Gurudwara Neem Sahib / गुरुद्वारा नीम साहिब हरियाणा के कैथल में स्थित है। यह गुरुद्वारा नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर साहिब जी को समर्पित है। इस स्थान पर गुरु जी की कृपा से एक व्यक्ति ज्वर से ठीक हुआ था जिसके बाद गुरुद्वारा का निर्माण हुआ।
गुरुद्वारा नीम साहिब का इतिहास – Gurudwara Neem Sahib History in Hindi
कैथल शहर, उत्तर-मध्य हरियाणा राज्य, पश्चिमोत्तर भारत में स्थित है। एक कथा के अनुसार गुरुजी प्रात:काल ठण्डहर तीर्थ पर स्नान करके यहाँ पर स्थित एक नीम के पेड़ के नीचे ध्यानमग्न थे। अनेक श्रद्धालु उनके दर्शनार्थ आने लगे, श्रद्धालुओं में एक ज्वर से पीड़ित व्यक्ति भी था। गुरु जी ने उसे नीम के पत्ते खाने के लिए दिए और खाते ही वह स्वस्थ हो गया। इसी स्थान पर कालान्तर में एक गुरुद्वारे का निर्माण हुआ, जिसे नीम साहिब के नाम से जाना गया।
कैथल की स्थापना प्राचीन महाकाव्य महाभारत में वर्णित पांडव राजा युधिष्ठर ने की थी। इसे वानर राज हनुमान का जन्म स्थान भी माना जाता है। इसीलिए पहले इसे कपिल स्थल के नाम से जाना जाता था। कैथल शब्द का उल्लेख प्राचीन इतिहास में मिलता है। यहाँ के पुराने ऐतिहासिक स्थल, धार्मिक स्थान और जगह-जगह सदियों पूर्व बने भवनों के खण्डहर अतीत की महत्त्वपूर्ण यादें संजोए हुए हैं। यहाँ ऐतिहासिक महत्त्व की वस्तुओं में एक विशाल स्नान जलाशय और 13वीं शताब्दी के कई पीरों की मज़ारें हैं।
यह स्थान एक ख़ूबसूरत स्थान है। कैथल पर्यटन का आकर्षक स्थल है। पर्यटक कैथल में ऐतिहासिक और पौराणिक कथाओं से जुड़े अवशेष भी देख सकते हैं। इसके अलावा वह यहाँ पर हनुमान की माता अंजनी का मन्दिर भी देख सकते हैं। कैथल में कई दर्शनीय स्थल हैं।
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