Manipur / मणिपुर भारत का एक राज्य है। मणिपुर का शाब्दिक अर्थ भी ‘मणि की धरती’ या ‘रत्नों की भूमि’ है। इस प्रदेश में वास्तव में मणियों की खान भले न हो, किन्तु प्राकृतिक रूप से (Naturally) इतना सुन्दर प्रदेश भारत में कश्मीर के बाद यही है जिसे मणियों का प्रदेश कहना गलत नहीं है। मणिपुर में कई संस्कृतियों के लोग रहते हैं जैसे कुकी, नागा, पांगल और मिज़ो हैं, जो कई भाषाएं बोलते हैं। आइये जाने मणिपुर के बारे में और अधिक जानकारी…
मणिपुर की जानकारी एक नजर में – Manipur Information & History In Hindi
1). मणिपुर की स्थापना 21 जनवरी 1972 को हुई थी।
2). इसकी राजधानी है इंफाल।
3). इस राज्य में जिलों की संख्या 9 है।
4). इस राज्य का क्षेत्रफल 22327 वर्ग किलोमीटर है।
5). मणिपुर के ढालों पर चाय और घाटियों में धान की उपज प्रमुख है।
6). मणिपुर एक मात्र स्थान है जहॉ ब्राउ-एंटिलर्ड हिरन पाया जाता है इसका स्थानीय नाम संगी है।
7). इस राज्य में सडकों की कुल लंबाई 12618 किमी है।
8). इस राज्य के सबसे बडे शहर चूडाचांदपुर, बशिनूपुर, इंफाल, सेनापति, चंदेल, तामेंगलोंग है।
9). यहॉ की प्रमुख फसलें चावल, मक्का हैं।
10). यहॉ की प्रमुख नदियां मनिपुर, बराक हैं।
11). यहॉ की राजकीय भाषा मणिपुरी है।
12). यहॉ का राजकीय पशु ‘संगाई’ है।
13). यहॉ का राजकीय फूल ‘सिरोए लिली’ है।
14). यहॉ का राजकीय वृक्ष ‘टून’ है।
15). यहॉ का राजकीय पक्षी ‘मिसेज हृाम्स फीशेन्ट’ है।
16). मणिपुर के उखरूल जिले में सिरोई पर्वतमाला में सिरोई लिली पाई जाती है विश्व में यह लिली पुष्प सिर्फ यहीं पाया जाता है।
17). इस राज्य के उत्तरी भाग में नागालैंड और दक्षिणी भाग में मिज़ोरम स्थित है। मणिपुर के पश्चिमी और पूर्वी हिस्से की ओर असम और म्यांमार हैं।
18). मणिपुर आज से ही नहीं, प्राचीन काल से आर्यावर्त के मानचित्र पर चमकता रहा है। देश के पूर्वोत्तर महाभारत काल में भी प्रे देश में ज्ञात था। अपने वनवास के दौरान पाण्डवों ने मणिपुर का भी भ्रमण किया था।
19). सन 1891 में पहले एंग्लो-मणिपुरी युद्ध के बाद यह राज्य ब्रिटिश शासन के अधीन आया।
20). अंग्रेजों नेे इंफाल पर कब्जा कर लेने के बाद युवराज टेकेंद्रजीत और जनरल थांगल को फांसी की सजा दी थी।
21). सन् 1947 में भारत की आजादी के बाद मणिपुर संविधान अधिनियम बनाया गया, जिससे राज्य में एक लोकतांत्रिक सरकार बनाई जा सके। 21 जनवरी 1972 को मणिपुर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
22). यहां तीन प्रमुख जनजातियां निवास करती हैं। घाटी में मीतई जनजाति रहती है तो नागा और कूकी-चिन जनजातियां पहाड़ियों पर रहती हैं।
23). भारत के पूर्वी सीमा पर स्थित यह राज्य 23.83 डिग्री उत्तार और 25.68 डिग्री उत्तरी अक्षांश व 94.78 डिग्री पूर्वी देशांतर के बीच पड़ता है।
24). अपनी विविध वनस्पतियों व जीव-जंतुओं के कारण मणिपुर को ‘भारत का आभूषण’ व ‘पूरब का स्विट्जरलैंड’ आदि विविध नामों से संबोधित किया जाता है। लुभाने वाले प्राकृतिक दृश्यों, में विलक्षण फूल-पौधे, निर्मल वन, लहराती नदियां, पहाड़ियों पर छाई हरियाली शामिल है।
25). इस राज्य के लोगो को कई तरह के नाम से बुलाया जाता है जैसे की मिति, पीरी मिति, मैती और मिति।
26). इस राज्य के हर इन्सान को कला और संस्कृति से काफी लगाव है और यहां पर एक भी ऐसी लड़की नहीं मिलेगी जिसे गाना नहीं आता और नाचना नहीं आता।
27). इस राज्य में हिन्दू और ख्रिश्चन धर्म के लोग अधिक संख्या में पाए जाते है लेकिन यहापर अन्य धर्म के लोग भी बड़ी संख्या में पाए जाते है।
28). लुनगईनी निंगोल चाकूबा, याओशांग, गंगई, चुम्फा, चिरओबा, कंग और हिक्रू हिड़ोंगबा, ईद उल फ़ित्र, ईद उल अदा और क्रिसमस जैसे त्यौहार मणिपुर के प्रमुख त्यौहार हैं।
मणिपुर के पर्यटन स्थल – Manipur Tourist Place in Hindi
मणिपुर पर्यटन का सबसे अह्म पहलू चंदेल है जो एक जिला और शहर है, साथ ही इसे म्यांमार के लिए प्रवेश द्वार भी माना जाता है। इसके आलावा मणिपुर में कांग्ला पार्क, खारीम बंद बाजार युद्ध कब्रिस्तान, श्री गोविंद जी मंदिर, शहीद मीनार, नुपी सान (महिलाओं का युद्ध) मेमोरियल कॉम्लेार क्सा, सेंड्रा,खोंघापत उद्यान, आईएनए मेमोरियल (मोइरांग), कीबुल लामजो राष्ट्रीय उद्यान, विष्णुपुर स्थित विष्णु मंदिर, उख्रुल की पहाड़ियां, मोरेह सिराय गांव, सिराय की पहाड़ियां, डूको घाटी, राजकीय अजायबघर, कैना पर्यटक निवास, खोंगजोम वार मेमोरियल आदि मणिपुर के कुछ महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है।