सांप काटने पर घरेलु इलाज, लक्षण – Saap katne par upchar -Snake Bite

सांप काटने पर घरेलु इलाज, लक्षण, सावधानिया - Saap katne par upchar

सांप काटने पर क्या करे – Snake Bite Treatment in Hindi

Snake Bite / सांप काटने से दुनियाभर में होने वाली मौतों की संख्या में भारत सबसे आगे है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर साल 83,000 लोग सांप के दंश का शिकार होते हैं और उनमें से 11,000 की मौत हो जाती है। लेकिन क्या आपको पता हैं भारत में कितनी प्रकार की साप पाए जाते हैं? खैर कोई बात नहीं. भारत में सांपो की लगभग 550 प्रजातीय पायी जाती हैं। इनमे से मात्र 10 ऐसे प्रजाति हैं जो जहरीली होती हैं, जिनमें से चार बेहद जहरीले होते हैं- कोबरा (नाग), रस्सेल वाइपर, स्केल्ड वाइपर और करैत। और बाकि बचे 540 बिना जहरीले होते हैं। जिसके काटने पर कुछ नहीं होगा। लेकिन सांप से लोगो में इतना डर होता हैं की बिना जहरीली सांप काट दे तो भी लोग डर, आर्ट अटैक से मर जाते हैं… ये मैं नहीं, एक रिपोर्ट बताती हैं।.. इसलिए अगर सांप कांटे तो आदमी को अपना आपा नहीं खोना चाहिए,,

हिंदू धर्म में सांप को देवता का दर्जा दिया गया है, और नागपंचमी को नागपूजन का विशेष पर्व भी माना जाता है। सांप तभी काटती हैं जब उसे छेड़ा जाता, हालाँकि कई सांप ऐसी भी होती हैं जो बिना वजह काटती हैं और कई सांपो का जहर इतना खतरनाक होता हैं की आदमी चंद मिनटो में अपनी जान गवां देता हैं। उसे उपचार या डॉक्टर से मिलने का समय ही नहीं मिल पता हैं। ऐसे वक्त में आपको कुछ आयुर्वेदिक घरेलु उपचार की जानकारी रखनी चाहिए ताकि घर पर भी इलाज कर सके,, तो चलिए जानते हैं सांप काटने पर घरेलु उपचार कैसे करे..

लक्षण – Symptoms Snake Bite in Hindi

ज़हरीले सांपों के काटने पर दांतों के दो निशान अलग ही दिखाई देते हैं। गैर विषैले सॉंप के काटने पर दो से ज्यादा निशान होते है। मगर यह निशान न दिखने से सॉंप नहीं काटा है, ऐसा सोचना गलत है। सॉंप विषके अन्य असर ज़हर के प्रकार और सांप के काटने के बाद बीते समय पर निर्भर करते हैं।

सांप जब भी इंसान को काटता है, उसके दांतों का जहर शरीर के अंदर प्रवेश जाता है। ये जहर ऊपर की तरफ आता है। मान लीजिए अगर हाथ पैर पर सांप ने काट लिया तो जहर पहले दिल की तरफ जाएगा उसके बाद पूरे शरीर मे पहुंचेगा। सांप कहीं भी काटेगा, जहर पहले दिल तक ही पहुंचेगा फिर शरीर में फैलेगा। पूरे शरीर में पहुंचने में उसे 3 घंटे लगते हैं। मतलब ये कि रोगी 3 घंटे तक जीवित रहेगा।

इन बातों का ख्याल रखे – Snake Bite First Aid In Hindi

  • पीड़ित को सांप से दूर ले जाएं और घबराहट दूर करने में उसकी मदद करें।
  • खुद को सुरक्षित रखते हुए सांप की प्रजाति का पता करें।
  • सांप के काटने वाली जगह पर कोई गहना पहने हों तो उसे उतार दें।
  • मरीज जूते पहना हो तो उतार दें, कपड़े सुविधाजनक हों तो न उतारें।
  • व्यक्ति को बेहोश नहीं होने दें। अगर वह बेहोशी की हालत में हो भी तो उसकी सांसों पर ध्यान रखें और गर्माहट प्रदान करने का पूरा प्रयास करें।
  • मरीज को बिल्कुल चलने न दें, क्योंकि मांसपेशियों की रगड़ से जहर तेजी से फैल सकता है।
  • मरीज को अपने मन से एस्प्रिन या कोई दर्द निवारक दवा बिल्कुल न दें।
  • यदि हाथ में सांप ने काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें ताकि जहर दिल तक पहुंचने में वक्त लग सके। यदि पैर में काटा है तो पलंग पर इस तरह लिटा दें ताकि मरीज के पैर नीचे लटके रहें।
  • सर्पदंश के स्थान से दो इंच उपर कपड़े की पट्टी अथवा रस्सी कसकर बांध दें। पट्टी लगभग एक इंच चौड़ी होना चाहिए, साथ ही दंश के 20 मिनट के अंदर बांधी जानी चाहिए।
  • पट्टी इतना टाइट भी नहीं बांधना चाहिए जिससे खून का प्रवाह पूरी तरह बंद हो जाए। जितने ज्यादा क्षेत्र में पट्टियां  बांधेगे उतना फायदा होगा। दिल तक जहर न पहुंचे इसके लिए धड़ को भी पट्टियों से लपेटा जा सकता है।

>> सर्पदंश के स्थान को पोटेशियम परमेगनेट या लाल दवा के पानी अथवा साबुन से धोना चाहिए।

आयुर्वेदिक इलाज – Home Remedies For Snake Bite In Hindi

  • सांप के काटने पर गिलोय की जड़ का रस या काढ़ा काटे हुए स्थान पर लगाना चाहिए, दंशित व्यक्ति की आंखों में इस रस को टपकाते रहना चाहिए और आधा आधा घंटे बाद उसे यह रस पिलाते रहना चाहिए इससे विष का प्रभाव नष्ट हो जाता है।
  • सौ ग्राम प्याज के रस में, 24 ग्राम सरसों का तेल मिलाकर, आधे-आधे घंटे बाद रोगी को तीन खुराक पिला दे। सांप काटे का जहर उतर जाएगा। कटी जगह पर ‘पोटास परमैग्नेट’ भर दे और तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।
  • सांप के काटने पर इमली के बीज को पानी में घिसकर दंशित स्थान पर चिपका दें। विष को खींच कर बाहर निकालने के बाद बीज स्वंय झड़ जाता है।
  • मिट्टी के तेल की कुछ बूंदों के साथ दो प्याज का रस मिश्रित करके लेप बना ले और सांप के कट्टे हुए स्थान पर लगाए । थोड़े समय के बाद प्रलेप हरे रंग में बदल जायेगा और जहर बाहर निकल जायेगा।
  • सांप के काटने पर तुरंत कागजी नींबू के 3 ग्राम बीज को पानी के साथ बारीक पीसकर पतला ही पिला दे। सर्प का विष जल्दी नहीं चढ़ेगा। इसके बाद उचित उपचार कराएं।
  • सांप के काटने पर अथवा किसी भी तरह का विषजन्य विकार उत्पन्न होने पर फूला हुआ सुहागा जल में मिलाकर भी दें। डेढ़ थोड़ा सुहागा घी में मिलाकर भी दे सकते हैं। इस से विष का प्रभाव शांत हो जाता है।
  • हींग को नारियल के दूध में डुबोकर काटे हुए स्थान पर लगाने से सर्पदंश में आराम मिलता है।
  • यदि सांप काट ले तो फौरन दंशित जगह पर ब्लेड मारकर खून बाहर निकाल दे और जख्मों में ‘पोटास परमैग्नेट’ पीसकर भर दे। इसके बाद मरीज को डॉक्टर के पास ले जाएं। काटने वाले जगह से ऊपर डोरी से बांध लगाना ना भूले।
  • 125 ग्राम गोरोचन को आदमी के पेशाब में पीसकर सहद मिलाकर खिलाने से भयंकर सर्प का विष शांत हो जाता है। यह दवा दंशित स्थान पर लगानी चाहिए। बिल्ली, बंदर, कुत्ता, मेडक, बिच्छू, सियार के काटे का विष शांत हो जाता है।
  • जावित्री को थूक के साथ पीसकर कटे हुए स्थान और आंखों में लगाने से सांप का विष शांत हो जाता है।
  • ईश्वरमुल की दो-तीन पत्ती और काली मिर्च 7 दाने — दोनों को जल में पीसकर पिला देने से सर्प विष शीघ्र उतर जाता है। यह जड़ी सर्प विष के लिए अद्भुत चमत्कारी है। यदि एक बार लाभ ना हो या कम हो तो एक खुराक फिर दे।
  • तंबाकू के पत्ते का कपड़छन चूर्ण छह: मासे और सरसों का तेल 10 तोले — दोनों मिलाकर पिलाने से सर्पविष शांत हो जाता है।
  • करी पत्ता जिगर और जिगर की कोशिकाओं की रक्षा करता है और उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह और विशेष रूप से उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। यह वसा की कमी के लिए एक उत्कृष्ट पाक जड़ी बूटी है। यहां तक कि अगर एक सांप ने डंक मार दिया  है तो करी पत्ता का दलिया सामान्यतः जहर को दूर करने के लिए दिया जाता है। यह एक बहु प्रयोजन जड़ी बूटी माना जाता था।

ध्यान रहे सांप का जहर बहुत खतरनाक होता हैं इसलिए जितना जल्द हो सके कोई नजदीकी चिकित्सक से मिले ताकि बेहतर इलाज हो सके।


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