जानिए शिव भगवान् ने किस देवता को दिया है कौन सा काम?

Shiva Purana Story in Hindi / हिन्दू धर्मग्रंथ शिव महापुराण के मुताबिक शिव ही परब्रह्म हैं। यानी उनके द्वारा ही सृष्टि की रचना, पालन और संहार होता है। यही वजह है कि शिव के आदेश का सभी देवता पालन करते हैं। यह अद्भुत ग्रंथ शिव के उस अद्भुत स्वरूप और शक्तियों को उजागर करता है, जिनसे ही शिव, महादेव भी पुकारे जाते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है। शिवपुराण के मुताबिक शिव के आदेश से ही अलग-अलग देवता सृष्टि संचालन से जुड़े अलग-अलग व खास कार्य भी करते हैं। अगली स्लाइड्स पर जानिए कि शिव ने कौन-से देवता को सृष्टि से जुड़ा कौन सा अहम काम सौंप रखा है –

जानिए शिव भगवान् ने किस देवता को दिया है कौन सा काम? , Shiva Purana Story in Hindiमहादेव ने किस देवता को दिया है कौन सा काम? – Lord Shiva Story in Hindi

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इंद्रदेव – भगवान शिव के आदेश पर ही देवराज इंद्र देवताओं की रक्षा और राक्षसों का नाश करते हैं।

वरुणदेव – ये जल के स्वामी हैं। जल की रक्षा और दोषी प्राणियों को बंधन में बांधना इनका काम है।

कुबेरदेव – ये भगवान शिव के मित्र व उत्तर दिशा के स्वामी भी हैं। धन की रक्षा करना इनका काम है।

शेषनाग – महादेव के आदेश पर ही शेषनाग ने पृथ्वी को अपने मस्तक पर धारण किया हुआ है।

ब्रह्माजी – ये त्रिदेवों में से एक हैं। भगवान शिव के आदेश पर ही ये नवीन सृष्टि की रचना करते हैं।

विष्णु – ये अपनी तीन मूर्तियों द्वारा संसार के पालन के साथ सृजन और संहार भी करते हैं।

सूर्यदेव – अपने तीन अंशों द्वारा जगत का पालन व बारिश करवाने का काम महादेव ने इन्हें सौंपा है।

चंद्रदेव – ये अपनी किरणों से औषधियों को पोषित करते हैं और जीवों को प्रसन्न करते हैं।

FAQs

भगवान शिव जी को कौन सा रंग पसंद है?

धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं।

शिव जी को सबसे प्रिय क्या है?

शिव भगवान् को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, गंगाजल, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं।


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