Odisha /ओड़िशा जिसे पहले उड़ीसा (Orissa) के नाम से जाना जाता था, भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। आधुनिक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के साथ यह राज्य देश का एक खास हिस्सा है। आजादी के बाद इस राज्य के ग्रामीण इलाकों में जबर्दस्त विकास हुआ है। यहां बड़ी संख्या में खूबसूरत और नक्काशीदार मंदिर होने के कारण इस प्रांत को “मंदिरों की धरती” के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर यहां राज कर चुके साम्राज्यों की गवाही देते हैं। यह प्रांत अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां का सबसे बड़ा आकर्षण यहां का शास्त्रीय ओडिसी नृत्य रुप है। ओडिशा संस्कृति और परंपरा से कहीं बढ़कर है। आइये जाने ओड़िशा के बारे में और अधिक जानकारी..
ओड़िशा की जानकारी एक नजर में – Odisha Information & History In Hindi
1). ओडिशा की स्थापना 1 अप्रैल 1936 को हुई थी।
2). ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर है।
3). इस राज्य में जिलों की संख्या 30 हैं।
4). यहॉ की राजकीय भाषा ‘उडिया’ है।
5). इस राज्य का क्षेञफल 155707 वर्ग किमी है।
6). यहॉ का राजकीय पक्षी ‘इंडियन राेलर’ है।
7). यहॉ का राजकीय पशु ‘सांभर’ है।
8). यहॉ का राजकीय फूल ‘अशोक’ है।
9). क्षेत्रफल के अनुसार ओड़िशा भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है।
10). ओडिशा की प्रमुख नदियां वैतरणी, महानदी, ब्राह्मणी हैं।
11). ओडिशा के सबसे बडे शहर भुवनेश्वर, राउलकेला, कटक, पुरी, सम्बलपुर, बहरामपुर हैं।
12). ओडिशा का भुवनेश्वर श्री जगन्नाथ जी के भव्य मंदिर एवं उनके बार्षिक रथयाञा के लिए जाना जाता है।
13). गन्ना राज्य की दूसरी सबसे बडी नगदी फसल हैं।
14). गन्ना उत्पादन में ओडिशा का आठवां स्थान है।
15). राज्य में लोकसभा की 21 और राज्य सभा की 10 सीटें हैं।
16). राज्य में सडकाें की कुल लंबाई 2380347 किमी है।
17). यहॉ की प्रमुख फसलें धान, दालें, तेल के बीज, जूट, गन्ना, हल्दी की खेती, नारियल आदि हैं।
18). ओड़िशा उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है।
19). प्राचीन काल से ही ओडिशा में देश के विभिन्न हिस्सों से लोग आकर रह रहे हैं।
20). सबसे पहले ओडिसा में आने वालों में महाभारत काल के पहाड़ों की जनजातियों के लोग थे जिन्हें सवर और सओरा कहा जाता था।
21). ओडिशा का इतिहास लगभग 5,000 साल पुराना है।
22). ओडिशा कलिंग शासन के कारण प्रसिद्ध हुआ। अशोक सबसे महान मौर्य शासक थे जिन्हांेने लगभग पूरे भारत और आसपास के देशों पर फतह हासिल कर ली थी
23). उनके शासन के बाद चैथी शताब्दी मेें गुप्त का शासन आया।
24). 10वीं सदी में भौम कारा साम्राज्य और उसके बाद सोम राजवंश ने ओडिशा में राज किया।
25). 13वीं और 14वीं सदी से लेकर सन् 1568 तक मुस्लिम शासकों का यहां वर्चस्व था।
26). ओडिशा ने हैदराबाद के नवाब और मराठों का भी राज देखा है।
27). इसके आधुनिक इतिहास में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी शामिल है, जो इस राज्य में 19वीं सदी की शुरुआत में 1803 ईस्वी में आई थी।
28). बाद में सन् 1936 में ओडिशा और बिहार को अलग कर दिया गया। सन् 1950 में यह आधिकारिक तौर पर भारत का राज्य बन गया।
29). ओडिशा देश के पूर्वी तट पर स्थित है और बंगाल की खाड़ी के सुंदर समुद्री किनारे से लगा है।
30). ओडिशा का अस्तित्व क्योंकि प्राचीन काल से है, इसलिए यहां कई तरह के स्मारक हैं जो अब विश्व विरासत स्थल हैं और कई अन्य स्मारक हैं जो कि आज वास्तुकला का चमत्कार लगते हैं।
31). भुवनेश्वर के कोणार्क सूर्य मंदिर और पुरी को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है।
32). इसके अलावा 500 किलोमीटर लंबा विशाल समुद्री किनारा है जिस पर कई विश्व प्रसिद्ध समुद्र तट हैं, जहां जल क्रीड़ा और धूप का आनंद लिया जा सकता है।
33). चिल्का काले पानी की एक प्रसिद्ध झील है जो लाखों प्रजातियों के पक्षियों के लिए स्वर्ग समान मानी जाती है।
34). पुरी के जगन्नाथ मंदिर जिसकी रथयात्रा विश्व प्रसिद्ध है और कोणार्क के सूर्य मंदिर को देखने प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक आते हैं। ब्रह्मपुर के पास जौगदा में स्थित अशोक का प्रसिद्ध शिलालेख और कटक का बारबाटी किला भारत के पुरातात्विक इतिहास में महत्वपूर्ण हैं।
35). ओडिशा के जिलों के नाम इस प्रकार है: बालासोर, नयागढ़,बौध, भद्रक, कटक, रायगढ़,देवगढ, गजपति, गंजम, जगतसिंहपुर, जयपुर, झारसुगड़ा, केंद्रपारा, कोंझार, खुर्दा, ढेंकनाल, कोरापुत, अंगुल, बारगढ़, मालकनगिरीर, मयुरभंज, नवरंगपुर, नौपारा, कंधमाल, पूरी, संबलपुर, बोलांगीर,सोनेपुर और सुंदरगढ़, कलाखंदी।
36). इस राज्य की जो संकृति है वो हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्मं का एक मिश्रण है। आदिवासी लोगो की जो संस्कृति है वो इस राज्य का अहम हिस्सा माना जाता है। यहाँ का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार भगवान जगन्नाथ कली रथयात्रा है।
37). राज्य के 64 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि पर आश्रित है। कुल 87,89 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है चावल, तिलहन, मुगफली, दाल, जूट, गन्ना, नारियल, हल्दी आदि यहां की प्रमुख फसलें हैं। राज्य में वनों के अंतर्गत कुल क्षेत्र 55,785 वर्ग किमी. है, जो राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 35,8 प्रतिशत है।
ओडिशा के दर्शनीय व पर्यटन स्थल – Odisha Tourist Place in Hindi
ओडिशा वो जगह हैं, जहां पर भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी और भयंकर लड़ाइयां (कलिंग युद्ध) लड़ी गई। जिसकी वजह से अशोक एक सम्राट से बौद्ध के मार्ग पर चलने वाले सबसे बड़े संत में तब्दील हुए। तीन प्रसिद्ध मंदिर जो ‘स्वर्ण त्रिभुज’ कहलाते हैं, ओडिशा में पर्यटन के प्रमुख बिन्दु भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर, पुरी में जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क में सूर्य मंदिर हैं। शहर में सौ से अधिक मंदिरों के साथ, उनमें से कईयों की एक समृद्ध ऐतिहासिक प्रासंगिकता है, कई चीजें देखने व घूमने वाली हैं। ओडिशा में पुरी अच्छी तरह पसन्द किया जाने वाला गंतव्य है।
आज ओडिशा भारतीय संघ का सबसे तेज विकासशील राज्य है। प्राचीन स्मारकों, अनदेखे समुद्री तटों, सर्पिल नदियों, बड़े-बड़े झरनों के साथ ओडिशा राज्य आपको एक खूबसूरत और विविधतापूर्ण पर्यटन का न्योता देता है।