एपीजे अब्दुल कलाम की प्रेरणादायी जीवनी Dr Abdul Kalam Biography In Hindi

Dr. A.P.J. Abdul Kalam / डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति, प्रसिद्ध वैज्ञानिक और अभियंता के रूप में विख्यात थे। उनका राष्ट्रपति कार्यकाल 25 जुलाई, 2002 से 25 जुलाई, 2007 तक रहा। उन्हें मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है।

A P J Abdul Kalaam

ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का संक्षिप्त परिचय – Dr. A.P.J. Abdul Kalam Biography in Hindi

पूरा नाम अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम (Abdul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam)
जन्म दिनांक 15 अक्टूबर, 1931
पिता का नाम  जैनुलाब्दीन
माता का नाम असिंमा
जन्म स्थान धनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु
राष्ट्रीयता भारतीय
शिक्षा इंजीनियरिंग
धर्म इस्लाम
शौक किताबें पढना, लिखना, वीणा वादन
उल्लेखनीय कार्य
  • भारत के पूर्व राष्ट्रपति (2002-2007)
  • प्रोफेसर, लेखक, वैज्ञानिक, एयरोस्पेस इंजीनियर
मृत्यु 27, जुलाइ 2015

डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम एक प्रख्यात भारतीय वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। उन्होंने देश के सबसे महत्वपूर्ण संगठनों (डीआरडीओ और इसरो) में कार्य किया। उन्होंने वर्ष 1998 के पोखरण द्वितीय परमाणु परिक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ कलाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और मिसाइल विकास कार्यक्रम के साथ भी जुड़े थे। इसी कारण उन्हें ‘मिसाइल मैन’ भी कहा जाता है। वर्ष 2002 में कलाम भारत के राष्ट्रपति चुने गए और 2002 से 2007 तक भारत की सेवा किए। उसके बाद, वह शिक्षण, लेखन, और सार्वजनिक सेवा में लौट आए। उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपने जीवन के 40 साल एक वैज्ञानिक और वैज्ञानिक प्रबंधक के रूप में बिताये। वे एक उच्च विचारों वाले व्यक्ति थे ना जाने कितने लोगो के प्रेरणा बन गये। आइए जानते इस महान वैज्ञानिक की जीवन कथा।

प्रारंभिक जीवन :-

महान वैज्ञानिक अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 मे तमिलनाडु के रमेश्वरम् के निकट धनुष्कोडी नामक ग्राम मे हुआ था। रमेश्वरं वही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है जहाँ त्रेता युग मे भगवान राम ने सागर तट पर शिवलिंग की स्थापना की थी। इनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन, दादा का नाम पाकिर तथा परदादा का नाम अबुल था इसी कारण इनका नाम अब्दुल पाकिर जैनुल अबदीन अब्दुल कलाम पड़ा एवं माता का नाम श्रीमती आशियांमा था। अब्दुल कलाम अपने चार भाइयो मे सबसे छोटे थे उनकी एक बेहन भी थी माता पिता दोनो ही धार्मिक विचारो के थे।

डॉक्टर अब्दुल कलाम का कॅरियर :-

डॉक्टर अब्दुल कलाम को आकाश मे पछियो की उड़ान बहुत अच्छी लगती थी। उनके घर से रमेश्वरम मंदिर 10 मिनट के रास्ते पर था वे अक्सर वहा जाया करते थे। रमेश्वरम् मंदिर के मुख्य पुजारी उनके पिता के दोस्त थे। वे दोनो घंटो-घंटो धर्म और अध्ययन पर बाते करते थे।

अब्दुल कलाम बचपन से ही बहुत होनहार थे। उनके पिता जैनुलअबिदीन एक नाविक थे जो रामेश्वरम आये हिंदु तीर्थ यात्रियो को एक छोर से दुसरे छोर पर छोड़ते थे। जिससे परिवार का भरण-पोषण होता था परंतु 1914 में पम्बन पुल के उदघाटन के साथ ही उनके परिवार का व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया और समय के साथ-साथ उन्होंने अपनी सारी जमीन भी खो दी थी। उनके परिवार की स्थिति खराब हो गयी इन्ही कारण उन्हें छोटी उम्र से ही काम करना पड़ा। अपने पिता की आर्थिक मदद के लिए बालक कलाम स्कूल के बाद समाचार पत्र वितरण का कार्य करते थे।

अपने स्कूल के दिनों में कलाम पढाई-लिखाई में सामान्य थे पर नयी चीज़ सीखने के लिए हमेशा तत्पर और तैयार रहते थे। उनके अन्दर सीखने की भूख थी और वो पढाई पर घंटो ध्यान देते थे। उन्होंने अपनी स्कूल की पढाई रामनाथपुरम स्च्वार्त्ज़ मैट्रिकुलेशन स्कूल से पूरी की और उसके बाद तिरूचिरापल्ली के सेंट जोसेफ्स कॉलेज में दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने सन 1954 में भौतिक विज्ञान में स्नातक किया। कलाम इस मामले मे पूरी तरह सतर्क थे की इंजिनियरिंग की पड़ाई किसी बहुत अच्छे कॉलेज से ही करनी चाहिए आधे-अधूरे ज्ञान वाले शिक्षक से पड़ना उन्हे पसंद नही था। दक्षिण भारत मे उन दीनो एम आई टी बहुत प्रषिद्ध था। बस उन्होने एम आई टी मे दाखिला ले लिया जहा उन्होने अन्तरिक्ष प्रोद्योगिकी अभियांत्रिकी की पढाई की।

जब कलाम किसी उच्च कक्षा के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। वहा के डीन उनकी प्रगति से नाखुश थे और उन्होंने कलाम को शिष्यवृत्ति रद्द करने की धमकी भी दी और 3 दिनों में सही तरह से प्रोजेक्ट बनाने कहा. उस समय कलाम अपनी अन्तिम्रेखा पर थे। लेकिन आखिर में उन्होंने डीन को खुश कर ही दिया और अंत में डीन ने कहा, “मैंने तुम्हे बहुत मुश्किलों और बाधाओ में डाल दिया था”

इंजीनियरिंग की पढाई पूरी करने के बाद कलाम ने रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (डीआरडीओ) में वैज्ञानिक के तौर पर भर्ती हुए। कलाम ने अपने कैरियर की शुरुआत भारतीय सेना के लिए एक छोटे हेलीकाप्टर का डिजाईन बना कर किया। कलाम पंडित जवाहर लाल नेहरु द्वारा गठित ‘इंडियन नेशनल कमेटी फॉर स्पेस रिसर्च’ के सदस्य भी थे। इस दौरान उन्हें प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के साथ कार्य करने का अवसर मिला। वर्ष 1969 में उनका स्थानांतरण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में हुआ। यहाँ वो भारत के सॅटॅलाइट लांच व्हीकल परियोजना के निदेशक के तौर पर नियुक्त किये गए थे। इसी परियोजना की सफलता के परिणामस्वरूप भारत का प्रथम उपग्रह ‘रोहिणी’ पृथ्वी की कक्षा में वर्ष 1980 में स्थापित किया गया। इसरो में शामिल होना कलाम के कैरियर का सबसे अहम मोड़ था।

भारत के राष्ट्रपति :-

कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये।

मृत्यु :-

27 जुलाई 2015 की शाम अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में “Creating A Livable Planet Earth” पर एक व्याख्यान दे रहे थे जब उन्हें दिल का दौरा हुआ और ये बेहोश हो कर गिर पड़े। लगभग 6:30 बजे गंभीर हालत में इन्हें बेथानी अस्पताल में आईसीयू में ले जाया गया और दो घंटे के बाद इनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी गई। 30 जुलाई 2015 को पूर्व राष्ट्रपति को पूरे सम्मान के साथ रामेश्वरम के पी करूम्बु ग्राउंड में दफ़ना दिया गया।

महान वैज्ञानिक और महान व्यक्ति –

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम एक गैर राजनीतिक व्यक्ति रहे। विज्ञान की दुनिया में चमत्कारिक प्रदर्शन के कारण ही राष्ट्रपति भवन के द्वार उनके लिए स्वत: खुल गए। जो व्यक्ति किसी क्षेत्र विशेष में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है, उसके लिए सब सहज हो जाता है और कुछ भी दुर्लभ नहीं रहता। अब्दुल कलाम इस उद्धरण का प्रतिनिधित्व करते नज़र आते थे। उन्होंने विवाह नहीं किया था। उनकी जीवन गाथा किसी रोचक उपन्यास के नायक की कहानी से कम नहीं है। चमत्कारिक प्रतिभा के धनी अब्दुल कलाम का व्यक्तित्व इतना उन्नत था कि वह सभी धर्म, जाति एवं सम्प्रदायों के व्यक्ति नज़र आते थे। वह एक ऐसे स्वीकार्य भारतीय थे, जो सभी के लिए ‘एक महान् आदर्श’ बन चुके हैं। विज्ञान की दुनिया से देश का प्रथम नागरिक बनना कपोल कल्पना मात्र नहीं है, क्योंकि यह एक जीवित प्रणेता की सत्यकथा है।

पुरूस्कार और  सम्मान :-

वर्ष                   सम्मान                                  संगठन / संस्थान

⇒  2014  –   डॉक्टर ऑफ़ साइन्स                           एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम

 2012   –  डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि)             साइमन फ़्रेज़र विश्वविद्यालय

 2011   –  आइ॰ई॰ई॰ई॰ मानद सदस्यता                    आइ॰ई॰ई॰ई॰

 2010  –   डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग                       यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू

 2009   –   मानद डॉक्टरेट                                   ऑकलैंड विश्वविद्यालय

 2009  –    हूवर मेडल                                          ए॰एस॰एम॰ई॰ फाउण्डेशन, (सं॰रा॰अमे॰)

2009  –    वॉन कार्मन विंग्स अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड           कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, (सं॰रा॰अमे॰)

 2008  –   डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि)         नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय, सिंगापुर

 2008  –  डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि)                 अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़

 2007   –   डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि      कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय

 2007   –   किंग चार्ल्स ईई मेडल                                       रॉयल सोसायटी, यूनाइटेड किंगडम

 2007   –   डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि               वूल्वरहैंप्टन विश्वविद्यालय, यूनाईटेड किंगडम

 2000   –   रामानुजन पुरस्कार                                    अल्वार्स शोध संस्थान, चेन्नई

 1998   –   वीर सावरकर पुरस्का                                   भारत सरकार

 1997   –   इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार                   भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस

 1997   –   भारत रत्न                                              भारत सरकार

 1994   –   विशिष्ट शोधार्थी                                       इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (इण्डिया)

 1990   –   पद्म विभूष                                               भारत सरकार

 1981   –   पद्म भूषण                                               भारत सरकार


और अधिक जानकारी :- 

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10 thoughts on “एपीजे अब्दुल कलाम की प्रेरणादायी जीवनी Dr Abdul Kalam Biography In Hindi”

  1. dinesh Tailor

    Dr. Kalam is a great human that give us a great inspiration to full fill our goal of our life. I am interested to read such a ideal person biography whom I like to much..?

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