Kolaba Fort / कोलाबा किला महाराष्ट्र के अलीबाग में स्थित हैं। यह अपनी तरह का दूसरी ऐसी किला हैं, जहाँ जाने के लिए नाव का प्रयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अलीबाग के किनारों पर स्थित यह ऐतिहासिक किला, महान मराठा योद्धा, शिवाजी महाराज द्वारा अपने निधन से पहले बनाया गया आखिरी किला है।
कोलाबा किला की जानकारी – Kolaba Fort Information in Hindi
एक समय कोलाबा किला एक छोटी सैनिक चौकी हुआ करता था, किंतु छत्रपति शिवाजी के समय इसका व्यापक रूपांतरण, नवीनीकरण व सुदृढ़ीकरण किया गया। इसके पास अनेक मंदिर भी बने हैं जिनकी प्रवेश दीवारों पर हाथी व चीता जैसे जानवरों की नक्काशी देखी जा सकती है।
3 शताब्दियों पुराने इस किले को देखने के लिए अलीबाग के तट से पूर्ण ज्वार के समय जाना चाहिए। किंतु भाटे के समय इसके मुख्य द्धार तक पैदल भी पहुँचा जा सकता है।
कोलाबा काफ़ी बडा किला था, जिसके जलाशय तथा देवालय अब भी मौजूद हैं, किंतु इसका प्राचीन भवन एक अर्सा पहले नष्ट हो गया। इसके ऊँचे परकोटे और 17 बुर्ज अभी भी बने हुए हैं। किले के मुख्य द्धार पूर्व की ओर हैं तथा इस पर खुदी पशु-पक्षियों की आकृतियाँ स्पष्ट दिखाई देती हैं।
कोलाबा किला का इतिहास मराठा नौसेना से जुड़ा हुआ है। मराठों के महान् ‘सरखेल’ या ‘एडमिरल’ कान्हो जी आंग्रे के प्रयासों से मराठा नौसेना शक्ति अपने शौर्य के शिखर पर पहुँच गई थी। कोलाबा किला पर अधिकार जमाने के उदेश्य से जंजीरा के सिद्धियों और पुर्तग़ाल के सैन्य बल ने भी अभियान चलाया, परन्तु हर बार उन्हें असफलता ही हाथ लगी।
कान्होजी आंग्रे और उनके उत्तराधिकारी सर्फोजी के बाद दो आंग्रे बंधुओं मानाजी और संभाजी की आपसी कलह में पेशवा को हस्तक्षेप करना पड़ा। दो भाइयों में मानाजी को कोलाबा और उत्तरी क्षेत्र मिला। पेशवा ने सदैव ही मानाजी का पक्ष लिया और इसके परिणामस्वरूप विजयदुर्ग में संभाजी के उत्तराधिकारी तुलाजी के नौसैनिक बेड़े के पतन के उपरांत ही कोलाबा किला का महत्व भी तेजी से गिर गया।
ईस्ट इंडिया कंपनी के अंग्रेज़ फ़ोर्व्स ने उन भवनों का वर्णन किया है, जिन्हें उन्होंने अपनी 1759 की यात्रा के दौरान देखा था। जिसमें एक महल, कोषालय, उद्यान और अफ़ग़ानिस्तान के अफ़ग़ानी घोडों के अस्तबल भी थे, जो 1753, 1756, 1757 और 1771 में हुए अग्निकांडों में नष्ट हो गए।
आज कोलाबा किला मुंबई के प्रमुख पर्यटन स्थलों में एक हैं। हर साल यहां कई सैलानी आते हैं।
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