Tamil nadu / तमिल नाडु भारत का एक राज्य है। वैसे ज्यामितीय तौर से तमिलनाडु भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिणी चरम को छूता है। चैन्नई जिसे पहले मद्रास कहा जाता था, तमिलनाडु की राजधानी और भारत का चैथा सबसे बड़ा शहर है।चैन्नई का कुल क्षेत्र 175 वर्ग किलोमीटर का है। सुंदर तटीय किनारा, सैकड़ों नारियल के पेड़, राजसी मंदिर, सांस्कृतिक विरासत और वन्य अभयारण्य तमिलनाडु को सैलानियों की पसंदीदा जगह बनाते हैं। आइये जाने तमिल नाडु के बारे में और अधिक जानकारी…
तमिल नाडु की जानकारी एक नजर में – Tamil Nadu Information, & history in hindi
1). तमिलनाडु की स्थापना 26 जनवरी 1950 में हुई थी।
2). यहाॅ की राजकीय भाषा तमिल है।
3). तमिलनाडु में जिलों की संख्या 32 है।
4). यहॉ लोकसभा की 39 और राज्य सभा 18 सीटें हैं।
5). इस राज्य का उच्च न्यायालय चेन्नई में है।
6). तमिलनाडु का क्षेञफल 130058 वर्ग किलोमीटर है।
7). यहॉ आयोजित उत्सवों नवराञि, चित्तिरै, सरल विझा, कन्थुरी, महामागम, त्यागराज, आदि प्रमुख पर्व एवं मेले हैं।
8). इस राज्य में रेल लाइन की कुल लंबाई 3927 किमी है।
9). इस राज्य में सडकों की कुल लंबाई 61641 किमी है।
10). यह भारत का सर्वाधिक नगरीकृत राज्य भी है जहां की 47% जनसंख्या नगरीय क्षेत्रों में निवास करती है।
11). यहाँ स्थित कावेरी नदी द्रोणी को “दक्षिण भारत का चावल का कटोरा” कहा जाता है।
12). चैन्नई का मरीना तट भी विश्व का दूसरा सबसे लम्बा समुद्रतट है।
13). चावल तमिलनाडु का प्रमुख भोजन है, चावल व चावल के बने व्यन्जन जैसे दोसा, उथप्पम्, इडली आदि लोकप्रिय है जिन्हे केले के पत्ते पर परोसा जाता है।
14). यहाॅ का राजकीय पक्षी ‘इमरेल्ड डोव’ है।
15). यहॉ का राजकीय पशु ‘नीलगिरी तातर’ है।
16). यहॉ का राजकीय वृक्ष ‘ताड’ है ।
17). यहॉ का राजकीय फूल कन्धल है।
18). यहॉ की प्रमुख नदियां कावेेरी, वेल्लार, अमरावती, पेन्नायर, वैगई, पालार, अौर चिथार है।
19). यहॉ की प्रमुख फसलें चावल, ज्वार, रागी, बाजरा, मक्का, दालें, गन्ना, कपास, तिल, आदि है।
20). मूल रुप से ‘तमिलहम’ के नाम से जाने जाने वाले तमिलनाडु का प्राचीन इतिहास लगभग 6,000 साल पुराना है और इसे द्रविड़ों की उत्पत्ति का स्थान माना जाता है।
21). इतिहासकार तमिलनाडु के इतिहास को तीन विशेष भागों में बांटते हैं- प्राचीन, मध्य और आधुनिक। सबसे पुरानी सभ्यता होने के नाते कुछ लोग कहते हैं कि द्रविड़ों को उत्तर में आर्यों के कारण दक्षिण की ओर आना पड़ा।
22). इस राज्य में चोल, पल्लव और पांडवों से लेकर कई राजवंशों ने शासन किया है। इसका गौरवशाली इतिहास प्राचीन और मध्य युग में बंटा है।
23). चैथी सदी में कई सालों तक राज करने और उस समय के राजाओं से कई मर्तबा युद्ध और लड़ाई करने के बाद चोल राजाओं ने अपना शौर्य नौवीं सदी में वापस हासिल किया।
24). आखिरकार 14वीं सदी में मुस्लिम शासकों ने कई हमलों के बाद दक्षिण भारत के प्रमुख हिस्सों पर कब्जा कर लिया।
25). तालीकोटा की लड़ाई के बाद में यूरोप के लोगो ने भी दक्षिण भारत के शासन में रुची दिखाना शुरू कर दिया था जिसकी वजह से वो भी यहाँ के स्थानिक राजा महाराजा के शत्रु बन गये थे। इसके कुछ समय बाद ही पोर्तुगीज, फ्रेंच और अंग्रेज ने यहाँ आकर फैक्ट्री के नाम पर अपने अपने व्यापर केंद्र खोल दिए थे।
26). सन 1611 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहली फैक्ट्री आंध्रप्रदेश के मसुलिपटनम में स्थापित की थी और धीरे धीरे यहाँ के स्थानीय शासको को एक दुसरे के खिलाफ भड़काकर शत्रु बना दिया था और उनकी आपस में ही लड़ाई लगा दी थी।
27). तमिलनाडु काफी हद तक मानसून की बारिश पर निर्भर है और बारिश ना होने या मानसून फेल होने पर सूखे की स्थिति पैदा हो जाती है। इसका मौसम शुष्क से लेकर नम और अर्ध शुष्क जितना भिन्न है।
28). तमिलनाडु के लोग एक बड़ी, आरामदायक जीवनशैली जीते हैं। तमिल लोगों की संगीत, नृत्य और साहित्य में बहुत रुचि होती है। यहां सदियों से भरतनाट्यम और कई प्रकार के संगीत जिसमें कर्नाटक संगीत भी शामिल है, समृद्ध हुआ है।
29). प्राकृतिक सौंदर्य की भरमार के कारण तमिलनाडु सैलानियों के लिए पसंदीदा जगह है। खूबसूरत समुद्र तट, राजसी मंदिर, कई ऐतिहासिक स्मारक, लुभावने झरने और मनोरम नज़ारे हैं और ये सब मिलकर तमिलनाडु को पर्यटन के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं।
30). तमिलनाडु अधिकतर यहा के प्राचीन हिन्दू मंदिर और भरतनाट्यम नृत्य के लिए बहुत प्रसिद्ध है। भरतनाट्यम, थान्जोर पेंटिंग और तमिल वास्तुकला का यहापर बहुत विकास हुआ है और आज भी यहाँ के लोग इस संस्कृति को जिन्दा रखने का काम करते है।
तमिलनाडु के दर्शनीय स्थल – Tamilnadu Tourist Place in Hindi
यहां पर्यटकों के लिए काफी कुछ खास और बेहतरीन है, वह यहां आकर ऐसे दृश्यों को भी देख सकते है जिसकी मात्र वह कल्पना कर सकते है। आज भी तमिलनाडु की संस्कृति और सभ्यता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है, इसलिए पर्यटक भारी संख्या में यहां आते है।
यहां के के मुख्य आकर्षण –
- मिनाक्षी अम्मन मंदिर
- रामनाथस्वामी मंदिर
- मरीना समुद्र तट
- कपलिश्वरार मंदिर
- नटराज मंदिर
- कोदैकनल झील
- स्मारकों के समूह
- ब्रिहदेश्वर मंदिर
- यार्कुद
- सेन्ट जॉर्ज क़िला
- अमीर महल
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सर आपका पोस्ट बहुत बढ़िया हैं
Thanks meri bohot madad ke ya jankari de kar