अगर आप जिम जाते हैं तो अपने जिम में कई तरह के आधुनिक वर्कआउट मशीनें नोटिस की होंगी, जो कैलोरी बर्न करने के साथ ही आपको बेहतर वर्कआउट में मदद करते हैं। अगर आपका मकसद एक्सरसाइज के जरिए हार्ट को हेल्दी रखना है तो आप आपकी पसंद दो- स्टेशनरी बाइक और ट्रेडमिल तक सीमित हो सकती है।
ये दोनो ही वर्कआउट इक्विपमेंट्स अलग तरह से काम करते हैं और आपकी मसल्स को अलग तरह से हेल्दी रखने में मदद करते हैं। इन दोनों ही वर्कआउट मशीन पर जाने से पहले कई लोगों के मन में ये ही सवाल आता है कि दोनों में से कौनसी मशीन बेस्ट है।
दोनो मे डिफरेंस – Difference Between Treadmill and Exercise Bike
इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर आप अपने घर के आराम में कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज का लाभ लेना चाहते हैं, तो ट्रेडमिल और स्टेशनरी बाइक दोनों ही बेस्ट विकल्प हैं। वे दोनों आपके लोअर बॉडी की मांसपेशियों को टारगेट करके आपकी कई कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं।
इनमें जो मुख्य बड़ा अंतर है वो है आपके जोड़ों और मांसपेशियों के समूहों को प्रभावित करने का तरीका है। दोनों ही मशीनों का अलग-अलग फायदे हैं। यहां हम ये ही तुलना करेंगे कि आपकी फिटनेस आवश्यकताओं के अनुसार कौन सी मशीन आपके लिए बेस्ट है?
कैलोरी बर्न करने के लिए
पहली चीज जो हम सभी देखते हैं, वह यह है कि किसी विशेष कसरत को करते समय कितनी कैलोरी बर्न होती है। चाहे आपका मकसद कुछ किलो कम करना हो या शेप में आना हो, इनके लिए कैलोरी बर्न करना बहुत जरुरी है। आप जितनी ज्यादा कैलोरी बर्न करेंगे, उतनी ही तेजी से आपका वजन कम होगा और आप फिट होंगे।
कैलोरी बर्न करने के लिए हम यहां आपको ट्रेडमिल चुनने की सलाह देंगे। यहां तक की अगर आप झुकी हुई सतह ( inclined surface) पर चल रहे हैं या जॉगिंग कर रहे हैं, तो आप प्रति घंटे 600 या 700 कैलोरी तक आसानी से बर्न कर सकते हैं। जब कि स्टेशनरी बाइक को आप कितनी ही तेजी से क्यों नहीं चला लें। आप प्रति घंटे केवल 400 कैलोरी बर्न कर सकते हैं।
वर्कआउट वैरिएशन
अपने वर्कआउट रुटीन में बदलाव लाने के लिए जरुरी है कि आप अपने वर्कआउट में वैरिएशन या फिर चेंज लेकर आए जिससे कि आपको वर्कआउट करने में आनंद भी आएगा। स्टेशनरी बाइक पर, आप बस स्पीड और प्रतिरोध को बढ़ा सकते हैं। ट्रेडमिल में आपके बस एक्सपैरिमेंट करने के लिए आज़ादी होती है। स्पीड बढ़ाने के साथ ही आप डिफरेंट टाइप के एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
चोट का खतरा
इन दोनों ही वर्कआउट मशीन में चोट लगने का खतरा भी है। अगर आप चाहते हैं कि आपको चोट नहीं लगे तो आपका फॉर्म या पॉस्चर सही होना जरुरी है। चाहे आप साइकिल चलाते हों या ट्रेडमिल पर दौड़ते हों, दोनों ही मामलों में अगर आपका फॉर्म खराब होता है तो आप घायल हो सकते हैं। लेकिन बाइक चलाने की तुलना में ट्रेडमिल पर जोखिम थोड़ा अधिक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ट्रेडमिल पर दौड़ना एक ‘हाई इम्पेक्ट एक्टिविटी’ है, यहां थोड़ा सा संतुलन खोने और खुद को चोटिल करने का जोखिम हमेशा बना रहता है। जबकि स्टेशनरी बाइक से चोट लगने का खतरा काफी कम होता है। इसमें गिरने से केवल कूल्हों, घुटने और कंधे के दर्द का अनुभव कर सकते हैं, जो आसानी से ठीक हो जाता है।
मसल्स के लिए
ट्रेडमिल बेशक एक शानदार कार्डियो वर्कआउट है जो आपके पेट की चर्बी को कम करने, आपकी हड्डियों, हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर को टोन और फिट बनाने में मदद करता है। यह मुख्य रूप से आपके घुटनों और अन्य जोड़ों पर काम करता है। वहीं स्टेशनरी बाइक आपके ग्लूट्स, पिंडलियों और जांघों पर काम करती है। यह मांसपेशियों को टोन करने, वजन कम करने, हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छा है। स्टेशनरी बाइक आपके ऊपरी शरीर के विकास पर काम करती है।
क्या है दोनों में से बेहतर? Which is Better an Exercise Bike or a Treadmill
कुल मिलाकर ट्रेडमिल और बाइक दोनों ही आपको फिट और स्लिम रखने में मदद करते हैं। यदि आप लाइट एक्सरसाइज तक सीमित रहना चाहते है तो हम आपको एक स्टेशनरी बाइक चुनने की सलाह देंगे। हालांकि, अगर आप दौड़ने के मूड में हैं, तो ट्रेडमिल एक बेहतर विकल्प है। ज्यादा वजन घटाने और कैलोरी बर्न करने के लिए भी ट्रेडमिल एक अच्छा विकल्प होगा।
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