Chandigarh Tourism / चण्डीगढ़, भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब (भारत) और हरियाणा की राजधानी भी है। यह शहर शिवालिक पहाड़ियों से घिरी सुरम्य घाटी में स्थित है। यहां हिंदू देवी चंडी को समर्पित एक प्रचीन मंदिर है, जिसके नाम पर इस शहर का नामकरण हुआ है। शहरी डिजाइन व निर्माण के कारण यह पूरे विश्व में भारत का पहला नियोजित शहर के रूप में जाना जाता है। यह शहर आधुनिक वास्तुकला के इतिहास की भव्य सफलता की कहानी है। यह एशिया और दुनिया के सबसे खूबसूरत और सुविधाजनक शहरो में से एक है, इसी वजह से इसे “द सिटी ब्यूटीफुल” भी कहा जाता है।
चण्डीगढ़ के पर्यटन व दर्शनीय – Chandigarh Tourism Place in Hindi
भारत-पाक विभाजन के बाद पंजाब को लाहौर के स्थान पर एक नई राजधानी की जरूरत थी। तब स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने एक नए और नियोजित शहर के निर्माण का फैसला किया। 1950 के दशक में अल्बर्ट मेयर और मैथ्यू नोविकी को शुरुआत में इस शहर के नियोजन की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन उनकी प्लेन क्रैश में मौत के बाद, फ्रेंच वास्तुविज्ञ ली कोर्बुजर के पास यह जिम्मेदारी गई। उन्होंने शहर की योजना बनाने का काम बेहतरीन तरीके से किया। एक नवंबर 1966 में इस शहर को केन्द्रशासित प्रदेश और पंजाब व हरियाणा की राजधानी घोषित किया गया।
पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं और रेगिस्तान में मनुष्य क्या तैयार कर सकता है, इसका साक्षी बनकर वास्तुकला के आश्चर्यों को देखते हैं।
चंडीगढ़ आजादी के बाद भारत में विकसित हुए आधुनिक और सबसे युवा शहरों में से एक है। चंडीगढ़ में पर्यटन का आकर्षण प्राचीन ऐतिहासिक स्मारक नहीं है। चंडीगढ़ में अद्भुत वास्तुकला और मनोरम दृश्य देखे जा सकते हैं, जो निश्चित तौर पर आंखों को सुकून देते हैं। आधुनिक वास्तुकला की विद्वता ने चंडीगढ़ में कुछ पर्यटन आकर्षण बनाए हैं। चंडीगढ़ शिवालिक रेंज की पहाड़ियों के नीचे बसा है। हरे मैदान और पेड़ों की कतारों के बीच में बने मुख्य मार्ग के साथ ही साफ-सुथऱी सीधी रेखाओं में बने रिहायशी मकान मनोरम दृश्य पैदा करते हैं।
कैसे पहुंचें
यह खूबसूरत शहर दो महत्वपूर्ण राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी के तौर पर सेवाएं देता है। हर दिन, देश के अन्य हिस्सों से लोग चंडीगढ़ पहुंचते हैं। यह भारत के महत्वपूर्ण व्यवसायिक शहरों में से एक है। इसकी वजह से प्राकृतिक रूप से शहर से देशभर का ताकतवर संपर्क नेटवर्क स्थापित हुआ है।
शहर के हर हिस्से से हवाई, रेल और सड़क मार्ग से चंडीगढ़ आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां का एयरपोर्ट शहर से 8 किमी दूर है। वहीं रेलवे स्टेशन सेक्टर 17 में है। सेक्टर 17 और सेक्टर 43 में स्थित इंटर-स्टेट बस टर्मिनल से बस सेवाएं भी उपलब्ध है।
चूंकि उत्तर भारत के सबसे प्रचलित पर्यटन केंद्रों में से एक है, इस वजह से चंडीगढ़ में सालभर ही भीड़ दिख जाती है। चंडीगढ़ में ज्यादातर होटल्स की जगह कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के करीब है। अन्य राज्यों के करीब की जगहों पर भी आपको यह होटल्स मिल जाएंगे।
चण्डीगढ़ के पर्यटन स्थल – Chandigarh Tourist Places in Hindi
1). रॉक गार्डन चंडीगढ़
रॉक गार्डन चंडीगढ़ के सेक्टर-1 में मौजूद रॉक गार्डन एक व्यक्ति के एकल प्रयास का अनुपम और उत्कृष्ट नमूना है, जो दुनिया भर में अपने अनूठे उपक्रम के लिए बहुत सराहा गया है। रॉक गार्डन के निर्माता नेकचंद एक कर्मचारी थे जो दिन भर साइकिल पर बेकार पड़ी ट्यूब लाइट्स, टूटी-फूटी चूडियों, प्लेट, चीनी के कप, फ्लश की सीट, बोतल के ढक्कन व किसी भी बेकार फेंकी गई वस्तुओं को बीनते रहते और उन्हें यहाँ सेक्टर एक में इकट्ठा करते रहते। धीरे-धीरे फुर्सत के क्षणों में लोगों द्वारा फेंकी गई फ़ालतू चीज़ों से ही उन्होंने ऐसी उत्कृष्ट आकृतियों का निर्माण किया कि देखने वाले दंग रह गए। नेकचंद के रॉक गार्डन की कीर्ति अब देश-विदेश के कलाप्रेमियों के दिलों में घर कर चुकी है।
2). सरकारी संग्रहालय और आर्ट गैलरी
गवर्नमेंट म्युजियम और आर्ट गैलरी देश के सबसे प्रसिद्ध संग्रहालयों में से एक है। इसकी खासियत है यहां मौजूद कलाकृतियों, पेंटिंग्स और मूर्तियों का कलेक्शन। यहां पहाड़ी, राजस्थान और गांधार की मूर्तियों पर बनी मिनिएचर पेंटिंग्स मिल जाएंगी। यह संग्रहालय 1948 में हुए देश के विभाजन से जुड़ी कई वस्तुओं को पेश करता है। 40 प्रतिशत वस्तुएं लाहौर के संग्रहालय से लाई गई हैं। 1968 में इस संग्रहालय का उद्घाटन हुआ। चंडीगढ़ के दिल में स्थित एक व्यापक क्षेत्र में फैले परिसर में यह संग्रहालय मौजूद है। संग्रहालय के चार प्रमुख शाखाएं हैं- आर्ट गैलरी, राष्ट्रीय इतिहास संग्रहालय, पोर्ट्रेट्स की नेशनल गैलरी और चंडीगढ़ आर्किटेक्चर म्युजियम।
3). पिंजौर गार्डन
पिंजौर गार्डन को यदविन्दर गार्डन और मुग़ल गार्डन भी कहा जाता है, नवाब फ़िदैल ख़ान द्धारा इसका नमूना बनाया गया था। पिंजौर गार्डन लगभग एक सौ एकड ज़मीन पर बना हुआ है, चारों तरफ़ ऊँची-ऊँची दीवार है, यह आयताकार बना हुआ है, हर दीवार में दरवाज़ा है, हर कोने में एक सीढ़ियों वाला जीना बना हुआ है।
4). शांति कुंज
शांति कुंज अपने नाम को सार्थक करता है। यह एक उद्यान है, जहां आपको अमन और शांति मिलेगी। भीड़ के शोर-शराबे और शहरों के प्रदूषण से दूर यह जगह आपको सुकून देती है। यह रोज गार्डन और क्रिकेट स्टेडियम के बीच में स्थित है, इस वजह से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस बगीचे में पौधों की कई तरह की किस्में आपको मिल जाएंगी। हो सकता है कि वह फूलों या चिकित्सा के संबंध में पसंद किए जाते हो। शांति कुंज की हरियाली की सिंचाई प्राकृतिक जलधारा से होती है, जो बगीचे को अलग-अलग किस्मों के पौधों वाले पांच हिस्सों में बांटती है। यदि कोई ध्यान लगाना चाहता है और खूबसूरत फूलों के बीच शांति का आनंद लेना चाहता है तो शांति कुंज में वह ऐसा कर सकता है।
5). फन सिटी
भारत के सबसे बड़े एम्युजमेंट पार्कों में से एक फनसिटी एम्युजमेंट पार्क में हर आयु समूह के लोगों के लिए मौज-मस्ती के साधन है। इसमें कुछ बेहतरीन हाई-टेक हाइड्रोलिक और जलीय खेल है। यह पार्क चंडीगढ़ से करीब 20 किलोमीटर दूर 43 एकड़ क्षेत्र में फैला है। लेकिन इस जगह पर एक दिन भी कम पड़ता है। इस पार्क का एक बड़ा आकर्षण है- 5डी सिनेमा थिएटर। जो दर्शकों को दूसरी ही दुनिया में ले जाता है। फनसिटी में पानी के खेल लोकप्रिय है और सभी पर्यटकों को एक बेहतरीन अनुभव देते हैं।
6). गार्डन ऑफ फ्रेगरेंस
चंडीगढ़ पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए एक अहम पर्यटन केंद्र है गार्डन ऑफ फ्रेगरेंस। कई किस्मों के पौधों और पेड़ों की सुगंध साफ-सुथरी है और जहरीले प्रभाव को खत्म करती है। यह चंडीगढ़ के तीन प्रमुख गार्डंस में से एक है। गार्डन ऑफ फ्रेगरेंस हिबिस्कस गार्डन के दक्षिण में सेक्टर 36 में स्थित है। यह गार्डन ऑफ फ्रेगरेंस की अच्छी बात यह है कि अधिकांश वक्त यहां भीड़ नहीं मिलती। यहां बिछे ट्रैक्स पर आपको फिटनेस की चिंता करने वाले लोग वर्जिश करते नजर आ जाएंगे। सुबह-शाम स्थानीय लोग बड़ी संख्या में यहां पिकनिक पर पहुंचते हैं।
7). चोखी ढाणी
यह एक ऐसी जगह है जहां राजस्थानी आदिवासियों की संस्कृति और रीति-रिवाजों को प्रस्तुत कियागया है। ऐसा माहौल बनाया है कि पर्यटकों को लगेगा कि वे उनके किसी गांव में पहुंच गए हैं। चोखी ढाणी में सभीतरह का मनोरंजन करने की व्यवस्था है। जादू के खेल, ऊंट की सवारी जैसे लाइव शो भी यहां होते हैं। पारंपरिक राजस्थानी खानपान से सजी थाली यहां का मुख्य आकर्षण है। बाकी तो इसके बहाने हैं।
8). इंटरनेशनल डॉल्स म्युजियम
यह म्युजियम 1985 में बना था। इसमें दुनियाभर से जुटाई गई गुड़ियाएं रखी गई हैं। शुरुआत में यह म्युजियम बच्चों के मनोरंजन के लिए था, लेकिन बाद में यह दुनियाभर में अपनी एक खास पहचान बनाने में कामयाब रहा। इस संग्रहालय में जर्मनी, रूस, कोरिया, स्पेन, डेनमार्क, नीदरलैंड जैसे अलग-अलग देशों की कठपुतलियां और गुड़िया भी आपको देखने को मिल जाएंगी। अलग-अलग भारतीय राज्यों की वेशभूषा में सजी भारतीय गुड़िया यहां आकर्षण का बड़ा केंद्र है। परिकथाओं के चरित्रों को गुड़िया के तौर पर बनाया गया है। इसे खूब पसंद किया जाता है। यहां एक टॉय ट्रेन भी है, जो बच्चों का मनोरंजन करती है।
9). सुखना लेक
शिवालिक हिल्स के निचले हिस्से में स्थित झीलों में सबसे खूबसूरत है सुखना लेक। 1958 में बनाई गई यह मानवनिर्मित झील 3 किलोमीटर लंबी है। सुखना चो नामक नदी को क्षति पहुंची थी इससे सुखना लेक को ऊंचाई मिल गई। यह एक शांत और मनोरम दृश्य है। इस शांत माहौल में पक्षियों का कलरव अद्भुत झांकी पेश करता है। बोटिंग, वाटर स्कीइंग, यैट जैसी कई जलीय खेलकूद गतिविधियां यहां संचालित होती हैं। सुबह-शाम यहां पिकनिक मनाते लोगों को देखना आम है। दिनभर काम करने के बाद कुछ स्थानीय लोग यहां सिर्फ सुस्ताने आते हैं।
10). चंडीगढ़ का रोज गार्डन
चंडीगढ़ में जाकिर हुसैन रोज गार्डन गुलाब को पसंद करने वालों के लिए यह एक खूबसूरत जगह है। यहां 1600 से ज्यादा किस्मों के गुलाब हैं। जो अपनी सुगंध और खूबसूरती से किसी भी पर्यटक के दिलो-दिमाग पर छा सकते हैं। यह एक बड़ा सा बगीचा है, जहां न केवल गुलाब बल्कि बड़ी संख्या में औषधीय पौधे और झाड़ियां भी मौजूद हैं। इस बगीचे में बेंच और ट्रैल्स भी हैं, ताकि लोग कसरत कर सके। खानपान की स्टॉल्स भी हैं। यहां एंट्री फ्री है, लेकिन पिकनिक की अनुमति नहीं है। रोज गार्डन सालाना आयोजन करता है, जिसमें फूलों का खूबसूरत सजावट होती है। डांस, खानपान और उपहार भी उसका अभिन्न हिस्सा है।
11). लेजर वैली
लेजर वैली भी चंडीगढ़ का एक पर्यटन स्थल है। अपने सौंदर्य की वजह से सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक है। यह खूबसूरत और अनूठे बगीचों की एक माला या चेन है। जो पर्यटकों की पांचों इंद्रियों को अपने वश में कर सकती है। सेक्टर 1 के राजेंद्र पार्क से शुरू होकर 8 किलोमीटर तक कई बगीचे हैं, जैसे रोज गार्डन, शांति कुंज, बोगनवेलिया गार्डन, हिबिस्कस गार्डन, गार्डन ऑफ फ्रेगरेंस आदि। लेजर वैली में तीन दिवसीय तक चलने वाला कार्निवाल सालाना आधार पर होता है। इसमें सभी बगीचों के साथ ही वहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को भी शामिल किया जाता है।
12). बटरफ्लाई पार्क
चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में स्थित बटरफ्लाई पार्क सात एकड़ में फैले इस उद्यान में तितलियों की देखरेख के लिए समर्पित है। यहां के नजारे मनोरम है। आंखों को अच्छे लगते हैं। बगीचे में कई तरह के पेड़-पौधे है। पर्यटक यहां आकर सुस्ता सकते हैं। चटकदार और खूबसूरत तितलियों का आनंद ले सकते हैं। पेड़ों की अलग-अलग किस्मों को यहां लगाया गया है। चूंकि तितलियों को फूलों की जरूरत होती है, मैरीगोल्ड, सल्विया, पेटुनिया और दहलिया जैसे फूलों के पौधे भी लगाए गए हैं।
13). केपिटल कॉम्प्लेक्स
चंडीगढ़ कैपिटल कॉम्प्लेक्स भारत के चंडीगढ़ शहर के सेक्टर-1 में स्थित ली कोर्बुज़िए द्वारा डिजाइन किया गया एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल है। यह की लगभग 100 एकड़ जमीन क्षेत्र में फैला हुआ है और यह चंडीगढ़ की वास्तुकला की एक महान अभिव्यक्ति है। इसमें तीन इमारतें, तीन स्मारक और एक झील है, जिनमें विधान सभा, सचिवालय, उच्च न्यायालय, मुक्त हस्त स्मारक, ज्यामितीय पहाड़ी और टॉवर ऑफ शैडोज़ शामिल हैं।