।
नगोआ बीच :- यह दीव का बेहद ही सुंदर बीच है। दीव से 20 मिनट की ड्राइव करके आप आसानी से यहाँ पहुँच सकते हैं। जूते के आकार के समान होने के कारण 2 किमी तक फैला यह द्वीप अब पर्यटकों की पहली पसंद बन रहा है।
चक्रतीर्थ बीच :- यह बीच हरियाली के सौंदर्य से भरपूर है। इस बीच के आसपास स्थित सुंदर बगीचे, खुला स्टेडियम इसे पर्यटकों के लिए फुल इंजॉयमेंट का स्थान बनाता है।
गोमटीमाला तट :- सुंदर, शांत और सफेद रेत वाला तट लोगों के तैरने के लिए सुरक्षित है। यह दीव के मुख्य शहर से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
नागोआ तट :- इस तट पर पाम के वृक्षों की लंबी कतार देखकर ऐसा लगता है मानो सभी वर्षों से खड़े रहकर समुद्र को निहार रहे हो। लगभग वीरान और अलग-थलग पड़ा यह तट सचमुच ही ध्यान के लिए उपयुक्त है। इस अछूते तट के पानी की ताजगी हमारे मन के किसी निर्मल कोने की तरह है। यह दीव से केवल 20 मिनट की दूरी पर है।
वनकभारा तट :- इस तट आपकी निजता, तैराकी और पिकनिक के लिए सर्वोत्तम स्थान है, जहां सुंदरता और प्राकृतिक दृश्यों का अनुकूल परिवेश है।
गंगेश्वर मंदिर :- समुद्री तट पर स्थित चट्टानों के बीच में बना है यह मंदिर। भगवान शिव यहां पांच लिंगों में विराजते हैं।
बॉम जीजस का चर्च :- यह चर्च 17वीं सदी में पुर्तगालियों ने बनाया था। शीशम की लकड़ी की कलाकृतियों की वजह से यह आज भी प्रभावी महसूस होता है।
कब जाएँ दमन और दीव :-
दमन और दीव की जलवायु वर्षभर पर्यटकों को आकर्षित करती है किंतु यहाँ आने का उपर्युक्त मौसम अक्टूम्बर से मई तक का है।
कैसे पहुँचें दमन और दीव :-
दमन पश्चिम रेलवे के दिल्ली-मुंबई रूट पर स्थित है। यहाँ का नजदीकी रेलवे स्टेशन गुजरात का ‘वापी’ है। दीव मीटर गेज रेलवे लाइन से जुड़ा है। दीव का नजदीकी रेलवे स्टेशन ‘दिलवाड़ा’ है। दमन और दीव दोनों एयरपोर्ट से जुड़े हैं। दीव से मुंबई के लिए रोजाना कई उड़ानें भरी जाती हैं। दमन में 191 किमी का सड़क मार्ग है तथा दीव में 78 किमी तक लंबा सड़क मार्ग है।
शॉपिंग के बगैर दमन और दीव की यात्रा अधूरी ही रहेगी। हस्तशिल्प और कलाकृतियों के तौर पर पर्यटक यहां से दमन और दीव की आकर्षक धरती की अपनी यात्रा की यादें अपने साथ घर ले जा सकते हैं। बड़े शॉपिंग सेंटर और एम्पोरियम शहर के बीच में हैं। लेकिन यदि मोल.भाव करने के शौकीन हैं तो पर्यटक इस क्षेत्र के स्थानीय बाजारों में जाकर भी वस्तुएं खरीद सकते हैं।